नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति धनबाद द्वारा सम्मेलन का सफल आयोजन 

 धनबाद। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), धनबाद द्वारा आज भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के सभागार में आयोजित दसवें राष्ट्रीय राजभाषा सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ  समीरन दत्ता, अध्यक्ष, नराकास धनबाद की अध्यक्षता में दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। उद्घाटन सत्र में  मुरली कृष्ण रमैय्या, निदेशक (कार्मिक);  राकेश कुमार सहाय, निदेशक (वित्त), बीसीसीएल;  आनंद सक्सेना, उप महानिरीक्षक, सीआईएसएफ; एवं मुख्य अतिथि श्रीमती आस्था जैन, संयुक्त निदेशक (राजभाषा), कोयला मंत्रालय विशेष रूप से उपस्थित रहे।

उद्घाटन सत्र में बोलते हुए नराकास अध्यक्ष एवं बीसीसीएल सीएमडी  समीरन दत्त ने कहा कि हिंदी की पहचान अंतराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रही है। धनबाद स्थित केंद्र सरकार के सभी कार्यालय नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के माध्यम से एकजुट होकर राजभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं, यह एक सराहनीय कार्य है। उद्घाटन सत्र में सेल द्वारा प्रकाशित पत्रिका “कोयला इस्पात भारती” पत्रिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर एक भव्य राजभाषा प्रदर्शनी एवं पुस्तक मेला का भी आयोजन किया गया। पुस्तक मेला का उद्घाटन नराकास अध्यक्ष श्री समीरन दत्ता एवं अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा किया गया।

इसके बाद चार तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। प्रथम सत्र में श्रीमती आस्था जैन ने “राजभाषा हिंदी की 75 वर्षों की गौरव यात्रा” विषय पर अपना मुख्य व्याख्यान दिया। उन्होंने हिंदी के विकास और वर्तमान स्थिति पर विस्तृत प्रकाश डाला। डॉ. विचित्रसेन गुप्ता, उप निदेशक (कार्यान्वयन), क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, कोलकाता ने भी इस विषय पर अपने विचार साझा किए।

द्वितीय सत्र में  बालेंदु शर्मा दाधीच, निदेशक (मार्केटिंग़ प्रमुख , सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, सिंगापुर एशिया), माइक्रोसॉफ्ट ने “हिंदी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता” विषय पर एक रोचक और ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि कैसे आधुनिक तकनीक हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में सहायक हो सकती है।

अपराह्न के तृतीय सत्र में श्री अजय मलिक, पूर्व उप निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय ने केंद्रीय राजभाषा समिति के निरीक्षण और राजभाषा नीति पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया।

अंतिम सत्र में प्रो. हिमांशु शेखर चौधरी, कोयलांचल विश्वविधालय, धनबाद ने “हिंदी के विकास में क्षेत्रीय भाषाओं का योगदान” विषय पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान आयोजित राजभाषा प्रदर्शनी और हिंदी पुस्तक मेले को भी विशेष सराहना मिली। मेले में लगभग 500 से अधिक पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें तकनीकी, साहित्यिक और शैक्षणिक पुस्तकें शामिल थीं। इस दौरान सेल, बीसीसीएल, यूनियन बैंक और कैनरा बैंक के स्टॉल को क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय और प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए।

नराकास धनबाद के लगभग 50 सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों के अलावा कोल इंडिया एवं इसकी अनुषंगी कंपनियों के प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम में स्वागत संबोधन बीसीसीएल के महाप्रबंधक (राजभाषा)  कुमार मनोज ने किया और समापन नराकास धनबाद के सदस्य सचिव श्री दिलीप कुमार सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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