विकास और विरासत पर जोर, कृषि व पर्यटन को एक साथ लेकर चलेंगे – मंत्री जयवीर सिंह

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2025 का अवध शिल्प ग्राम में भव्य आयोजन

इस अवसर पर ब्लॉगर्स-इन्फ्लुएंसर्स, स्टेक होल्डर्स सहित अन्य को किया गया सम्मानित

लखनऊ,/ राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अपने संबोधन में पर्यटन के महत्व और विकास के लिए विभाग द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। मंत्री ने कहा, कि उत्तर प्रदेश अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के लिए पूरे देश और दुनिया में विख्यात है। मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन क्षेत्र को रोजगार सृजन और आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया। उन्होंने कृषि और पर्यटन को मिलकर एक नई राह पर चलने की बात कही। 

राज्य में एग्री और रूरल टूरिज्म पर मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन के माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने एक लाख ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का जो लक्ष्य रखा है, उसमें पर्यटन का अहम योगदान होगा। हमारा विश्वास है आदरणीय प्रधानमंत्री जी के पांच ट्रिलियन इकॉनमी लक्ष्य में पर्यटन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आजादी के 100वें साल में अर्थात 2047 तक अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश पर्यटन महती भूमिका निभाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए कहा, आज के बदलते दौर में कृषि और पर्यटन साथ मिलकर बढ़ रहे हैं। एग्रो टूरिज्म आने वाले समय में नई ताकत देंगे, यह पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। उन्होंने कहा, समय आ गया है कृषि में योगदान देने वाले किसान अब पर्यटन में भी अहम भूमिका निभाएं। पर्यटन नीति के तहत होम स्टे की ओर कदम बढ़ाने वाले किसानों को रियायत दिए जाएंगे। ऐसे किसानों का स्वागत है। जयवीर सिंह बोले, कोरोना महामारी के बाद लोगों ने गांव का रुख किया तो  प्रकृति की महत्ता को समझा। किसान पर्यटन विभाग के साथ जुड़कर काम करें तो उनका भी भला होगा और एग्रो टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।

जयवीर सिंह बोले, उत्तर प्रदेश की आबादी 24 करोड़ है। 2017 में हमारी सरकार आने के बाद कानून-व्यवस्था के साथ अन्य क्षेत्रों में बड़े स्तर पर बदलाव हुए। राज्य का कायाकल्प हुआ है। दंगाइयों के प्रदेश को उत्तम प्रदेशश् बनाने में मजबूत फैसले लिए, जिससे देश-दुनिया के लोगों की अवधारणा बदली। उत्तर प्रदेश पर्यटन आज ऐसी यात्रा पर निकल पड़ा है जिसमें गांव प्राथमिकता पर है। यूपी टूरिज्म नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हम आगे भी विरासत और विकास को साथ लेकर बढ़ेंगे।

       कार्यक्रम में निम्नलिखित लोगों के बीच पुरस्कार वितरण बेस्ट टूरिज्म विलेज श्रेणी में गोल्ड पुरस्कार जैत गांव, मथुरा को, सिल्वर पुरस्कार सेल्हा गांव, पीलीभीत को, और ब्रॉन्ज पुरस्कार बुढ़ादाना गांव, औरैया को मिला। बेस्ट फार्म स्टे श्रेणी में गोल्ड पुरस्कार फूलबाग एग्री फार्म, फर्रुखाबाद (संचालक- महेश कुमार सिंह) को, सिल्वर पुरस्कार खटिया व्हीट फार्मर प्रोड्यूसर, रानीपुर, झांसी (संचालक- सियाराम) को, और ब्रॉन्ज पुरस्कार सोसाइटी ऑफ यूनिवर्स लवर्स, पूठ पुष्पावती, हापुड़ (संचालक- रामनीष तंग्री) को दिया गया। 

बेस्ट होम स्टे श्रेणी में गोल्ड पुरस्कार रोहित होमस्टे, भावंत, मैनपुरी (संचालक- रोहित कुमार प्रजापति) को, सिल्वर पुरस्कार अनुपम होमस्टे, गाढ़ा कटरा, प्रयागराज (संचालक- अनुपम) को, और ब्रॉन्ज पुरस्कार अरुण तोमर होम स्टे, नंगली तीरथ, मेरठ (संचालक- अरुण तोमर) को प्रदान किया गया। समारोह में संबंधित गांवों के प्रधान, सचिव और यूनिट संचालकों के साथ आदर्श सेवा समिति, एएमएस व जियोस्टेट संस्था के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

पिछले दिनों युवा टूरिज्म क्लब की प्रतियोगिता कराई गई थी। जिसके प्रथम विजेता संदीप कन्नौजिया, महात्मा गांधी इंटरमीडिएट कॉलेज गोरखपुर, द्वितीय विजेता ⁠शैलेन्द्र महात्मा गांधी इंटरमीडिएट कॉलेज, गोरखपुर और तृतीय विजेता ⁠अंजलि कुमारी, नवयुग कन्या इंटर कॉलेज, लखनऊ को सम्मानित किया गया। इसी तरह, दुधवा निर्वाण रिट्रीट, अ यूनिट ऑफ़ ब्लिज गेटवे प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर समीर गुप्ता सम्मानित किए गए। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति के तहत पांच निवेशकों, छह टूर ट्रेवेल ऑपरेटर्स को सम्मानित किया गया है। इसके साथ ही मथुरा में संचालित होटल ललिता ग्रैंड के संचालक अजय गुप्ता को कैपिटल सब्सिडी के लिए 90,88,790 रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान 15 कृषकों को भी सम्मानित किया गया।

 प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मे शाम ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, यूपी दिवस का आयोजन सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र, ब्रिटेन और अमेरिका सहित देश-दुनिया के अन्य देशों और प्रांतों में भी धूमधाम से मनाया गया। यह प्रगतिशीलता का प्रतीक है। ऐसे उत्सव बच्चे, युवा और बुजुर्गों को जोड़ते हैं। आज की पीढ़ी रील्स में अधिक समय व्यतीत करती है उन्हें मोबाइल से निकलकर पर्यटन करना चाहिए। 

उन्होंने प्रयागराज-अयोध्या-वाराणसी के धार्मिक ट्रायंगल घूमने का भी अनुरोध किया। महाकुम्भ 2025 पर प्रमुख सचिव ने कहा, 144 वर्षों के बाद ये संयोग बना है, उस ऊर्जा को अपने में उतारने और आत्म शुद्धि के लिए अवश्य डुबकी लगाएं। उन्होंने कृषि के नवाचार को एग्री टूरिज्म के नजरिए से देखने की बात कही। मुकेश मेश्राम ने सोशल मीडिया और इन्फ्लुएंसर्स के जरिए पर्यटन के प्रचार-प्रसार पर बल दिया। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2025 पर आयोजित कार्यक्रम में विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया, पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा, इंद्र विक्रम सिंह (सचिव) कृषि, डॉ. जितेंद्र कुमार तोमर (निदेशक) कृषि, टी.के.शिबू (विशेष सचिव) कृषि, डॉ. संजय सिंह (महानिदेशक) उप्र.कृषि अनुसंधान, सीमा रहमान खेड़ा (निदेशक), उप्र.बीज विकास निगम के प्रबंध निदेशक, पर्यटन विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति रही।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *