सशक्त महिला नेत्री अभियान” के अंतर्गत महिला प्रधानों हेतु मास्टर ट्रेनरों का चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

**ग्राम पंचायतों में महिला नेतृत्व को सशक्त करने हेतु चार दिवसीय TOT कार्यक्रम आयोजित*

*महिला प्रधानों के सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम: प्रशिक्षकों को खेल विधि से मिला प्रशिक्षण*

*पंचायती राज मंत्रालय की पहल पर नेतृत्व विकास हेतु महिला प्रधानों के लिए प्रशिक्षक तैयार*

लखनऊ:  महिला सशक्तिकरण एवं ग्राम स्तर पर प्रभावी नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप “सशक्त महिला नेत्री अभियान” के अंतर्गत गोरखपुर एवं चित्रकूट मंडलों में महिला प्रधानों हेतु प्रशिक्षकों का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (Training of Trainers – TOT) आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ऐसे मास्टर ट्रेनर तैयार करना है, जो ग्राम पंचायतों में कार्यरत महिला प्रधानों को उनके दायित्वों, अधिकारों तथा प्रशासनिक दक्षताओं के संदर्भ में प्रशिक्षित कर सकें।

प्रशिक्षण में सहभागिता करने वाले मास्टर ट्रेनरों को विशेष रूप से खेल विधि (Game-Based Learning) एवं सहभागितामूलक प्रशिक्षण तकनीकों के माध्यम से शिक्षित किया गया, जिससे वे प्रशिक्षण के दौरान विषयवस्तु को प्रभावी एवं सरल तरीके से महिला प्रधानों तक पहुँचा सकें। यह प्रशिक्षण महिला प्रतिनिधियों के भीतर नेतृत्व विकास, आत्मविश्वास, संवाद कौशल तथा स्थानीय शासन की समझ को प्रबल बनाने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। खेलों, समूह चर्चाओं, समस्या-समाधान गतिविधियों एवं रीयल केस स्टडीज के माध्यम से प्रतिभागियों को ग्राम पंचायत प्रबंधन, योजना निर्माण, बजट उपयोग, पारदर्शिता, जवाबदेही एवं महिला अधिकारों की व्यावहारिक जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए न केवल विषयवस्तु को ग्रहण किया, बल्कि अपने क्षेत्रीय अनुभवों को साझा कर प्रशिक्षण को अधिक समृद्ध एवं व्यावहारिक बनाया। इन प्रशिक्षकों की भूमिका आगामी दिनों में अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यही मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जिलों में महिला प्रधानों को प्रशिक्षित कर उन्हें एक प्रभावी, जागरूक एवं उत्तरदायी नेतृत्वकर्ता के रूप में तैयार करेंगे।

गौरतलब है कि “सशक्त महिला नेत्री अभियान” भारत सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य महिला पंचायत प्रतिनिधियों को केवल नाममात्र की नेता नहीं, बल्कि वास्तविक रूप में निर्णय लेने वाली, सशक्त और जागरूक ग्राम स्तर की नीति निर्धारक के रूप में स्थापित करना है। इस कार्यक्रम से यह अपेक्षा की जा रही है कि पंचायतों में महिला भागीदारी मात्र सांकेतिक न रहकर, वास्तविक परिवर्तन की वाहक बनेगी। इस अवसर पर संबंधित मंडलों के वरिष्ठ अधिकारियों, विषय विशेषज्ञों एवं पंचायत राज विभाग की प्रमुख महिलाओं की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम का संचालन पूर्णतः व्यवस्थित एवं उद्देश्यपरक ढंग से किया गया, जिससे प्रतिभागियों को एक गुणवत्तापूर्ण सीखने का वातावरण प्राप्त हुआ।

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