प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आहूत*
*समीक्षा बैठक में प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में जिले के योगदान को लेकर विस्तृत चर्चा हुई*
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री तथा जनपद वाराणसी के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में जनपद में गतिमान विभिन्न परियोजनाओं तथा प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में जिले के योगदान को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई जिसमें जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा विभिन्न योजनाएं तथा वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में जिले के योगदान की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से रखी गयी।
जिलाधिकारी ने 2023-24 के आंकडों के आधार पर जनपद वाराणसी के आंकडों को प्रभारी मंत्री के समक्ष प्रस्तुत करते हुए बताया कि वर्तमान में जिले की जनसंख्या 36.77 लाख (2011 के सेंसस से) है जिसके 2025 तक 43.87 लाख होने का अनुमान है। जिले की वर्तमान जीडीपी 51,036 करोड़ (प्रचलित भावों पर) तथा 29,797 करोड़ (स्थायी भावों पर) है तथा वार्षिक विकास दर 13.8% है, जनपद का राज्य जीडीपी में योगदान 1.99% है तथा प्रति व्यक्ति आय 103354 रुपये है। प्राथमिक सेक्टर का जनपद जीडीपी में योगदान 8.57%, द्वितीयक सेक्टर का 25.58% तथा तृतीयक सेक्टर का 65.85% योगदान है। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले का तृतीयक सेक्टर का वर्तमान आंकड़ा तीस हजार करोड़ का है जिसको बढ़ाकर एक लाख करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है। पर्यटकों की संख्या में 42 प्रतिशत तथा होटल उद्योग में 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
प्रभारी मंत्री ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों की जीडीपी में योगदान को गुणात्मक रूप से बढ़ाने हेतु जोर दिया। उन्होंने जनपद के वर्तमान आकड़ों में तीन गुना बढ़ोत्तरी करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुधन, वानिकी, मत्स्य में विशेष प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने अर्थव्यवस्था को गति देने हेतु तात्कालिक एवं दीर्घकालिक लक्ष्य तैयार करने तथा माइक्रोप्लानिंग कर कृषि एवं आनुषंगिक क्षेत्रों पर फोकस करने के निर्देश भी दिये।
प्राथमिक सेक्टर को बढ़ाने हेतु राजकीय कृषि प्रक्षेत्र पर सीड पार्क की स्थापना, फसलों के बीज मिनीकिट का कृषकों के मध्य निःशुल्क वितरण, कृषि उत्पादों का निर्यात, एग्रीटेक स्टार्टअप, गोदाम, शीतगृह की स्थापना, कृत्रिम गर्भाधान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। द्वितीयक सेक्टर में संगठित तथा असंगठित विनिर्माण तथा पंजीकृत एमएसएमई इकाइयों, विद्युत, गैस तथा जल एवं अन्य उपयोगी सेवायें से बढ़ावा दिया जा रहा है। तृतीयक सेक्टर के विकास हेतु पर्यटन उद्योग, मेडिकल टूरिज्म, होम स्टे, गंगा नदी में क्रूज तथा इलेक्ट्रिक नावों का संचालन आदि से उचित आवागमन आदि से सेवा सेक्टर को और गति दी गयी है। बैठक के अंत में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा प्रभारी मंत्री के समक्ष धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि माननीय मंत्री जी के निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने तथा प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की बनाने में जनपद का समुचित योगदान सुनिश्चित किया जाएगा।
बैठक में आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्य, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, त्रिभुवन राम, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ सुनिल पटेल, सदस्य विधान परिषद हंसराज विश्वकर्मा, राय धर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण भी पुलकित गर्ग, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीएफओ वाराणसी स्वाति सिंह समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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