सीसीएल में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन

उत्कर्ष’ वार्षिक पत्रिका का विमोचन, उत्कृष्ट कर्मियों एवं एरिया यूनिट्स को किया गया सम्मानित

रांची। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) द्वारा रांची स्थित अपने मुख्यालय परिसर में भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सीसीएल कार्यालय परिसर में स्थित शहीद स्मारक पर माल्यार्पण के साथ हुई, जहां सीसीएल के वीर शहीद कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

सीसीएल के सीएमडी  निलेंदु कुमार सिंह के नेतृत्व में निदेशकगण —  पवन कुमार मिश्रा (वित्त),  हर्ष नाथ मिश्र (मानव संसाधन),  चंद्र शेखर  तिवारी (तकनीकी/ऑपरेशन), शंकर नागाचारी (परियोजना एवं योजना), श्री पंकज कुमार (सीवीओ) — एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीदों को नमन करते हुए उनके योगदान को याद किया।

इसके पश्चात सीसीएल सभागार में दीप प्रज्वलन कर मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। सीसीएल के सीएमडी निलेंदु कुमार सिंह ने अपने संबोधन में सभी कर्मियों को श्रमिक दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा, “सीसीएल केवल एक उत्पादन इकाई नहीं, बल्कि एक सशक्त और दूरदर्शी संगठन है जो अपने श्रमिकों की मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता से नई ऊँचाइयों को छू रहा है। हमने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक का सर्वाधिक 87.55 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।”

उन्होंने कहा कि श्रमिक केवल एक शब्द नहीं, बल्कि हमारी पहचान हैं। हमें न केवल अपने कार्यों से, बल्कि अपने विचारों से भी श्रमिक बनना होगा। गुणवत्ता, मात्रा और समय पर आपूर्ति — यह हमारी कार्यशैली के तीन प्रमुख स्तंभ हैं। आधुनिक खनन तकनीकों के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा करते हुए उत्पादन करना हमारी प्राथमिकता है।

निदेशक (वित्त)  पवन कुमार मिश्रा ने कहा कि सीसीएल के सभी कर्मी कंधे से कंधा मिलाकर अपने कर्तव्य का निर्माण कर रहे हैं फलस्वरुप सीसीएल निरंतर नए आयाम स्थापित कर रही है ।

निदेशक (मानव संसाधन)  हर्ष नाथ मिश्र ने कहा, “श्रमिकों का योगदान अतुलनीय है। आज हम सब एकत्रित होकर उनके श्रम को नमन कर रहे हैं, जिन्होंने कोल इंडिया और सीसीएल को इस मुकाम तक पहुँचाया है।”

निदेशक (तकनीकी/ऑपरेशन) चंद्र शेखर तिवारी ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के इतिहास और संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “ श्रमिकों के अतुलनीय योगदान से सीसीएल ने अपना परचम लहराया है।”

निदेशक (परियोजना एवं योजना)  शंकर नागाचारी ने कहा, “मानसिक एवं शारीरिक श्रमिक मिलकर जब कार्य करते हैं, तब संगठन को मजबूती मिलती है। उन्होंने  परस्पर सम्मान के दायरे और अधिक विस्तृत करने पर ज़ोर दिया”

मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ)  पंकज कुमार ने कहा, “जब सभी मिलकर कार्य करते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है। पत्थर से पानी निकालने की ताकत श्रमिकों के पास होती है।”इस अवसर पर ट्रेड यूनियन प्रतिनिधि, सीएमओआई , महाप्रबंधक , विभागाध्यक्ष  और बड़ी संख्या में कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों ने कंपनी के प्रति अपने विचार साझा करते हुए सीसीएल के प्रबंधन की सराहना की तथा श्रमिकों की भूमिका को कंपनी की सफलता की नींव बताया। उन्होंने संगठन द्वारा श्रमिकों के हित में किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्रमिक और प्रबंधन के बीच सामंजस्य से ही संस्था आगे बढ़ती है।

कार्यक्रम के दौरान गणेश वंदना, पारंपरिक छऊ नृत्य, मुंडारी लोक नृत्य और गायन जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन प्रस्तुतियों ने झारखंड की सांस्कृतिक विविधता को मंच पर जीवंत कर दिया। इस अवसर पर सीसीएल की वार्षिक पत्रिका ‘उत्कर्ष’ का विमोचन किया गया, जिसमें वर्षभर की प्रमुख उपलब्धियों एवं कर्मचारियों की रचनात्मकता को दर्शाया गया है।यह पत्रिका सीसी एवं पीआर विभाग द्वारा प्रकाशित की गई है। समारोह के में पर सीसीएल के सीएमडी श्री निलेंदू कुमार सिंह एवं अन्य गणमान्यों द्वारा “क्षेत्र” एवं “  उत्कृष्ट योगदान देने वाले कर्मचारियों और इकाइयों को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनकी निष्ठा, मेहनत और संगठन के प्रति समर्पण को मान्यता देने का एक प्रतीक हैं। अंत में महाप्रबंधक (औ. सं)  नवनीत कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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