सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परीक्षण के दूसरे चरण में पहुंचा

राउरकेला। सेल, राउरकेला इसपर संयंत्र (आरएसपी) द्वारा इस्पात शहर के लिए स्थापित किए जा रहे अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के जुलाई के तीसरे सप्ताह में चालू होने की उम्मीद है। उपकरण की स्थापना सफलतापूर्वक पूरा हो गया है, और परीक्षण संचालन का पहला चरण अप्रैल 2025 में आयोजित किया गया था। परीक्षण संचालन का दूसरा चरण जल्द ही शुरू होने वाला है, जिससे अंतिम परीक्षण और पूर्ण पैमाने पर कमीशनिंग का मार्ग प्रशस्त होगा। 

विशेषतः, अत्याधुनिक सुविधा 30 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) सीवेज पानी को संभालने में सक्षम है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एसपीसीबी) की सलाह के अनुसार की गई इस प्रमुख पहल का उद्देश्य पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दूर करना और इस्पात शहर में जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है। परियोजना की लागत लगभग 96 करोड़ रुपये है। 

गौरतलब है कि, आरएसपी ने उपरोक्त परियोजना के लिए मेसर्स बी जी पटेल और मेसर्स ओएसिस ईपीसी सॉल्यूशन लिमिटेड के एक संघ के साथ जून 2023 में एक व्यापक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। अनुबंध में अत्याधुनिक सुविधा के लिए स्थापना, कमीशनिंग और 5 साल का संचालन और रखरखाव समझौता शामिल है। एसटीएफ स्टील टाउनशिप में उत्पन्न पूरे सीवेज पानी को संभालेगा। अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जल प्रसंस्करण के लिए नवीनतम मूविंग बेड बायोफिल्म रिएक्टर (एमबीबीआर) तकनीक का उपयोग करेगा। 

उल्लेखनीय है कि, आरएसपी ने इस्पात शहर  के सभी निवासियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए सीवेज उपचार प्रणाली को पूरी तरह से बदलने की पहल की है।

 प्रमुख परियोजना का क्रियान्वयन आरएसपी के परियोजना विभाग द्वारा कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ), सुदीप पाल चौधरी के नेतृत्व में किया जा रहा है I यह कार्य परियोजना की समर्पित टीम द्वारा निष्पादित किया जा रहा है, जिसमें मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएँ), डी के साहू, महाप्रबंधक (परियोजनाएँ), एस के दाश, और उप महाप्रबंधक (परियोजनाएँ), वी के यादव, शामिल हैं। परियोजना की समन्वय टीम में मुख्य महाप्रबंधक (नगर इंजीनियरिंग एवं बागवानी), बी के जोजो मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएँ एवं सीएसआर), टी जी कानेकर, महाप्रबंधक, टाउन इंजीनियरिंग (जलापूर्ति), मंगल ओराम, महाप्रबंधक (सीएसआर), बी मलिक और महाप्रबंधक (नगर सेवाएँ), संजय देव, शामिल हैं। 

यह महत्वाकांक्षी प्रयास सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए सेल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पुनर्निर्मित सीवेज उपचार बुनियादी ढांचे से जल संसाधनों की गुणवत्ता में सुधार, प्रदूषण को कम करने और एक स्वस्थ और बेहतर वातावरण बनाने की उम्मीद है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *