राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के विद्युत वितरण विभाग ने 1 सितंबर 2025 को 250 मेगावाट यूनिट ग्रिड आइलैंडिंग प्रणाली का सफलतापूर्वक अनुकरण और संचालन शुरू कर दिया है। यह उपलब्धि परिचालन दक्षता और लागत अनुकूलन को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे लाभप्रदता में वृद्धि हुई है। बोकारो इस्पात संयंत्र के अतिरिक्त प्रभार सहित, आरएसपी के निदेशक प्रभारी, आलोक वर्मा ने टीम को बधाई देते हुए कर्मचारियों से आरएसपी का झंडा ऊँचा और ऊँचा फहराते रहने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि, विद्युत वितरण विभाग ने आरएसपी के शीर्ष प्रबंधन के रणनीतिक मार्गदर्शन और प्रेरक समर्थन के तहत कैप्टिव पावर प्लांट-1, पावर और ब्लोइंग स्टेशन, और एनएसपीसीएल के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए इस महत्वपूर्ण कार्य की सावधानीपूर्वक योजना बनाई और उसे क्रियान्वित किया। 2 सितंबर 2025 को ग्रिड में गड़बड़ी के दौरान इस योजना की प्रभावशीलता का प्रभावी ढंग से परीक्षण किया गया। इस घटनाक्रम के बाद, सीपीपी-II की दो कम क्षमता वाले 60 मेगावाट इकाइयों को अगले निर्णय तक रोक दिया गया है।
गौरतलब है कि, 250 मेगावाट की उत्पादन इकाई न केवल अत्यधिक प्रभावी है, बल्कि एक अत्याधुनिक सुविधा भी है। इस इकाई से उत्पादन को अधिकतम करने तथा 60 मेगावाट इकाइयों को निरंतर संरक्षण में रखने से संयंत्र की लाभप्रदता पर पर्याप्त सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, जैसा कि वार्षिक व्यापार योजना 2025-26 में परिकल्पित है।

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