सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र में राजभाषा पखवाड़े के उपलक्ष्य में भव्य पुरस्कार समारोह का आयोजन

राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने 23 सितंबर, 2025 को ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग  के गोपबंधु सभागार में चल रहे राजभाषा पखवाड़े के उपलक्ष्य में एक भव्य पुरस्कार समारोह का आयोजन किया। आरएसपी के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन), तरुण मिश्र मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यपालक निदेशक (संकार्य),  बिस्वारांजन पालाई, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन),  अनिल कुमार, कार्यपालक निदेशक (खान),  एम पी सिंह और कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ),  सुदीप पाल चौधरी विशिष्ट अतिथि थे, जबकि गृह मंत्रालय, राजभाषा  भाषा विभाग, कोलकाता के क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (पूर्व) के उप निदेशक (कार्यान्वयन), डॉ. विचित्रसेन गुप्त मुख्य वक्ता थे। इस अवसर पर कई मुख्य महाप्रबंधक, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी और पुरस्कार विजेता उपस्थित थे। 

अपने संबोधन में मिश्र ने मातृभाषा, क्षेत्रीय भाषाओं और राज्य भाषा के संदर्भ में राजभाषा के महत्व पर विस्तार से बताया और इसके प्रचार-प्रसार के प्रति आरएसपी की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने आधिकारिक कामकाज में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल उपकरणों के उपयोग को भी प्रोत्साहित किया।  अपने मुख्य भाषण में डॉ. सेनगुप्त ने जोर दिया कि हर नागरिकता की सर्वप्रथम पहचान भारतीय होना है। उन्होंने आधिकारिक कामकाज में हिंदी को बढ़ावा देने की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला, कहा कि कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जैसी आधुनिक तकनीकों ने इसके उपयोग को आसान बना दिया है और राजभाषा को आगे बढ़ाते हुए सभी भाषाओं का सम्मान करने की आवश्यकता पर बल दिया। 

इससे पहले, भारत सरकार के केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री, अमित शाह, भारी उद्योग और इस्पात मंत्री,  एच डी कुमारस्वामी और सेल के सीएमडी अमरेंद्र प्रकाश के संदेशों को क्रमशः ओसीटी (इंस्ट्रूमेंटेशन एवं ऑटोमेशन), सुश्री आयुषी कुमारी, सहायक महाप्रबंधक (परियोजनाएँ), श्री मनीष कुमार और वरिष्ठ सलाहकार (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा), डॉ. रिचा सुरित द्वारा पढ़ा गया । 

श्री मिश्र ने अन्य गणमान्यों के साथ कर्मचारियों, अनुबंध श्रमिकों और स्कूली छात्रों के बीच राजभाषा पखवाड़े के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल का भी सम्मान किया गया। समारोह में 100 से अधिक लोगों को पुरस्कार प्रदान किये गए । 

राजभाषा के बेहतर कार्यान्वयन के लिए राजभाषा ट्रॉफी कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी (सीएंडआईटी) विभाग को दी गई, जिसे मुख्य महाप्रबंधक (सीएंडआईटी) के के सेनगुप्ता और उनकी टीम ने ग्रहण किया। 

कार्यक्रम में, श्री मिश्र ने ई-इस्पात दर्पण-2025, उड़िया-हिंदी द्विभाषी पत्रिका का विमोचन किया। कर्मीमित्र ऐप में हिंदी कार्य-साधक ज्ञान आंकलन भाग भी लॉन्च किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई, जिसके बाद गणमान्यों ने दीप प्रज्वलित किया। प्रसिद्ध गायिका बसवदत्ता महंती ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। महाप्रबंधक (जन संपर्क) एवं संचार मुख्य सुश्री अर्चना शतपथी ने स्वागत भाषण दिया और राजभाषा के प्रचार के लिए की गई मुख्य गतिविधियों पर प्रकाश डाला । उप प्रबंधक (जन संपर्क), सशांक पटनायक ने पुरस्कार वितरण समारोह का समन्वय किया। कार्यक्रम का समापन सहायक महाप्रबंधक (जन संपर्क–राजभाषा), सुश्री लोलाती टोप्पो के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। सहायक प्रबंधक (जन संपर्क), जयदेव मजूमदार ने कार्यक्रम का मंच संचालन किया। यह कार्यक्रम आरएसपी की जन संपर्क-राजभाषा टीम द्वारा आयोजित किया गया ।

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