अधिकारी समयबद्धता, संवेदनशीलता और समर्पण भाव से करें कार्य – ए के शर्मा

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने छठ पर्व के दृष्टिगत प्रदेश के सभी नगरीय निकायों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की, स्वच्छता, प्रकाश, पेयजल एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं पर दिए स्पष्ट निर्देश*

*श्रद्धालुओं की सुविधा एवं श्रद्धा सर्वोच्च प्राथमिकता*

लखनऊ, / नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा ने आगामी छठ पर्व के दृष्टिगत प्रदेश के सभी नगरीय निकायों की तैयारियों की समीक्षा हेतु आज एक वर्चुअल बैठक की। इस बैठक में नगर विकास विभाग, ऊर्जा विभाग, जल निगम, नगरीय निकाय निदेशालय सहित प्रदेश के सभी नगर आयुक्त, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी, अभियंता तथा संबंधित अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से जुड़े।

बैठक की शुरुआत में मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि छठ पर्व केवल आस्था का नहीं, बल्कि अनुशासन, स्वच्छता और सामूहिक जिम्मेदारी का पर्व है। उन्होंने कहा कि यह अवसर समाज के समर्पण, सफाई, श्रद्धा और एकजुटता को प्रदर्शित करता है, इसलिए प्रशासनिक दृष्टि से इसकी तैयारियों में किसी प्रकार की लापरवाही या ढिलाई स्वीकार्य नहीं होगी।मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि छठ पर्व के अवसर पर लाखों श्रद्धालु घाटों पर जाकर सूर्य उपासना करते हैं, ऐसे में सभी निकाय यह सुनिश्चित करें कि सभी घाटों पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, फॉगिंग, जल निकासी, और सुरक्षा प्रबंध पूरी तरह दुरुस्त रहे।

मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन स्थानों पर छठ पूजा होती है, वहां की सड़कें समतल और सुरक्षित हों, रास्तों पर स्ट्रीट लाइटें कार्यशील रहें और बिजली की तारें खुले में न लटकें। उन्होंने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि छठ पर्व के दौरान किसी भी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए सभी फीडरों का निरीक्षण कर लिया जाए और आवश्यक मरम्मत समय रहते कर ली जाए।

मंत्री श्री शर्मा ने पेयजल व्यवस्था पर भी विशेष बल देते हुए कहा कि नगर निकायों के वाटर स्टेशन और हैंडपंपों की कार्यशीलता सुनिश्चित की जाए, घाटों के समीप पेयजल टैंकरों की व्यवस्था की जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि निकाय अपने स्तर से स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर घाटों पर प्राथमिक उपचार केंद्र भी स्थापित करें, जिससे किसी आकस्मिक स्थिति में तत्काल मदद दी जा सके।

उन्होंने कहा कि यह पर्व सिर्फ साफ-सफाई का नहीं, बल्कि “जन आस्था के सम्मान” का भी पर्व है। इसलिए सभी नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी व्यक्तिगत रूप से भ्रमण कर तैयारियों की समीक्षा करें और आवश्यकतानुसार सुधार कराएं। मंत्री ने कहा कि छठ पूजा के मार्गों पर यातायात व्यवस्था भी सुव्यवस्थित रहे, इसके लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर योजना बनाई जाए।उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा  कि प्रदेश के सभी नगरों में छठ पर्व पूरी शांति, स्वच्छता और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न होना चाहिए।सभी अधिकारी अपने-अपने जिलों में स्थलीय निरीक्षण करें, मीडिया व जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखें और जनता एवं श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराएं। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव नगर विकास पी गुरु प्रसाद, निदेशक श्री अनुज झा,अपर निदेशक डॉ असलम अंसारी सहित अन्य सभी अधिकारी उपस्थित रहे।

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