कला, संगीत, और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियाँ जीवन के आवश्यक पहलू हैं इनके बिना जीवन अधूरा रहता है – आलोक वर्मा

राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आर.एस.पी.) के कर्मचारियों ने 13 फरवरी 2025 को सिविक सेंटर में राजभाषा नाटक संध्या में दो मनमोहक नाटक प्रस्तुत किए। राउरकेला इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी, आलोक वर्मा इस समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि दीपिका महिला संघति की अध्यक्षा, श्रीमती नम्रता वर्मा, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स)  बी पलाई, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन),  अनिल कुमार, कार्यपालक निदेशक (खान),  एम.पी.सिंह, उपाध्यक्षा (डी.एम.एस.) एवं श्रीमती रीता रानी सम्मानित अतिथि थीं। कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती नम्रता वर्मा और अन्य गण्यमान्यों द्वारा दीप प्रज्वलित के साथ हुआ । इस दौरान एमओएमटी (ईएमडी), . ज्योतिर्मयी आचार्य ने श्लोक उच्चारण किये I

सभा को संबोधित करते हुए  आलोक वर्मा ने कर्मचारियों की प्रतिभा की प्रशंसा की, जिन्होंने नाटकों को पूर्णता और सटीकता के साथ प्रस्तुत किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कला, संगीत, नाटक और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियाँ जीवन के आवश्यक अंग हैं, और इनके बिना जीवन अधूरा है। श्री वर्मा ने उन कर्मचारियों की प्रशंसा की, जो इस्पात संयंत्र के कर्मचारी के कठिन जीवन के बावजूद कला के प्रति अपने जुनून को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सभी कर्मचारियों से कहा, ‘हमें अपनी औद्योगिक उत्कृष्टता के साथ-साथ अपनी रचनात्मक भावना को भी पोषित करना चाहिए।’

संध्‍या का पहला नाटक ओडिया गीति-नाट्य, ‘चक्रव्यूह’ था, जो महा भारत के अभिमन्यु की कहानी पर आधारित एक संगीत नाटक था, जो बहादुरी और योद्धा के अपरिहार्य बलिदान के विषयों पर केंद्रित था। गण कबि वैष्णव पाणि द्वारा लिखित नाटक के अनुसूजक एस.एम.एस.-2 के एम.ओ.एम.टी., प्रभाकर पात्र थे जिसका निर्देशन किय था सीपी – 2 के एमओएमटी,  प्रफुल्ल चन्द्र सेठी ।

इसके बाद मंचित हिंदी नाटक ‘आषाढ़ का एक दिन’ था, जो स्वर्गीय मोहन राकेश द्वारा लिखित एक सामाजिक नाटक पर आधारित था। नाटक महत्वाकांक्षा, प्रेम और भाग्य के विषयों की खोज करने वाले प्रतिष्ठित संस्कृत कवि कालिदास के इर्द-गिर्द आधारित था। नाटक का निर्देशन ऑक्‍सीजन प्‍लांट के एस.ओ.एस.टी., श्री परेश रंजन महतो ने किया था।

दोनों नाटकों ने कथानक, नाटकीयता, संवाद, मंचीय कला, संगीत और निर्देशन के मामले में बेहतरीन प्रदर्शन किया और दर्शकों को अंत तक अपनी सीटों से बांधे रखा।

अंत में गण्यमान्यों ने कलाकारों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए स्मृति चिन्ह भेंट किए। आर.एस.पी. के राजभाषा सहायक, सुश्री मिन्नी रॉय को भी राजभाषा में उनके दीर्घकालिक योगदान के लिए पुरस्‍कृत किया गया। एस.एम.एस.-2 विभाग के श्री गौरांग चंद्र मल्लिक और श्री सुशांत गिरी ने मध्यांतर के दौरान अपने वाद्य संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

सहायक प्रबंधक (जन संपर्क),  जॉयदेब मजूमदार ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि उप प्रबंधक (जन संपर्क),  शशांक पटनायक ने सम्मान समारोह गतिविधि का संचालन किया। सहायक महा प्रबंधक (जन संपर्क-राजभाषा), सुश्री लोलती टोप्पो ने स्वागत भाषण दिया, जबकि उप प्रबंधक (जन संपर्क), अनिल झा ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समन्वय महा प्रबंधक (जन संपर्क) एवं संचार मुख्य श्रीमती अर्चना शत्पथी के मार्गदर्शन में जन-संपर्क – राजभाषा विभाग द्वारा किया गया I कार्यक्रम में संयंत्र के कई वरिष्ठ अधिकारी, रंगमंच प्रेमी और कलाकारों के परिवार के सदस्य शामिल हुए।

ओड़िया नाटक के कलाकार : एस.एम.एस.-2 के एम.ओ.एम.टी., प्रफुल्ल चंद्र सेठी, टी.एण्‍ड आर.एम. के यार्ड मास्‍टर, रमेश चंद्र महांति , इंस्‍ट्रुमेंटेशन के एम.टी.,  पंचानन मल्लिक, एस.एम.एस.-2 के एम.ओ.एम.टी.,  सागर मुंडा, कार्यपालक निदेशक (वर्क्‍स) सचिवालय के कार्यपलाक सहायक, सुश्री संध्या रानी दास, क्रेन मेंटिनेश के वरिष्‍ठ तकनीशियन,  लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, एस.एस.एम. के एम.ओ.एम.टी.,  अनिल कुमार मल्लिक, एस.एम.एस.-2 के एम.ओ.एम.टी.,  सुशांत कुमार महांति, एस.एम.एस.-2 के एम.ओ.एम.टी.,  अमूल्य कुमार बिशोई, प्‍लेट मिल के सहायक रोलर,  गौरांग चंद्र परीजा, प्‍लेट मिल के एम.ओ.एम.टी.,  प्रणब कुमार पाणिग्राही, प्‍लेट मिल के एम.ओ.एम.टी.,  अशोक कुमार राउत, जन संपर्क विभाग के वरिष्‍ठ तकनीशियन,  निरंजन धल और दिनेश पंडा थे। 

हिन्दी नाटक के कलाकार : एफ.एम. एवं टी.एम. के  वरिष्‍ठ ऑपरेटर,  सरोज चन्द्र कवि, एफ.एम. एवं टी.एम. के वरिष्‍ठ ऑपरेटर,  जे.के.महापात, एफ.एम. एवं टी.एम. के मास्‍टर ऑपरेटर,  खिरोद कुमार बडत्या, एच.आर.-जी.ए. विभाग के ओ.ए.,  सब्यसाची दाश, कोक ऑवन विभाग के ऑपरेटर,  दीपक कुमार दे, एस.पी.पी. के एम.ओ.एम.टी.,  रमेश चंद्र सेठी, एफ.एम.एम. विभाग के मास्‍टर ऑपरेटर,  गजेंद्र नाथ मुर्मू, एच.एस.एम.-2 विभाग के ओ.सी.टी., सुश्री श्वेता झा, आर.एण्‍ड सी.लैब विभाग के ओ.सी.टी., सुश्री सुस्मिता सोना, एच.एस.एम.-2 के मास्‍टर तकनीशियन,  सुभाष बसु, आर.एम.एच.पी. विभाग के ओ.सी.टी.,  अमित कुमार राणा, ब्‍लास्‍ट फर्नेस विभाग के उप प्रबंधक,  विक्रम झा, विद्युत वितरण विभाग के वरिष्‍ठ तकनीशियन,  लक्ष्मण चंद्र महंतो और आर.एंड सी. लैब विभाग के ओ.सी.टी.,  बिष्णुप्रिय पटनायक थे। 

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