सेल, राउरकेला इस्पात सयंत्र ने परिचालन पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए डिजिटल प्रक्रिया में किए सुधार

राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) परिचालन उत्कृष्टता की अपनी खोज में नवाचार और डिजिटल परिवर्तन को अपनाना जारी रखा है। कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी (सीएवंआईटी) विभाग ने पारदर्शिता बढ़ाने, संसाधनों का अनुकूलन करने और मैन्युअल प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए संयंत्र में कई प्रमुख प्रणालियों को लागू किया है, जो दक्षता और जवाबदेही के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रमुख पहलों में से एक एसबीआई सीएमपी (कैश मैनेजमेंट प्रोडक्ट) गेटवे के रूप में काम करने के लिए इआरपी प्राइमरी डेटा सेंटर में एक पीसी-आधारित प्रणाली का कार्यान्वयन रहा है। भारतीय स्टेट बैंक और वित्त विभाग के सहयोग से विकसित, यह प्रणाली एसएपी प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से भुगतान प्रक्रिया के स्वचालन को सक्षम बनाती है। नए सेटअप ने भुगतान प्रक्रिया में मैन्युअल हस्तक्षेप की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है, किसी भी तरह की हेराफेरी की संभावना को रोककर सुरक्षा को बढ़ाया है और एसबीआई पोर्टल पर अलग से भुगतान फ़ाइलों को एन्क्रिप्ट करने और अपलोड करने की पुरानी प्रथा को खत्म कर दिया है।  

एक और महत्वपूर्ण विकास एक क्यूआर कोड-आधारित सामग्री टैगिंग प्रणाली की शुरूआत है। नई प्रणाली लेबल या लेजर प्रिंटर का उपयोग करके एसएपी के माध्यम से सामग्री टैग बनाती है और उन्हें सीधे स्टोर में सामग्री पर चिपका देती है।

 ये डिजिटल पहल आरएसपी के पारदर्शी, कुशल और भविष्य के लिए तैयार इस्पात सयंत्र बनाने के बड़े विजन का हिस्सा हैं। सीएवंआईटी विभाग परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और सयंत्र की विकास यात्रा का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।     

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