एनटीपीसी विंध्याचल में कार्यकारी विकास कार्यक्रम (EDP) का सफल समापन

विंध्याचल एनटीपीसी की उत्तरी क्षेत्र की परियोजनाओं से आए अधिकारियों के लिए आयोजित दो-सप्ताहीय कार्यकारी विकास कार्यक्रम का समापन 3 जुलाई 2025 को आर एल आई विंध्याचल में हुआ। यह कार्यक्रम प्रतिभागियों के नेतृत्व कौशल को निखारने और उन्हें भावी भूमिकाओं के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि संजीब कुमार साहा, परियोजना प्रमुख (विंध्याचल) उपस्थित रहे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम की सफलतापूर्वक पूर्णता के लिए बधाई दी और अपने संबोधन में कहा कि पदोन्नति के साथ ज़िम्मेदारियों में भी वृद्धि होती है। उन्होंने सभी अधिकारियों को आत्मविश्वास के साथ अपनी नई भूमिका को अपनाने और संगठन के मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण न केवल व्यावसायिक दृष्टिकोण से बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए भी अत्यंत लाभकारी रहा। कक्षाओं में हुए गहन चर्चा सत्रों के साथ-साथ बांधवगढ़ की दो दिवसीय अनुभवात्मक यात्रा ने उन्हें व्यवहारिक दृष्टिकोण और टीम भावना से अवगत कराया। कुछ प्रतिभागियों ने सुझाव दिया कि भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर एक विशिष्ट सत्र शामिल किया जाए ताकि कार्यक्रम तकनीकी प्रगति के अनुरूप और अधिक प्रभावशाली हो सके।
प्रत्येक प्रतिभागी को स्मृति चिन्ह स्वरूप “एटॉमिक हैबिट्स” (लेखक: जेम्स क्लियर) पुस्तक भेंट की गई, जिसे सभी ने आत्म-विकास के लिए अत्यंत प्रेरणादायक बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत डा. देबस्मिता त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष (आर एल आई) द्वारा स्वागत भाषण से हुई। इस अवसर पर आर एल आई विंध्याचल द्वारा संजीब कुमार साहा, ए. जे. राजकुमार और राजशेखर पाला को उनके नवीन पदों पर पदोन्नति हेतु
सम्मानित किया गया। समारोह में सतेंद्र कुमार सिन्हा, महाप्रबंधक – प्रचालन एवं एफएम, देबब्रत त्रिपाठी,महाप्रबंधक –
तकनीकी सेवाएँ और राघवेन्द्र प्रसाद,उप महाप्रबंधक – आर एल आई सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही।
मनीष कुमार, एक प्रतिभागी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और प्रशिक्षण की उत्कृष्ट व्यवस्था, विषयवस्तु तथा आतिथ्य के लिए
आयोजकों की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन रविकांत राम्मिनी, वरिष्ठ प्रबंधक (आर एल आई) ने प्रभावशाली ढंग से किया। यह कार्यक्रम न केवल नेतृत्व निर्माण का प्रतीक रहा, बल्कि एनटीपीसी की सतत विकास और मानव संसाधन उन्नयन की प्रतिबद्धता का भी सशक्त प्रमाण बना।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *