अन्नदाता किसान प्रगति करेगा, तो प्रदेश प्रगति करेगा – योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने जनपद बाराबंकी में ‘प्रगतिशील किसान सम्मेलन : खेती की बात खेत पर एवं किसान पाठशाला के 08वें संस्करण’ का शुभारम्भ किया

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रगतिशील किसान राम सरन वर्मा तथा अन्य किसानों को सम्मानित किया

‘खेती की बात खेत पर’ के भाव के साथ हम लखनऊ के सचिवालय में बैठकर नहीं, बल्कि किसान के खेत में जाकर योजनाओं का लाभ अन्नदाता किसानों को प्रदान करेंगे : मुख्यमंत्री

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में किसानों को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु डबल इंजन सरकार कृतसंकल्पित है। ‘खेती की बात खेत पर’ के भाव के साथ हम लखनऊ के सचिवालय में बैठकर नहीं, बल्कि किसान के खेत में जाकर योजनाओं का लाभ अन्नदाता किसान को प्रदान करेंगे। हमारा अन्नदाता किसान समृद्ध होगा, तो प्रदेश समृद्ध बनेगा। प्रदेश समृद्ध होगा तो देश भी समृद्ध होगा। किसान प्रगति करेगा, तो प्रदेश प्रगति करेगा और प्रदेश प्रगति करेगा तो देश प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने में सफल होगा।

मुख्यमंत्री आज जनपद बाराबंकी में ‘प्रगतिशील किसान सम्मेलन : खेती की बात खेत पर’ एवं किसान पाठशाला के 08वें संस्करण का शुभारम्भ करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रगतिशील किसान राम सरन वर्मा तथा अन्य किसानों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रशस्ति-पत्र तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किये। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन, किसानों से संवाद तथा खेतों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। विगत 11 वर्षों में प्रदेश के प्रत्येक नागरिक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश को अपनी भावनाओं के अनुरूप समग्र विकास की धुरी बनते हुए देखा है। यहां अत्यन्त उर्वरा भूमि, पर्याप्त जल संसाधन तथा बेहतर कनेक्टिविटी मौजूद है। डबल इंजन सरकार द्वारा किसानों को सभी आवश्यक सुविधाओं से आच्छादित करने के परिणामस्वरूप प्रदेश देश में सर्वाधिक कृषि उत्पादन करने वाले राज्यों में से एक है। प्रदेश में देश की कुल कृषि योग्य भूमि का मात्र 11 प्रतिशत है। जबकि यह राज्य देश की 21 प्रतिशत खाद्यान्न आपूर्ति करता है। यह तब सम्भव हो पाया, जब डबल इंजन सरकार ने प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप किसानों को बीज से बाजार तक की सुविधा से आच्छादित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को विगत 08 वर्षां से एम0एस0पी0 का लगातार लाभ प्राप्त हो रहा है। बिचौलियों की भूमिका समाप्त कर, किसान या खेती करने वाला व्यक्ति ही अपनी उपज को क्रय केन्द्र में बेच सकता है। प्रदेश में अन्नदाता किसानों को स्वॉयल हेल्थ कार्ड और फसल बीमा की सुविधा प्रदान की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खरपतवार नियंत्रण, स्वॉयल टेस्टिंग तथा प्राकृतिक खेती पर विशेष फोकस किया गया है। किसानों को कृषि क्षेत्र में उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जा रहा है। राम सरन वर्मा जी इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं। प्रदेश में फ़ूड प्रोसेसिंग, कोल्ड स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स, डिजिटल मण्डी आदि में युवाओं को रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध कराये गये हैं। एक्सप्रेस-वे और लॉजिस्टिक्स पार्क से किसानों की उपज को राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाने की सुविधा प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश गन्ना किसानों को सौगात देते हुए गन्ने का एस0ए0पी0 400 रुपये प्रति कुन्तल तय किया गया है। किसान इसका लाभ प्राप्त कर रहा है। विगत 08 वर्षां में प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों को 02 लाख 92 हजार करोड़ रुपये से अधिक गन्ना मूल्य भुगतान किया है। प्रदेश में 122 चीनी मिलों का संचालन हो रहा है। एथेनॉल उत्पादन 41 करोड़ लीटर से बढ़कर 182 करोड़ लीटर हो गया है, जो देश में प्रथम स्थान पर है। राज्य में आलू, केला, औद्यानिक तथा अन्य ऑर्गेनिक फसलों के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। फल और सब्जियों के उत्पादन में भी प्रदेश अब देश में नम्बर एक पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का सर्वाधिक लाभ प्रदेश के अन्नदाता किसान प्राप्त कर रहे हैं। 02 करोड़ 86 लाख किसान इस योजना से जुड़े हैं। किसान को समय पर उन्नत नस्ल के बीज उपलब्ध कराने के लिए भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी के नाम पर लखनऊ में एक सीड पार्क का निर्माण कार्य आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश में 79 कृषि विज्ञान केन्द्र सक्रिय हैं। शेष 10 कृषि विज्ञान केन्द्रों पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इन केन्द्रों में किसानों को आधुनिक तकनीक और फसल को देखने के लिए डेमोन्स्ट्रेशन की सुविधा प्राप्त हो रही है। इनमें कई कृषि विज्ञान केन्द्र ‘सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में कार्य कर रहे हैं। राम सरन वर्मा जी द्वारा प्रदान किया गया खेती का यह मॉडल व्यावहारिक धरातल पर खरा उतर रहा है। इस अवसर पर प्रदेश में कृषि विकास पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी। कार्यक्रम को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह ओलख, खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सतीश चन्द्र शर्मा, कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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