उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास के क्षेत्र में हो रही है क्रांतिकारी प्रगति – मंत्री ए.के. शर्मा

*दिल्ली में आयोजित नेशनल अर्बन कॉन्क्लेव में उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने आज दूसरे दिन भी किया प्रतिभाग*

*दुनिया और देश के सैकड़ों एक्सपर्ट, भारत सरकार और राज्यों के अनेक अधिकारियों और बैंकरों की उपस्थिति में उन्होंने बताया कि कई मायने में यूपी बन रहा शहरी  विकास का मॉडल*

*मनुष्य-मशीन और तकनीक तथा जनभागीदारी के साथ यूपी के वर्तमान नगरीय प्रबंधन और नवाचारों की हुई सर्वत्र प्रशंसा*

*अपशिष्ट प्रबंधन, तकनीक के उपयोग, पीपीपी और नए वित्तीय प्रबंधन पर मंत्री श्री शर्मा के कई महत्वपूर्ण विचार स्वीकार किए गए*

लखनऊ। केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में नई दिल्ली में शुरू हुआ नेशनल अर्बन कॉनक्लेव आज दूसरे दिन चालू रहा जिसमें भारत सरकार के राज्य मंत्री टोकन साहू जी एवं मंत्रालय के सचिव  उपस्थित रहे। मंत्री श्री शर्मा ने कॉनक्लेव में बोलते हुए उत्तर प्रदेश में नगर विकास के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को सभी के साथ साझा किया। कॉनक्लेव में उपस्थित सभी ने यूपी के कार्यों और नवाचारों की प्रशंसा की।इस दौरान मंत्री ए के शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत का चेहरा होंगे हमारे नगर। इस विज़न में नगरों का बहुत महत्वूर्ण योगदान रहेगा।

उन्होंने बताया कि शहरी प्रबंधन एक गंभीर विषय है। लेकिन अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में इस दिशा में अच्छे प्रयास शुरू हुए हैं। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से हो रहे ऐतिहासिक कार्यों का उन्होंने उदाहरण दिया जिसकी लोगों ने तारीफ की । श्री शर्मा ने बताया कि लखनऊ का शिवरी कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट बन रहा है एक वैश्विक सफल गाथा जहाँ 60 वर्षों से इकट्ठा हुआ 20 लाख टन कूड़े में से तीन चौथाई से ज़्यादा को प्रोसेस कर उपयोगी वस्तुएँ बनाई गई है। साथ ही 21 एकड़ ज़मीन ख़ाली की गई है और वहाँ सुंदर पार्क, ऑफिस बिल्डिंग तथा मीटिंग हॉल बनाया गया है। बाक़ी का कूड़ा भी कुछ महीनों में साफ़ हो जाएगा।

 इसी प्रकार आज़ादी के बाद से लखनऊ के घैला में इकट्ठा हुआ 7 लाख टन कूड़े के पहाड़ को ख़त्म कर अटल प्रेरणा पार्क बनाया गया है।इनसे निकले हुए मटेरियल से लखनऊ में यूपी दर्शन पार्क बना है। जो एक वैश्विक उदाहरण बना है।यहाँ से निकला आरडीएफ सीमेंट फैक्टरियों को और कंपोस्ट खाद किसानों को दी जा रही है। इतना ही नहीं लखनऊ से रोज़ का निकलने वाला 2100 टन कूड़ा अब रोज़ प्रोसेस करते हुए जीरो डेली वेस्ट वाला शहर बना है। अब यहाँ कूड़े के पहाड़ नहीं बनेंगे। 

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार का कार्य प्रयाग और आगरा सहित कई नगरों में हुआ है। इन ख़ाली हो रही जगहों पर सुंदर मियावाकी वन और विविध पार्क बनाये गए हैं। प्रयाग में कूड़े के पहाड़ से निकले मेटल से शिवालय पार्क नामक सुंदर पार्क बनाया गया है।श्री शर्मा ने यह भी बताया कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से कई अच्छे काम हो रहे हैं और हो सकते हैं और हो रहे हैं। इसी प्रकार उन्होंने बताया कि कैसे अन्य विभागों और एजेंसियों द्वारा हो रहे कार्यों या उपस्थित की जा रही चुनौतियों का सक्षम प्रबंधन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। इस अवसर पर नए एवं विकसित भारत के चेहरे बनने वाले नगरीय निकायों को नगरीय क्षेत्रों में जन उपयोगी सुविधाओं के विकास एवं उस परिक्षेत्र के सभी विषयों के प्रबंधन हेतु निकायों को सर्वोच्च संस्था बनाने के उनके विधिक सुझाव को सभी ने स्वीकार किया।

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