राउरकेला। इस्पात जनरल अस्पताल (आईजीएच), राउरकेला की समर्पित न्यूरोसर्जरी टीम ने एक बार फिर अपनी असाधारण विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हुए इस आम मिथक को तोड़ दिया है कि रीढ़ की सर्जरी से हमेशा लंबे समय तक रिकवरी होती है। टीम ने एक 41 वर्षीय महिला कर्मचारी की तत्काल लम्बर स्पाइन सर्जरी सफलतापूर्वक की, जिससे वह प्रक्रिया के अगले ही दिन फिर से चलने में सक्षम हो गई।
मरीज को भर्ती होने से तीन दिन पहले, दोनों पैरों तक फैले गंभीर पीठ दर्द, खड़े होने, चलने, बिस्तर पर करवट लेने में असमर्थता और पेशाब व मल त्यागने में कठिनाई के साथ ऑर्थोपेडिक्स विभाग में भर्ती कराया गया था। एमआरआई से पता चला कि एल5-एस1 एक्सट्रूडेड डिस्क कॉडा इक्विना सिंड्रोम का कारण बन रही है, एक ऐसी स्थिति जिसमें तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। उसे तुरंत न्यूरोसर्जरी विभाग में रेफर कर दिया गया, जहाँ तत्काल सर्जरी की योजना बनाई गई।
सर्जरी वरिष्ठ सलाहकार (न्यूरोसर्जरी), डॉ. मनोज कुमार देव द्वारा की गई, जिसमें अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोरंजन सामंत्रे द्वारा एनेस्थीसिया सहायता और सिस्टर गोधुली और ब्रदर कमलाकर द्वारा सर्जरी के दौरान सहायता प्रदान की गई। ऑपरेशन के बाद, मरीज़ में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। सर्जरी के अगले ही दिन वह खड़ी और चलने में सक्षम हो गई और ऑपरेशन से पहले की तुलना में लगभग 70% आराम मिला। वह वर्तमान में अच्छी तरह से स्वस्थ हो रही हैं।
यह उपलब्धि एक बार फिर आईजीएच की न्यूरोसर्जरी टीम की नैदानिक उत्कृष्टता को पुष्ट करती है, जो राउरकेला और उसके आसपास के रोगियों को उन्नत, जीवन-परिवर्तनकारी देखभाल प्रदान करती रही है।

गांव गिराँव हिंदी न्यूज़ पोर्टल पर आप – Latest Breaking News, देश, विदेश, खेल, मनोरंजन, राजनीति, क्राइम, ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, शिक्षा, लाइफस्टाइल, क्रिकेट से सम्बंधित सभी समाचार प्राप्त करते है।
