राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के सिंटरिंग प्लांट-2 (एसपी-2) की एक उद्यमी टीम ने अनोखे तकनीकी विशेषज्ञता और नवाचार का प्रदर्शन करते हुए, एसपी-2 की तौल प्रणाली में एक महत्वपूर्ण परिचालन चुनौती को दूर करने के लिए एक आंतरिक समाधान सफलतापूर्वक विकसित किया है। इस हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप 10 लाख रुपये से अधिक की पर्याप्त बचत हासिल हुई है और परिचालन उत्कृष्टता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
टीम ने तौल प्रणाली में अप्रचलित संचार कार्ड (जेकेटी कार्ड) को स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और विकसित किये गए प्रणाली से सफलतापूर्वक प्रतिस्थापित किया। नई प्रणाली चालू हो गई है और कुशलतापूर्वक कार्य कर रही है, जिससे परिचालन विश्वसनीयता में और अधिक सुधार हुआ है।
उल्लेखनीय है कि, एसपी-2 ब्लास्ट फर्नेस को फीड करने के लिए वांछित गुणवत्ता वाला लगभग 2 मिलियन टन सिंटर उत्पादित करता है। संयंत्र को रॉ मटेरियल हैंडलिंग प्लांट (आरएमएचपी) से बेसमिक्स, कोक, चूना पत्थर और डोलोमाइट, सीपी-2 से कैल्सिनेटेड चूना और ब्लास्ट फर्नेस से -5 मिमी सिंटर अंश जैसे कच्चे माल प्राप्त होते हैं। इन सामग्रियों को वेट फीडर और लॉस-इन-वेट प्रणाली के माध्यम से डाला जाता है, बेल्ट तौल द्वारा सटीक रूप से मापा जाता है, और सिंटरिंग प्रक्रिया में प्रवेश करने से पहले मिक्सिंग और बॉलिंग ड्रम में मिलाया जाता है। कच्चा माल फीडर टन-प्रति-घंटे के आधार पर संचालित होते हैं, जिसमें निर्धारित बिंदुओं और फीड दरों को वितरित नियंत्रण प्रणाली (डीसीएस), रिमोट कंट्रोल यूनिट (आरसीयू), और वेट फीडर कंट्रोल (डब्ल्यूएफसी) का उपयोग करके एक बंद-लूप प्रणाली के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है।
इन प्रणालियों के बीच संचार जेकेटी कार्ड नामक एक सामान्य घटक के माध्यम से इंटरफेस किए गए एनालॉग संकेतों पर निर्भर करता था। 1995 में संयंत्र के चालू होने के बाद से परिचालन में, ये जेकेटी कार्ड अप्रचलित हो गए थे, जिसके कारण बार-बार अनियमित फीडिंग और कभी-कभी खराबी आती थी। इसके अलावा, उनके पुराने हो जाने के कारण, कोई अतिरिक्त पुर्जे उपलब्ध नहीं थे, और वज़न प्रणाली को पूरी तरह से बदलने के लिए भारी निवेश की आवश्यकता थी । इस चुनौती का सामना करते हुए, उप प्रबंधक, पी के नाथ, उप प्रबंधक, सी बी मुंडा, कनिष्ठ अधिकारी, एस एस सार और ओसीटी प्रशिक्षु, ए माझी, सहित एक समर्पित एसपी-2 टीम ने, जिसका नेतृत्व उप महाप्रबंधक एवं अनुभाग प्रमुख श्री एस एस जेना ने किया, कार्ड के कार्यों का गहन अध्ययन किया और इन-हाउस सिग्नल आइसोलेटर और सिग्नल कनवर्टर कार्ड का उपयोग करके एक प्रतिस्थापन प्रणाली को सफलतापूर्वक डिज़ाइन किया।
नई प्रणाली को चालू कर दिया गया है और यह बिना किसी समस्या के काम कर रही है। यह अभिनव परियोजना महाप्रबंधक प्रभारी एवं विभागाध्यक्ष (एसपी-2), श्री एस के पाढ़ी और मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर), शेखर नारायण के सक्रिय मार्गदर्शन और समर्थन में पूरी की गई।
आन्तरिक घरेलु हस्तक्षेप ने न केवल परेशानी मुक्त संचालन सुनिश्चित किया है, बल्कि संयंत्र के अन्य अनुभागों में भी इसी तरह के लागत-प्रभावी नवाचारों का मार्ग प्रशस्त किया है। यह उपलब्द्धि आरएसपी कर्मचारियों की नवाचार और लागत अनुकूलन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो परिचालन उत्कृष्टता और आत्मनिर्भरता में महत्वपूर्ण योगदान देगी ।

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