मेडिकल, हेल्थ केयर और एग्रीकल्चर क्षेत्र में ए0आई0 के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जाएं – योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने जनपद उन्नाव में चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस का उद्घाटन किया

देश की पहली ए0आई0 ऑगमेन्टेड मल्टी डिसिप्लिनरी चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस के नये सत्र 2025-26 का शुभारम्भ

जनपद उन्नाव में औद्योगिक निवेश के लिए लगभग 22,000 करोड़ रु0 के निवेश प्रस्ताव

लखनऊ :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस की एक नई सौगात आज उन्नाववासियों को प्राप्त हुई है। यह कैम्पस भारत के भविष्य को तराशने के लिए कलम और तलवार के बेहतर समन्वय का कार्य करेगा। इसका उद्देश्य कलम के साथ-साथ देश और इण्डस्ट्री की आवश्यकता के अनुरूप युवाओं की एक नई फौज खड़ा करना है। यह प्रधानमंत्री जी के नए भारत एवं विकसित भारत के सपनों को साकार करने का एक नया कैम्पस है, जो नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन केंद्र के रूप में अपने आप को स्थापित करने के जज्बे के साथ आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री आज जनपद उन्नाव में चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस के उद्घाटन अवसर पर विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री देश की पहली ए0आई0 ऑगमेन्टेड मल्टी डिसिप्लिनरी चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस के नये सत्र 2025-26 का शुभारम्भ किया। उन्होंने कैम्पस के प्रशासनिक भवन, गैलरी और कैम्पस के डिजिटल मॉडल का अवलोकन किया तथा ए0आई0 के नवीन तकनीकी उपकरणों के संचालन की प्रक्रिया को भी जाना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैम्पस परिसर में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधा रोपित किया।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ आधुनिकता और पुरातन का बेहतर समन्वय साबित होगी। इसमें गति, प्रगति और भारत की समृद्धि के द्वार खोलने का एक नया जोश और जज्बा देखने को मिल रहा है। शिक्षा क्षेत्र में नई क्रांति लाने वाली यह यूनिवर्सिटी, निजी क्षेत्र की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑगमेंटेड मल्टी डिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटी है। आज हमें आई0टी0 एण्ड इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थ केयर, एग्रीकल्चर, स्पोर्ट्स, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग तथा जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में हमें विकास के नये मार्ग प्रशस्त करने की आवश्यकता हैं। उसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की विशिष्ट भूमिका है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ उस भूमिका का एक नया केंद्र बिंदु बनने जा रही है। यह भारत को विकसित भारत बनाने की व्यापक कार्य योजना को क्रियान्वित करने का माध्यम साबित होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हजारों करोड़ रुपये का निवेश अकेले इस कैम्पस के माध्यम से इस जनपद और प्रदेश में किया गया है। युवाओं के लिए आधुनिक शिक्षा, संस्कारवान शिक्षा मिल जाए, इससे बढ़कर और क्या हो सकता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने न्यू एज कोर्सेज के साथ यहां के पुरातन कोर्सेज को ए0आई0 के साथ जोड़कर एक नए अभियान को आगे बढ़ाने की शुरुआत प्रारम्भ की है। यह निजी क्षेत्र, शासकीय क्षेत्र तथा अकादमिक संस्थाओं के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का नया मार्ग प्रशस्त करेगा। मेडिकल, हेल्थ केयर और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में ए0आई0 का उपयोग हो सकता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के इस कैम्पस को इस दिशा में प्रयास करने चाहिए।
जनपद उन्नाव ने अलग-अलग कालखण्ड में भारत और भारतीयता को एक पहचान दी है। उन्नाव ने अनेक ऐसी विभूतियों को जन्म दिया है जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर के भाग लिया। यह वहीं जनपद है जहां राजा राम राव बख्श सिंह ने अपने क्रांतिकारी तेवर से ब्रिटिश हुकूमत की चूलों को हिलाने का कार्य किया था। साहित्यकारों की एक लम्बी परम्परा भी इस जनपद से आगे बढ़ी है। इनमें पं0 प्रताप नारायण मिश्र, पं0 सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, डॉ0 शिवमंगल सिंह ‘सुमन’, बाबू भगवती चरण वर्मा, हसरत मोहानी, डॉ0 रामविलास शर्मा और उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की जो योजनाएं युवाओं से सम्बन्धित थीं, उन योजनाओं की जानकारी हम अपने युवाओं को नहीं दे पाते थे। युवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि 08 वर्ष पूर्व प्रदेश में विश्वविद्यालय बनाने के लिए भेदभावकारी नीतियां हुआ करती थीं। किसी के लिए 100 एकड़, किसी के लिए 20 एकड़, किसी के लिए 50 एकड़। हमने एक साथ व्यवस्था बनाई कि अगर ग्रामीण क्षेत्र है तो 50 एकड़, शहरी क्षेत्र है तो उसमें 20 एकड़ में हम यूनिवर्सिटी बनाने के लिए सहमति पत्र भी प्रदान करेंगे और उन्हें मान्यता भी प्रदान करेंगे। उनके एक्ट को भी हम उसमें पास करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 08 वर्षांर् में प्रदेश में 23 निजी विश्वविद्यालय बने हैं। कुल मिलाकर के अब तक प्रदेश में 47 निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालय आज उच्च शिक्षा प्रदान करने के अपने कैम्पस के साथ आगे बढ़े हैं। अच्छा कर गुजरने की तमन्ना के साथ वे आगे बढ़े हैं। प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों ने भी अच्छा कार्य करना प्रारम्भ किया है। राज्य सरकार ने तय किया था कि जिन कमिश्नरी में अब तक हमारे पास विश्वविद्यालय नहीं हैं, उनमें भी हम नए विश्वविद्यालय स्थापित करेंगे। अब तक ऐसे 06 विश्वविद्यालय हम लोगों ने उन कमिश्नरी में स्थापित किए हैं। इनमें माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहरानपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़, माँ विन्ध्यवासिनी विश्वविद्यालय मिर्जापुर, गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय मुरादाबाद तथा माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर शामिल हैं। इन विश्वविद्यालयों ने कार्य प्रारम्भ कर दिये हैं।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक नए युग की स्थापना का केन्द्र बनेगी, जिससे आने वाली जनरेशन को अनेक रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह कैंपस प्रधानमंत्री जी के भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करेगा।कार्यक्रम को चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर व राज्य सभा सदस्य सतनाम सिंह संधु ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, सांसद डॉ0 स्वामी साक्षी जी महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एम0पी0 अग्रवाल तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और लखनऊ कैम्पस के नये सत्र में प्रवेश ले रहे छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक उपस्थित थे।

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