हिंदी देश की अखंडता में अपनी सार्थक भूमिका निभाती है,हिंदी जन मानस के संवाद का सब से सशक्त माध्यम – जे. पी. द्विवेदी

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (का.-2) की छमाही समीक्षा बैठक सम्पन्न

नागपुर। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), नागपुर (कार्यालय-2) की छमाही समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता  जे. पी. द्विवेदी, अध्यक्ष, नराकास (का.-2) एवं सीएमडी, वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने की। बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी के निदेशक डॉ. हरिओम गाँधी, यंत्र इंडिया लिमिटेड के निदेशक संचालन एवं सीएमडी विजय कुमार अय्यर तथा वेकोलि के निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. हेमंत शरद पांडे उपस्थित रहे।  

बैठक को संबोधित करते हुए नराकास (का.-2) के अध्यक्ष एवं सीएमडी डब्ल्यूसीएल जे. पी. द्विवेदी ने कहा कि हिंदी देश की अखंडता में अपनी सार्थक भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि हिंदी जन मानस के संवाद का सब से सशक्त माध्यम है। उन्होंने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार को आवश्यक बताते हुए सभी सदस्य कार्यालयों को अधिक-से-अधिक कार्य राजभाषा हिन्दी में करने और गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के दिशानिर्देशों का अनुपालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस दिशा में सबके सहभाग एवं सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक इस्तेमाल पर बल दिया। 

वेकोलि के निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. हेमंत शरद पांडे ने अपने संबोधन में सभी कार्यालयों में प्रचार, प्रसार, प्रेरणा तथा प्रोत्साहन के जरिए हिंदी भाषा को बढ़ावा देने की बात की। उन्होंने नराकास के कार्य को सराहा तथा हिंदी के प्रयोग को बढ़ाने के लिए अपने सुझाव दिए। बैठक में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी के निदेशक डॉ. हरिओम गाँधी एवं यंत्र इंडिया लिमिटेड के निदेशक संचालन एवं सीएमडी श्री विजय कुमार अय्यर ने भी अपने विचार रखे। 

वेकोलि के राजभाषा प्रमुख एवं महाप्रबंधक (औद्योगिक संबंध) पी. नरेन्द्र कुमार ने प्रस्ताविक भाषण प्रस्तुत किया। अपने संबोधन में उन्होंने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए नराकास द्वारा किए कार्यों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने राजभाषा से संबंधित वैधानिक प्रावधानों को साझा करते हुए सभी सदस्य कार्यालयों को शत-प्रतिशत कार्य हिंदी में करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर नराकास (का.-2) के अध्यक्ष एवं सीएमडी डब्ल्यूसीएल जे. पी. द्विवेदी को नराकास (का.-2) के अध्यक्ष के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। एस. पी. सिंह, ओएसडी, वीएनआयटी, ने श्री द्विवेदी के सम्मान में मानपत्र पढ़ा तथा सभी अतिथियों ने यह मानपत्र श्री द्विवेदी को प्रदान किया। बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई एवं आम सहमति बनी। इस अवसर पर सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान नराकास (का.-2) के सदस्य कार्यालयों / विभागों के प्रमुख सहित सदस्य कार्यालयों के राजभाषा अधिकारी एवं अनुवाद अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन वेकोलि के राजभाषा अधिकारी श्री अतूल बनसोड ने किया। आयोजन में वेकोलि के राजभाषा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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