उत्तर प्रदेश 2027 तक बाल श्रम मुक्त होगा -अनिल राजभर

कार्यक्रम में हाल ही में जिनेवा में आईएलओ एवं यूनिसेफ द्वारा प्रस्तुत वैश्विक रिपोर्ट के मुख्य बिंदु साझा किए गए। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 में विश्व भर में 13.8 करोड़ बच्चे बाल श्रम में संलिप्त पाए गए, जिनमें 5.4 करोड़ खतरनाक कार्य कर रहे हैं। रिपोर्ट ने चेताया है कि यदि वर्तमान प्रयासों की गति यही रही तो 2025 तक बाल श्रम उन्मूलन का वैश्विक लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रयासों को 11 गुना तेज करना होगा। भारत में 2011 की जनगणना के अनुसार एक करोड़ से अधिक बाल श्रमिक हैं, जिनमें से 2.5 लाख उत्तर प्रदेश में हैं। प्रदेश में बाल श्रम का सर्वाधिक हिस्सा कृषि, घरेलू कार्य और छोटे उद्योगों में है।

कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के माधव जी, महिला कल्याण विभाग के बी.एस. निरंजन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डॉ. सी.एस. बाजपेयी, पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की कार्ययोजना प्रस्तुत की। बाल कल्याण समिति कानपुर के सदस्य दीप अवस्थी ने बाल कल्याण समितियों की भूमिका विस्तार से बताई।

अटल आवासीय विद्यालय की महानिदेशक श्रीमती पूजा यादव ने विद्यालय की प्रगति एवं बाल श्रमिकों के लिए विशेष व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर अटल विद्यालय पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्य अतिथि श्री अनिल राजभर द्वारा बाल श्रम उन्मूलन पर आधारित दो पोस्टर और योजनाओं से संबंधित पुस्तिका का विमोचन किया गया।

समारोह में भिक्षावृत्ति से मुक्त कराई गई पायल और माही को मंच पर सम्मानित किया गया। दोनों बालिकाओं ने अपने जीवन संघर्ष साझा करते हुए डॉक्टर बनने की इच्छा व्यक्त की। लखनऊ और कानपुर के बाल श्रमिक विद्या योजना से जुड़े बच्चों अनिका यादव, समृद्धि यादव, अभिषेक विश्वकर्मा, अभिनव विश्वकर्मा, अनाया गुप्ता, पलक कश्यप, पारस कश्यप, फारा और हिफ्ज़ा सहित अन्य बच्चों को भी योजनाओं से लाभान्वित किया गया।

उ.प्र. भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की मातृत्व एवं शिशु हित योजनाओं के अंतर्गत अशोक कुमार, कुंती यादव, राहुल लोधी व अनित को भी लाभ प्रदान किया गया। श्रम आयुक्त श्री मार्कण्डेय शाही ने सभी उपस्थित जनों को बाल श्रम उन्मूलन एवं पुनर्वास के लिए शपथ दिलाई।

कार्यक्रम के समापन सत्र में एम्प्लॉयर एसोसिएशन, ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों, भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री श्री अनिल उपाध्याय और आईआईए के चेयरपर्सन ने बाल श्रम के विरुद्ध साझा प्रतिबद्धता व्यक्त की। बाल श्रम उन्मूलन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 जनपदों – गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, कानपुर नगर, लखनऊ, गाजियाबाद, आगरा, जौनपुर, उन्नाव, मुजफ्फरनगर और आजमगढ़ को सम्मानित किया गया। साथ ही, बाल श्रमिक विद्या योजना सहित विभिन्न योजनाओं के 50 से अधिक लाभार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम में बाल श्रम उन्मूलन और पुनर्वासन में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले श्रम विभाग के जनपद गौतम बुध नगर,मेरठ कानपुर नगर लखनऊ गाजियाबाद आगरा जौनपुर उन्नाव मुज्जफनगर व जौनपुर के अधिकारियों को समित किया गया

इस अवसर पर श्रम विभाग, पुलिस, sपंचायत, ग्राम्य विकास, शिक्षा, समाज कल्याण विभागों के अधिकारी, बाल श्रमिकों के परिजन, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थी, बाल श्रमिकों सहित लगभग 1000 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे।

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