गो आश्रय स्थल, पशुपालन, कृषि,उद्यान एवं मत्स्य विभाग की विभिन्न योजनाओं का जिलाधिकारी ने किया समीक्षा

कार्यो में रूचि न लेने पर डिप्टी सीबीओ औराई, भदोही, ज्ञानपुर को कारण बताओं नोटिस जारी करने का निर्देश

कार्य में प्रगति खराब होने पर मत्स्य निरीक्षक का वेतन रोकने का दिया निर्देश

भदोही / जिलाधिकारी शैलेष कुमार की अध्यक्षता में सीएम डैशबोर्ड से कृषि, उद्यान, गौ आश्रय स्थल पशुपालन एवं मत्स्य विभाग की विभिन्न योजनाओं सहित नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिग की जनपद स्तरीय निगरानी समिति की समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने गोचर/चारागाह हेतु जनपद में निर्धारित 438 स्थलों पर हरे चारे की बुवाई का समय है अधिक से अधिक हरा चारा की बुआई कराना सुनिश्चित कराने हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया। गोवंशों के लिए हरे व पौष्टिक चारे साईलेज आहार, चारे का आहार की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर जिलाधिकारी ने जोर दिया। गौशालाओं तहसील स्तरीय समन्वय कमेटी व ब्लाक समन्वय कमेटी की बैठक न कराने एवं सभी गौशालाओं का सही ढंग से निरीक्षण न करने, पर्याप्त हरा चारा की बुआई न होने एवं अन्य सभी कार्यो में रूचि न लेने पर डिप्टी सीबीओ औराई, भदोही, ज्ञानपुर को कारण बताओं नोटिस जारी करने का निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिया, और कहा कि ब्लाक स्तरीय एवं तहसील स्तरीय बैठक एवं गौशालाओं निरीक्षण रिपोर्ट ग्रुप में शेयर करें, साथ ही रिपोर्ट भी सम्बन्धित को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। अभियान चलाकर छुट्टा पशुओं को कैटल कैचर से पकड़कर गौआश्रय स्थल में संरक्षित कराये।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा गो आश्रय स्थल व पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान विभिन्न बिंदुओं पर बल दिया गया। उन्होंने जनपद के प्रत्येक विकासखंड में न्यूनतम एक वृहद गो संरक्षण केंद्र स्थापित किए जाने हेतु कम से कम एक हेक्टेयर भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने पर बल दिया।
जिलाधिकारी ने बैठक में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) सोलर पंप योजना पर बल देते हुए अधिक आवेदन कराने पर बल दिया गया। जिलाधिकारी ने बायो पेस्टिसाइड्स ,बायो नेचुरल साइडस नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, प्राकृतिक खेती आदि पर बल दिया। उन्होंने फार्म टू टेबल कॉन्सेप्ट पर बल देते हुए स्थानीय किसानों से जैविक खेती कर सब्जियों आदि को सीधे उपभोक्ता को विक्रय पर बल दिया। 
जिलाधिकारी ने डीघ उपरवार, कॉवल आदि क्षेत्रों में प्राकृतिक खेती करने वाले उपस्थित   कृषकों के कार्याे की सराहना किया तथा उप निदेशक कृषि को निर्देशित किया कि इन्ही लोगों को मास्टर टेªनर बनाते हुए अन्य किसानों को नेचुरल फार्मिग करने का प्रशिक्षण दिया जाये। कृषि विभाग की समीक्षा में फसल अवशेष प्रबन्धन योजना, मिनी किट का वितरण, फसली ऋण की प्रगति, भूमि संरक्षण की तीनों योजनाओं, प्लांट प्रोटेक्शन आदि बिन्दुओं पर बल दिया गया। उन्होंने कहा कि कुछ नया कार्य कराये। जिससे किसानों की आय में बृद्धि हो।
       मुख्य विकास अधिकारी बाल गोविन्द शुक्ल ने मिलेट्स अनाजों को बढ़ावा देने के लिए उपनिदेशक कृषि को निर्देशित किया कि मोटे अनाज सावां, कोंदो ,रागी, ज्वार ,बाजार ,आदि की मिलेट्स अनाजों को दैनिक खान-पान में शामिल करने के लिए प्रेरित करे। जिलाधिकारी ने मछुआ समुदाय के लाभार्थी परक योजनाओं, दुर्घटना बीमा आदि से आच्छादित करने पर बल दिया।
      उपनिदेशक कृषि डॉ अश्वनी सिंह द्वारा कृषि विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री प्राथमिकता की योजनाओं के अंतर्गत कृषि रक्षा रसायन डीबीटी ,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियांन पीएम कुसुम सोलर पंप योजना, बीज डीबीटी योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया।
        उद्यान विभाग की समीक्षा में जिलाधिकारी  ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में प्रगति लाने का निर्देश दिया। मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान सहायक निदेशक मत्स्य प्रमोद आदर्श ने ग्राम सभा के तालाबों का 10 वर्षीय पट्टा आवंटन की अद्यतन प्रगति, मत्स्य बीज वितरण, सघन मत्स्य पालन हेतु एयरेशन सिस्टम की स्थापना ,निषाद राज बोर्ड सब्सिडी योजना ,प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मछुआ दुर्घटना बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड का माहवार लक्ष्य एवं पूर्ति हेतु कैंप लगाने, नवीन मत्स्य जीवी सहकारी समिति का गठन करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर बल दिया। मत्स्य कार्य के प्रगति खराब होने पर मत्स्य निरीक्षक का वेतन रोकने का निर्देश दिया। बैठक में जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं सम्बन्धित जनपदीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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