स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में उत्तर प्रदेश की गूंज

आगरा तीसरे, झांसी-मुरादाबाद दूसरे स्थान पर, अन्य कई शहरों को राष्ट्रीय रैंकिंग में मिली जगह

लखनऊ। स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद उत्तर प्रदेश ने *स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025* में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देशभर में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। यह सर्वेक्षण *पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF\&CC)* द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसमें शहरों का मूल्यांकन वायु गुणवत्ता सुधार और प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों के आधार पर किया गया।

 *शीर्ष स्थानों पर यूपी के शहर*

10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी

  **आगरा* – तीसरा स्थान

  *कानपुर* – पांचवां स्थान

  *प्रयागराज* – सातवां स्थान

  *वाराणसी* – 11वां स्थान

  *गाज़ियाबाद* – 12वां स्थान

  *लखनऊ* – 15वां स्थान

* *3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी*

  *झांसी और मुरादाबाद* – संयुक्त रूप से दूसरा स्थान

  *गोरखपुर और फिरोजाबाद* – पांचवां स्थान

  *बरेली* – सातवां स्थान

* *3 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी*

  *अनपरा* – पांचवां स्थान

  *रायबरेली* – सातवां स्थान

  *गजरौला* – 23वां स्थान

  *खुर्जा–* 26वां स्थान

*सम्मान और पुरस्कार*

इस शानदार उपलब्धि के लिए *आगरा, झांसी और मुरादाबाद* को भारत सरकार के पर्यावरण मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया और प्रत्येक शहर को ₹25 लाख की नकद पुरस्कार राशि प्रदान की गई।

नगर विकास मंत्री ए के शर्मा ने पुरस्कृत नगरों को बधाई दिया। 

*वायु गुणवत्ता सुधार के लिए उठाए गए कदम*

उत्तर प्रदेश के शहरी निकायों ने प्रदूषण नियंत्रण और वायु गुणवत्ता सुधार के लिए कई ठोस कदम उठाए, जिनमें प्रमुख हैं –

* निर्माण स्थलों और मुख्य सड़कों पर *धूल नियंत्रण और नियमित जल छिड़काव*

*यांत्रिक सड़क सफाई* को दिनचर्या का हिस्सा बनाना

* *ई-वाहनों और गैर-मोटर चालित परिवहन* को प्रोत्साहन

* बड़े पैमाने पर *वृक्षारोपण, शहरी वन और हरित पट्टियों का विकास*

* *ठोस अपशिष्ट प्रबंधन* का वैज्ञानिक क्रियान्वयन

* खुले में कचरा जलाने पर *कड़ी कार्रवाई*

* नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने हेतु *जन-जागरूकता अभियान*

नगर विकास मंत्री श्री ए के शर्मा ने कहा:

*“स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में आगरा, झांसी, मुरादाबाद सहित हमारे शहरों का बेहतरीन प्रदर्शन राज्य की सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह उपलब्धि न केवल हमारे पिछले प्रयासों की मान्यता है बल्कि आने वाले समय में और अधिक स्वच्छ, हरित और स्वस्थ शहरों के निर्माण के संकल्प को भी मजबूत करती है।”*

*भविष्य की दिशा*

यह उपलब्धि न केवल नगर विकास विभाग की सक्रिय कार्यप्रणाली को दर्शाती है बल्कि नागरिकों और शहरी निकायों की सामूहिक जिम्मेदारी का प्रमाण भी है। उत्तर प्रदेश सतत, स्वच्छ और जलवायु-संवेदी शहरी विकास के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनने की दिशा में लगातार नए आयाम स्थापित कर रहा है।

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