पर्यावरण और आजीविका को बढ़ावा देने हेतु पर्श्वांचल ग्राम में फलों का बाग़ विकसित 

राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने अपनी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) पहल के तहत सतत पर्यावरण, आजीविका और ग्रामीण विकास की दिशा में एक सार्थक कदम उठाते निजी भूमि पर एक फलों का बाग विकसित किया है। 2022 से 2025 तक चलने वाली यह परियोजना, सेवक, सुंदरगढ़ के साथ साझेदारी में क्रियान्वित की जा रही है, जिसका उद्देश्य कम उपयोग वाली भूमि को उत्पादक, आय-सृजनकारी सम्पदा में बदलना है। 

यह पौधारोपण अनुसूचित जनजाति समुदाय के सदस्य और नुआगांव ब्लॉक के बारीलेप्टा गाँव के निवासी, श्री ललित कुल्लू की भूमि पर किया गया। 20,234 वर्ग मीटर से अधिक भूमि पर 270 फलदार पौधे लगाए गए हैं – जिनमें दशहरी, लंगड़ा और बैगनपल्ली जैसी प्रीमियम आम की किस्में शामिल हैं। जैव विविधता को बढ़ाने और दीर्घकालिक पारिस्थितिक और आर्थिक लाभ प्रदान करने के लिए बाग को सागवान, नीम, जामुन और करंज जैसी 350 सीमांत फसलों से और समृद्ध किया गया है। आवारा मवेशियों और अन्य खतरों से बचाने के लिए बाग़ को स्टील वेल्डेड तार और आरसीसी खंभों का घेरा से सुरक्षित किया गया है । 

यह पहल जैविक उर्वरकों और नीम के तेल के उपयोग के माध्यम से जैविक खेती के तरीकों को भी बढ़ावा देती है, जिससे टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल खेती सुनिश्चित हो सके । 

लाभार्थी श्री ललित कुल्लू ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं इस अनमोल सहयोग के लिए आरएसपी का आभारी हूँ। यह बाग न केवल पर्यावरण में सुधार करेगा, बल्कि आने वाले वर्षों में मेरे परिवार को आजीविका का एक विश्वसनीय स्रोत भी प्रदान करेगा। पहले, यह भूमि अप्रयुक्त थी – पर अब यह जीवन और आशा से भरपूर है।” इस पहल का उद्देश्य स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाकर, स्थायी भूमि उपयोग को प्रोत्साहित करके और दीर्घकालिक आजीविका वृद्धि के अवसर पैदा करके समावेशी विकास और पर्यावरणीय संरक्षण लाना है।

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