आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखा जाए – रविन्द्र जायसवाल

मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने वृक्षारोपण महाभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाए जाने हेतु जन सहभागिता सुनिश्चित कराते हुए इसे जनांदोलन बनाए जाने पर विशेष दिया जोर*

*वृक्षारोपण महाअभियान के दौरान बुधवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों से भी पौधों का होगा वितरण*

  वाराणसी। उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार एवं वृक्षारोपण महाअभियान-2025 के लिये जनपद के प्रभारी मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने बताया कि आगामी 9 जुलाई दिन-बुधवार को ‘वृक्षारोपण महाभियान- 2025’ के अंतर्गत प्रदेशभर में 37 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। जिसके अंतर्गत जनपद वाराणसी को 1831300 पौध रोपण का लक्ष्य निर्धारित हैं। उन्होंने इस वृक्षारोपण महाभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाए जाने हेतु विभागों के साथ ही जन सहभागिता सुनिश्चित कराते हुए इसे जनांदोलन बनाए जाने पर विशेष जोर दिया। 

वृक्षारोपण महा अभियान 2025 को सफल बनाने के लिये मंत्री रविंद्र जायसवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को कमिश्नरी ऑडिटोरियम में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जनसहभागिता से ही हम स्वच्छ एवं स्वस्थ पर्यावरण सृजित करने की दिशा में अग्रसर होंगे। मंत्री रविंद्र जायसवाल ने प्रधानमंत्री द्वारा लोगों के भविष्य को लेकर किये जाने वाली चिंता की चर्चा करते हुए कहा कि पीएम यह चिंतित हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ी सुरक्षित कैसे हो, उसका भविष्य सुरक्षित कैसे किया जाय। इसके लिए आवश्यक है कि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जाए। एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति संवेदनशील यदि मनुष्य नहीं हुआ, तो रिपोर्ट के अनुसार धरती डूब जाएगा।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वृक्षारोपण महाअभियान में जनसहभागिता की आवश्यकता होगी। पेड़ों की पूजा हमारे संस्कृति में रही है। वृक्षों को देवता माना गया है। पीपल, नीम आदि के वृक्ष को देवी देवता के रूप में माना जाता है। जल को बचाने के लिए नदियों को देवी के रूप में माना जाता है जैसे मां गंगा, जमुना आदि। सभी विद्यालयों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाय। पर्यावरण को सिर्फ सिद्धांतों में ही नहीं व्यवहार में भी अपनाया जाय। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि विकास प्राधिकरण भी भवन का नक्शा पास करने के समय वृक्ष लगाने का भी प्रावधान करे। उन्होंने कहा कि महाअभियान के दौरान 10 हजार कत्था के पेड़ सहित विद्यालयों में शहजन, शहतूत , पीपल, नीम का पौधारोपण अनिवार्य, पान, सोपाड़ी, 20 हजार अर्जुन का पेड़ जिस पर रेशम के कीड़े पलते हैं। सिंदूर का पौधा भी बड़े पैमाने पर लगाए जाएंगे। वृक्षारोपण महाअभियान के दौरान विपक्षी दलों के लोगों को भी 5-5 पौधे, वृक्षारोपण करने हेतु उपलब्ध कराए जाएंगे। इस अवसर पर मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने सिंदूर एवं फलों के पौधों का स्कूलों के प्रधानाचार्यो सहित अन्य लोगों को वितरित किया। पेड़ो की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु मंत्री ने अपने विधायक निधि से दो हजार ट्री गार्ड की व्यवस्था कराई जाएगी। इस कार्यक्रम में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीएफओ स्वाति सिंह, सचिव वाराणसी विकास प्राधिकरण, जिला विद्यालय निरीक्षक, माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं अन्य विशिष्ट गण उपस्थित रहे।

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