समापन समारोह कैरियर विकास सम्मेलन 2.0: नई दिशाओं की ओर

रायपुर/ हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, रायपुर (HNLU) ने अपनी इंटर्नशिप एवं भर्ती समिति के माध्यम से, R-HaS और CG-Learn के सहयोग से, 12 अप्रैल 2025 को छह महीने लंबे कैरियर विकास सम्मेलन 2.0: नई दिशाओं की ओर का समापन समारोह सफलतापूर्वक आयोजित किया।

कैरियर विकास सम्मेलन (CDC) के पहले संस्करण की सफलता के आधार पर, इसका दूसरा संस्करण 5 अक्टूबर 2024 को प्रारंभ हुआ था। बीते महीनों में, इस सम्मेलन में 75 से अधिक प्रतिष्ठित और सफल पेशेवरों ने भाग लिया। सम्मेलन को 30 से अधिक विशिष्ट व्यक्तियों—जो प्रमुख विधि फर्मों में ‘पार्टनर’, ‘डिज़िग्नेटेड एवं मैनेजिंग पार्टनर’ अथवा ‘को-फाउंडर’ जैसे पदों पर हैं—का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, साथ ही भारत और विदेशों के 20 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थानों से 40 से अधिक विशेषज्ञों ने भी इसमें योगदान दिया।

यह सम्मेलन कुल 21 विचारोत्तेजक सत्रों में आयोजित हुआ, जिनमें दो वैश्विक संगोष्ठियाँ भी सम्मिलित थीं। इन सत्रों में विविध विषयों को शामिल किया गया जैसे:
कानूनी प्रतिभा की बदलती प्रवृत्तियाँ, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून, बौद्धिक संपदा विवादों में करियर, WTO@30 और भारत, तकनीक, मीडिया और दूरसंचार, प्रतिस्पर्धा कानून का आधुनिकीकरण और वैश्वीकरण को अपनाना, सामाजिक समावेशन को प्रोत्साहित करना, और अकादमिक एवं औद्योगिक क्षेत्र के बीच सहयोग को सुदृढ़ बनाना आदि।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एस. रमेश, आईआरएस (सेवानिवृत्त), पूर्व अध्यक्ष, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC), बेंगलुरु की गरिमामयी उपस्थिति रही, और विशिष्ट अतिथि के रूप में सुश्री जाह्नवी उपाध्याय, उपाध्यक्ष (वैश्विक विधिक), एक्सेंचर, नई दिल्ली उपस्थित रहीं।

सुश्री जाह्नवी उपाध्याय ने छात्रों के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए जीवन के “भावनाओं, कार्यों और परिणामों के इंद्रधनुष” को अपनाने की बात कही और कहा कि “सच्चाई से किए गए चुनाव अंततः आपके जीवन की दिशा तय करते हैं। उपस्थित रहें, प्रामाणिक रहें, और याद रखें—छवि मायने रखती है—जैसे दुनिया आपको देखती है और जैसे आप दुनिया को देखते हैं।”

एस. रमेश ने अपने चार दशकों के अद्वितीय अनुभव से भारत की आर्थिक सुधारों और नियामकीय नवाचारों की यात्रा को रेखांकित किया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आप कानून के भविष्य के वास्तुकार हैं—आप ही इसे बनाएंगे, समझेंगे, लागू करेंगे और उस पर तर्क देंगे।”उन्होंने CDC 2.0 को “परिवर्तन और सक्रियता का अग्रदूत” बताया और HNLU की प्रशंसा की कि उसने उच्चस्तरीय वक्ताओं को एक मंच पर लाकर कानूनी शिक्षा में करियर विकास की संभावनाओं को विस्तार दिया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन ने कहा, “CDC का यह दूसरा संस्करण अकादमिक क्षेत्र और पेशेवर जगत के बीच की खाई को पाटने में प्रभावी रहा। यह सम्मेलन न केवल छात्रों की दृश्यता को बढ़ाता है, बल्कि उनके अकादमिक और करियर विकास के लिए नई संभावनाएँ भी खोलता है।”

CDC की पहुँच आंकड़ों से परे जाकर प्रभावी रही। इसमें HNLU के छात्रों के साथ-साथ CG-Learn नेटवर्क से जुड़े संस्थानों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। सम्मेलन ने छात्रों, वकीलों, न्यायाधीशों, सिविल सेवकों, विधि फर्मों के साझेदारों, बैंक एवं वित्तीय संस्थाओं के सलाहकारों, नीति निर्माताओं, उद्यमियों और अन्य प्रमुख हितधारकों के बीच संवाद एवं नेटवर्किंग के बहुमूल्य अवसर उपलब्ध कराए।

समापन समारोह में CDC 2.0 का आधिकारिक दस्तावेज (Compendium) जारी किया गया, जिसमें विगत महीनों की समस्त चर्चाएँ, सत्र और अनुभव संकलित हैं। साथ ही, 2026 बैच के लिए “डे ज़ीरो” की घोषणा 11 अगस्त 2025 के लिए की गई, जो HNLU के भावी विधिक पेशेवरों के लिए नई पेशेवर यात्रा की शुरुआत को दर्शाता है।

समारोह की शुरुआत डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार (प्रभारी), HNLU रायपुर के स्वागत भाषण से हुई, इसके बाद डॉ. अंकित अवस्थी, समन्वयक, कैरियर विकास सम्मेलन ने CDC 2.0 की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

CDC 2.0 के इस भावनात्मक समापन को मयंक श्रीवास्तव, सह-समन्वयक द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ विराम दिया गया, जिसमें उन्होंने प्रत्येक छात्र, शिक्षक एवं कर्मचारी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस सम्मेलन को न केवल सफल बनाया, बल्कि इसे एक स्थायी विरासत में बदल दिया।

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