विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान  के द्वितीय चरण के संचालन हेतु अर्न्ततिभागीय बैठक सम्पन्न

विशेष संचारी अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई तक तथा दस्तक अभियान 11 जुलाई से 31 जुलाई चलाया जाएगा – जिलाधिकारी

सोनभद्र।  जिलाधिकारी बी0एन0 ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के सफल संचालन हेतु द्वितीय अन्तर्विभागीय बैठक किये,  बैठक में समस्त सहयोगी विभाग जैसे चिकित्सा विभाग, ग्राम विकास विभाग, नगर पालिका/ नगर पंचायत, बेसिक/माध्यमिक शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, बाल विकास पुष्टाहार, सूचना विभाग, उपायुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन, इत्यादि विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष संचारी अभियान जनपद में 01 जुलाई 2026 से 31 जुलाई 2025 तक तथा दस्तक अभियान दिनांक 11 जुलाई 2025 से 31 जुलाई 2025 तक चलाया जायेगा। 

संचारी अभियान के अंतर्गत समस्त विभागों द्वारा जन जागरूकता के माध्यम से लोगों को संक्रामक रोगों से बचाव के उपाय तथा बुखार आने पर ‘क्या करें क्या ना करें’ तथा एक्यूट डायरिया डिजीज (दस्त रोग से बचने के उपाय का प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जायेगा तथा दस्तक अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ियों के द्वारा गृह भ्रमण कर बुखार, क्षय कुष्ठ, फाइलेरिया, आई०एल०आई० इत्यादि रोगियों की लाइन लिस्टिंग की जाएगी साथ ही कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण कर पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा तथा आवश्यकतानुसार एन०आई०सी० सन्दर्भन का कार्य किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने पंचायत राज विभागों को निर्देशित किया गया कि माइक्रो प्लान के अनुसार ग्रामीण/शहरी क्षेत्रों में अपनी गतिविधि पूर्ण करे, हैण्डपाइप के प्लेटफार्म का निर्माण कराया जाए, सोक पिट का निर्माण हैण्डपम्प से कुछ दूरी पर कराया जाये तथा जिस गाँव में पानी की समस्या है वहीं टैंकर के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जाए साथ ही रोस्टर वाइज एंटी लार्वा, फागिंग, झाडियों की कटाई, नालियों की सफाई, इण्डिया मार्का-2 हैंडपंप का चिन्हीकरण इत्यादि कार्य किया जाये तथा ग्राम प्रधानों की बैठक जल्द पूर्ण करायी जाये।  उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि बच्चों को प्रार्थना सभा में डेंगू, मलेरिया, दस्त रोग एवं अन्य संक्रामक रोगों के विषय में जागरूक किया जाये तथा साफ सफाई, फुल बॉड की यूनिफॉर्म पहने हेतु एवं हाथ धोने के तरीके इत्यादि विषय में जानकारी दी जाये।   मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आबादी में चल रहे पोल्ट्री फार्मा, सुअर बाड़ों की जाँच कर आबादी से दूर करने का प्रयास किया जाये । 
मॉनिटरिंग एजेंसियों को निर्देशित किया गया कि पर्यवेक्षण के समय गांवों में ग्राम प्रधान से अवश्य मिले तथा माइक्रोप्लान के अनुसार पर्यवेक्षण करें। इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 अश्वनी कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, अपर अर्थ सवं संख्याधिकारी, डी0सी0 मनरेगा रवीन्द्र वीर सिंह, अधिशासी अभियन्ता विद्युत सहित अन्य संबंधित गण उपस्थित रहें।

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