इफको को नया नेतृत्व मिला:  के. जे. पटेल ने संभाला प्रबंध निदेशक का पद

 डॉ. उदय शंकर अवस्थी की ऐतिहासिक विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प

फूलपुर। इफको, जो विश्व की अग्रणी उर्वरक सहकारी संस्था है, में आज नेतृत्व परिवर्तन हुआ।  के. जे. पटेल ने इफको के नए प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। वे महान सहकारी नेता डॉ. यू. एस. अवस्थी के स्थान पर यह पद संभाल रहे हैं, जिन्होंने तीन दशकों से अधिक समय तक संगठन को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।

 के. जे. पटेल, वे सौराष्ट्र विश्वविद्यालय, गुजरात से मैकेनिकल इंजीनियर है। इफको में तकनीकी निदेशक (Director Technical) के रूप में कार्य कर चुके हैं। इससे पूर्व वे IFFCO की परादीप इकाई के प्रमुख (Unit Head) भी रह चुके हैं, जहाँ उनके नेतृत्व में उत्पादन, तकनीकी नवाचार और सुरक्षा मानकों में अभूतपूर्व सुधार दर्ज किया गया।

पदभार ग्रहण करते हुए  पटेल ने कहा, “डॉ. यू. एस. अवस्थी की सोंच एक महान दूरदर्शी मुखिया की रही  हैं, जिन्होंने इफको को किसान सेवा और नवाचार का प्रतीक बना दिया। उनका विज़न और रोडमैप आने वाले वर्षों के लिए एक मजबूत नींव है। मैं संकल्प लेता हूँ कि इस विज़न को और गति दूँ और सहकारी भावना के साथ किसानों के हित में कार्य करूँ।” इससे पहले डॉ.उदय शंकर अवस्थी ने अपने विदाई संबोधन में कहा की मैं खुश हूँ की मैं इफको की बागडोर एक अपने इफको परिवार के सक्षम साथी को सौप रहा हूँ जिसे इफको बोर्ड तथा अध्यक्ष ने प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है।

सहकारिता क्षेत्र में विश्व में शीर्ष संस्था के प्रूबंध निदेशक डॉ उदय शंकर अवस्थी ने अवकाश प्राप्त किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से रासायनिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद डॉ. अवस्थी नवंबर 1976 में इफको में शामिल हुए और 1993 में प्रबंध निदेशक का पदभार संभालने से पहले विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिकाओं में रहे, सन 1993 से 2025 तक लगभग 32 वर्ष वह प्रबंध निदेशक पद रहे। सहकारिता क्षेत्र में इफको को विश्व की शीर्ष संस्था बनाने में डॉ. अवस्थी का अमूल्य योगदान रहा है। डॉ उदय शंकर अवस्थी लगभग चार दशकों तक इफको की कमान संभालने वाले अवस्थी ने  केवल संगठन को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई, बल्कि किसानों और सहकारी आंदोलन की सशक्त  बनाया। उनके अद्वितीय योगदानों के लिए उन्हें आईसीए द्वारा“रॉसडेल पायनियर अवॉर्ड” और  सहकार भारती द्वारा “फर्टिलाइज़र मैन ऑफ इंडिया” के खिताब से नवाजा गया।  डॉ. अवस्थी के कार्यकाल में इफको ने नैनो यूरिया जैसी क्रांतिकारी पहल की शुरुआत की, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने पदचिन्ह बनाए और डिजिटल एवं सतत कृषि को मजबूती दी। उनके नेतृत्व में इफको किसानों के विश्वास का दूसरा नाम बन गया। इफको,  के. जे. पटेल के नेतृत्व में, किसान-केंद्रित दृष्टिकोण, तकनीकी नवाचार, और सहकारी मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए एक नए युग की ओर अग्रसर है।

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