डबल इंजन सरकार तुष्टिकरण नहीं, बल्कि विकास के माध्यम से जनता – जनार्दन की संतुष्टि का माध्यम बन रही – योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने जनपद बरेली में लगभग 2,264 करोड़ रु0 की 545 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया

बरेली को नाथ कॉरिडोर के माध्यम से विशेष पहचान मिल रही, यह भगवान पार्श्वनाथ की पावन धरा भी : मुख्यमंत्री

नाथ कॉरिडोर में लाखों की संख्या में श्रद्धालुजन ने जलाभिषेक के कार्यक्रम के साथ जुड़कर अपनी श्रद्धा को महादेव के चरणों में समर्पित किया

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बरेली को नाथ कॉरिडोर के माध्यम से विशेष पहचान मिल रही है। यह भगवान पार्श्वनाथ की पावन धरा भी है। यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। बरेली में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने भारी बरसात के बावजूद उत्साह और उमंग के साथ कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जनपदवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उत्साह और उमंग विरासत और विकास के अभियान को नई गति देगा। यही गति बरेली की प्रगति का आधार बनेगी।
मुख्यमंत्री आज जनपद बरेली में लगभग 2,264 करोड़ रुपये की 545 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित जनसभा में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसमें लगभग 1,259 करोड़ रुपये की 222 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा लगभग 1,005 करोड़ रुपये की 323 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक व चाभी, प्रमाण पत्र, प्रशस्ति-पत्र, टैबलेट, गैस चूल्हा आदि प्रदान किये। इस अवसर पर आयोजित रोजगार मेले में विभिन्न कम्पनियों द्वारा चयनित 06 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन तथा बच्चों का अन्नप्राशन एवं महिलाओं की गोदभराई की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अन्तर्गत पौधरोपण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे सावन माह में नाथ नगरी में आकर महादेव के चरणों में नमन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जब अच्छी सरकार आती है तो विकास और समृद्धि साथ लेकर आती है। वर्ष 2017 से पूर्व बरेली दंगाग्रस्त जनपद बन गया था, लेकिन वर्ष 2017 के बाद जनपद बरेली की पहचान नाथ कॉरिडोर से बन गयी है। डबल इंजन सरकार नाथ नगरी बरेली में भगवान शिव के प्राचीन मन्दिर बाबा अलखनाथ, त्रिवटीनाथ, बाबा बनखण्डीनाथ, बाबा धोपेश्वरनाथ, श्री तपेश्वरनाथ, श्री मणिनाथ और श्री पशुपतिनाथ मन्दिर कॉरिडोर को विकसित कर रही है, अब यह बरेली की पहचान बन गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें लोगों को आपस में बांटने का कार्य करती थीं। वोट बैंक के लिए राजनीतिक तुष्टिकरण का कार्य करती थीं। सुरक्षा में सेंध लगाने वालों का सम्मान करती थीं, लेकिन डबल इंजन सरकार तुष्टिकरण नहीं, बल्कि विकास के माध्यम से जनता-जनार्दन की संतुष्टि का माध्यम बन रही है। विरासत को विकास कार्यों से जोड़ रही है। आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। दंगामुक्त व भयमुक्त वातावरण देकर विरासत और विकास के साथ आपको जोड़कर आपके वर्तमान के साथ-साथ भावी पीढ़ी के भविष्य को उज्ज्वल, सुखद तथा उन्हें समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। आज उसके परिणाम भी हम सबको देखने को मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज बरेली मण्डल के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बरेली के विकास के सम्बन्ध में चर्चा हुई। बरेली के विकास के सम्बन्ध में प्राथमिकताएं तय की गयीं। यह सभी विकास कार्य जब लागू किए जाएंगे, तब जनपद बरेली, बदायूं, पीलीभीत व शाहजहांपुर के विकास को एक नई उड़ान मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बाढ़ सुरक्षा तथा राम गंगा से जुड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया जा रहा है। एन0एच0-24 से शंखा पुल के मार्ग का चौड़ीकरण, राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण तथा पुराने भवनों की मरम्मत और निर्माण कार्यों को भी आज के लोकार्पण, शिलान्यास कार्यक्रम से जोड़ा गया है। नाथ कॉरिडोर के अन्तर्गत अलखनाथ मंदिर, तुलसीमठ मंदिर, धोपेश्वरनाथ मंदिर, त्रिवटीनाथ मंदिर, बनखण्डीनाथ मंदिर, तपेश्वरनाथ मंदिर तथा पशुपतिनाथ मंदिर के पर्यटन विकास से जुड़ी विकास योजनाओं को अलग से स्वीकृत किया गया है, ताकि बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को एक नई गति मिल सके। साथ ही, श्री अहिच्छत्र पार्श्वनाथ अतिशय तीर्थक्षेत्र दिगम्बर जैन मंदिर, ऊर्जा विभाग, नगर निगम की अन्य परियोजनाओं को भी स्वीकृति दी गयी है। इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जे0पी0एस0 राठौर, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 अरुण कुमार सक्सेना, गन्ना विकास एवं चीनी मिलें राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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