मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री (विद्युत, आवास एवं शहरी कार्य) ने खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना में टीएचडीसी की उपलब्धि की सराहना
खुर्जा । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL), एक अग्रणी विद्युत क्षेत्र सार्वजनिक उपक्रम (PSU), ने 1320 मेगावाट क्षमता वाली खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना (KSTPP) की द्वितीय इकाई (660 मेगावाट) के सफल वाणिज्यिक परिचालन (COD) की घोषणा की।
इस ऐतिहासिक अवसर को मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री (विद्युत, आवास एवं शहरी कार्य), भारत सरकार द्वारा वर्चुअल माध्यम से यूनिट का औपचारिक शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय मंत्री (शहरी विकास एवं ऊर्जा) ए.के. शर्मा ने भी वर्चुअल माध्यम से सहभागिता की। इस अवसर पर विद्युत क्षेत्र की अनेक विशिष्ट हस्तियाँ उपस्थित रहीं, जिनमें घनश्याम प्रसाद, अध्यक्ष, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA); श्रीकांत नागुलापल्ली (आईएएस), अतिरिक्त सचिव, विद्युत मंत्रालय; पीयूष सिंह (आईएएस), अतिरिक्त सचिव, विद्युत मंत्रालय; आर.के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल; तथा नीरज वर्मा, कार्यकारी निदेशक, टीएचडीसीआईएल शामिल थे, जिन्होंने श्रम शक्ति भवन, नई दिल्ली से कार्यक्रम में सहभागिता की। इसी समय, खुर्जा एसटीपीपी नियंत्रण कक्ष से टीएचडीसीआईएल के निदेशक (वित्त) सिपन कुमार गर्ग तथा कार्यकारी निदेशक (खुर्जा एसटीपीपी) कुमार शरद ने भी कार्यक्रम में सम्मिलित होकर इस महत्त्वपूर्ण अवसर को ऐतिहासिक बनाया।
मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री (विद्युत, आवास एवं शहरी कार्य), भारत सरकार ने इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि पर टीएचडीसीआईएल एवं परियोजना से जुड़े सभी हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना (KSTPP) विद्युत क्षेत्र की वृद्धि को गति देने, ग्रिड स्थिरता को सुदृढ़ करने तथा उत्तर प्रदेश एवं देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि टीएचडीसीआईएल, जो मुख्यतः जलविद्युत कंपनी के रूप में जानी जाती है, ने इस तापीय परियोजना को रिकॉर्ड समय में पूर्ण कर एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

उत्तर प्रदेश सरकार के शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने भी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि “खुर्जा एसटीपीपी की द्वितीय इकाई का वाणिज्यिक परिचालन भारत की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को विश्वसनीय और सस्ती ऊर्जा से पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उपलब्धि उत्तर प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना राज्य एवं क्षेत्र की ऊर्जा आपूर्ति व्यवस्था को उल्लेखनीय रूप से सुदृढ़ करेगी।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) के अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद ने इस उपलब्धि पर टीएचडीसीआईएल को बधाई देते हुए कहा कि यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश और उत्तरी भारत में विद्युत आपूर्ति को सशक्त बनाएगी, बल्कि आधुनिक, सक्षम और सतत विद्युत अवसंरचना के विकास के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता को भी सुदृढ़ करेगी।
टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर.के. विश्नोई ने इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि “खुर्जा एसटीपीपी की द्वितीय इकाई का सफल वाणिज्यिक परिचालन टीएचडीसीआईएल की राष्ट्र निर्माण और परियोजना निष्पादन में उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह परियोजना करोड़ों घरों को चौबीसों घंटे सस्ती बिजली उपलब्ध कराने, रोजगार सृजन करने और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह उपलब्धि हमारी परियोजना टीम, समर्पित कार्यबल और विद्युत मंत्रालय से प्राप्त निरंतर मार्गदर्शन के कारण संभव हुई।”
खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना (KSTPP), जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 मार्च 2019 को किया था, अब अपनी द्वितीय 660 मेगावाट इकाई के वाणिज्यिक परिचालन के साथ 1320 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता प्राप्त कर चुकी है। प्रथम इकाई का वाणिज्यिक परिचालन 26 जनवरी 2025 को हुआ था और 30 मई 2025 को राष्ट्र को समर्पित किया गया, जबकि द्वितीय इकाई को 28 अगस्त 2025 को राष्ट्रीय ग्रिड से सफलतापूर्वक जोड़ा गया। इस परियोजना से मुख्यतः उत्तर प्रदेश (854 मेगावाट), राजस्थान (281 मेगावाट) और उत्तराखंड (52 मेगावाट) को विद्युत आपूर्ति की जाएगी, जबकि 133 मेगावाट केंद्रीय अप्रयुक्त कोटे में रहेगा।
इस परियोजना में उन्नत पर्यावरणीय उपाय जैसे 400 एकड़ का हरित पट्टा, एफजीडी एवं ईएसपी प्रणाली और जीरो लिक्विड डिस्चार्ज तकनीक सम्मिलित की गई है। साथ ही, यह परियोजना अपनी 25 वर्ष की आयु अवधि में लगभग 10,000 प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर सृजित करेगी। सामाजिक एवं पर्यावरणीय उत्तरदायित्वों के लिए ₹33.2 करोड़ की राशि निर्धारित की गई है, जिससे यह परियोजना उत्तरी भारत की विद्युत सुरक्षा और भारत सरकार के “सभी के लिए 24×7 बिजली” के दृष्टिकोण की दिशा में एक प्रमुख योगदानकर्ता सिद्ध होगी। इस अवसर पर परियोजना निदेशक कुमार शरद (कार्यकारी निदेशक, KSTPP) सहित टीएचडीसीआईएल के वरिष्ठ अधिकारी— आर.एम. दुबे (महाप्रबंधक), बी.के. साहू (महाप्रबंधक), संदीप भटनागर (महाप्रबंधक), शैलेश ध्यानी (ओएसडी), अनिल त्यागी (उप महाप्रबंधक), मुकुल शर्मा (उप महाप्रबंधक), एन.के. भट्ट (उप महाप्रबंधक), आई.डी. टिग्गा (उप महाप्रबंधक), दिलीप कुमार द्विवेदी (वरिष्ठ प्रबंधक), राजेश कुमार यादव (वरिष्ठ प्रबंधक), पी.के. नौटियाल (वरिष्ठ प्रबंधक), एवं विजय सिंह बिष्ट (वरिष्ठ प्रबंधक) भी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त परियोजना के सहयोगी संगठनों—एनटीपीसी, भेल, स्टैग, राइट्स, जीई वर्नोवा, एलएंडटी, इमर्सन एवं विद्युत क्षेत्र से जुड़े अन्य महत्त्वपूर्ण हितधारकों के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

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