लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने भारतीय लोकतंत्र को नया जीवन दिया था – योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण तथा असुरन चौराहे के सौन्दर्यीकरण कार्यां का लोकार्पण किया

हमारी सरकार ने जयप्रकाश जी के गांव के स्वास्थ्य केन्द्र को 100 बेड का करने के तथा उसका नामकरण उनकी धर्मपत्नी के नाम पर करने का कार्य किया

लखनऊ :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में असुरन चौराहे पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने असुरन चौराहे के सौन्दर्यीकरण कार्यां का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी थे। उन्होंने जीवन्तपर्यन्त भारत और भारतीयता के मूल्यों एवं आदर्शां को आगे बढ़ाने का कार्य किया। इन्हीं मूल्यों एवं आदर्शां की मजबूत नींव पर भारतीय लोकतंत्र टिका है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपना जीवन स्वयं के लिए नहीं, बल्कि दूसरों व देश के लिए जिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्कालीन सरकार की तानाशाही के कारण जब एक बार ऐसा लगा कि भारत का लोकतंत्र दम तोड़ देगा, तो लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने भारतीय लोकतंत्र को नया जीवन दिया था। यह हमारा सौभाग्य है कि आज हमें उनकी प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण कार्यक्रम से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। जब इस प्रतिमा की स्थापना की गयी थी, उस समय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रो0 अशोक कुमार ने इसमें अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया था। आज वह हमारे बीच नहीं हैं। उनके परिजन इस कार्यक्रम से जुड़े हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य की सीमा पर स्थित सिताब दियारा गांव में लोकनायक जयप्रकाश नारायण का जन्म हुआ था। यह गांव माँ गंगा व सरयू जी के संगम पर अवस्थित है। जयप्रकाश जी का अन्तिम समय तक अपने गांव से जुड़ाव रहा। उन्होंने वर्ष 1977 में सरकार से अपने गांव में एक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण की मांग की थी। अपने जीवन के अन्तिम समय में उन्होंने उस स्वास्थ्य केन्द्र का नाम अपनी धर्मपत्नी श्रीमती प्रभावती के नाम पर रखने की मांग की थी। लेकिन पिछली सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। हमारी सरकार ने जयप्रकाश जी के गांव के उस स्वास्थ्य केन्द्र को 100 बेड का करने के साथ ही, उसका नामकरण उनकी धर्मपत्नी के नाम पर करने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी स्मृतियों को जीवन्त बनाने के लिए गोरखपुर जिला प्रशासन, विकास प्राधिकरण, नगर निगम और अन्य संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब चौड़ीकरण के दौरान प्रतिमा को पुनर्स्थापित करने की बात आयी तो इन्होंने बेहतरीन सौन्दर्यीकरण के रूप में यह कार्य किये हैं। यह स्थल हम सभी को नई प्रेरणा प्रदान करेगा। इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ल, गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य डॉ0 धर्मेन्द्र सिंह, विधायक महेन्द्रपाल सिंह, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ला, श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, सरवन निषाद, डॉ0 विमलेश पासवान एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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