प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के प्रचार प्रसार हेतु कार्यशाला का आयोजन

सोनभद्र। भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा देश में रोजगार सृजन, वित्तीय साक्षरता बढ़ाने, सामाजिक सुरक्षा को सशक्त करने तथा युवाओं को रोजगार हेतु सक्षम बनाने के उदेश्य से घोषित किए गए “प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना” के प्रति नियोक्ताओ तथा सामान्य जन-मानस में जागरूकता उत्पन्न करने के उ‌द्देश्य से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, वाराणसी द्वारा पहल कर एक संगोष्ठी का आयोजन एनटीपीसी  सिंगरौली, शक्ति नगर में किया गया जिसकी अध्यक्षता  नीरज श्रीवास्तव, भविष्य निधि आयुक्त-। /प्रभारी, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, वाराणसी ने की। 

पीएम विकसित भारत रोजगार योजना, जो श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है, पहली बार नौकरी करने वाले कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है ताकि औपचारिक रोजगार को बढ़ावा दिया जा सके। पहली बार रोजगार पाने वाले कर्मचारी जो ईपीएफओ -रजिस्टर्ड संस्थानों में ₹1 लाख तक की सकल वेतन पर काम करते हैं, वे ₹1,15,000 तक का प्रोत्साहन पाने के पात्र हैं, जो दो किस्तों में दिया जाएगा—पहली किस्त में 6 महीने की नौकरी के बाद ₹27,500 और शेष राशि 12 महीने पूरे होने और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद दी जाएगी। लाभ पाने के लिए कर्मचारियों को अपना यूएएन आधार के माध्यम से प्रमाणित करना होगा और UMANG ऐप का उपयोग करके फेस ऑथेंटिकेशन कराना होगा। सभी क्षेत्रों के नियोक्ता जो नई नौकरियां पैदा करते हैं, वे प्रत्येक अतिरिक्त कर्मचारी के लिए प्रति माह ₹23,000 तक का प्रोत्साहन प्राप्त कर सकते हैं, जो विनिर्माण क्षेत्र में 4 वर्षों तक और अन्य क्षेत्रों में 2 वर्षों तक दिया जाएगा। सभी भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से आधार ब्रिज पेमेंट सिस्टम (एबीपीएस) के जरिए किए जाते हैं। 

बैठक में भविष्य निधि संगठन से आए दल नें “प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना” की विशेषताओ का विस्तृत उल्लेख कर प्रतिभागियों के योजना से जुड़े जिज्ञासा/प्रश्नों का उत्तर दिया। इस संगोष्ठी में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त/प्रभारी ने सभी प्रतिभागियों से अपील की कि औपचारिक कार्यबल में अधिक युवाओं के समावेश तथा निरंतर रोजगार के माध्यम से श्रमिको में बेहतर रोजगार क्षमता विकसित करने एवं नियोक्ताओ द्वारा अतिरिक्त रोजगार सृजन में लागत की भरपाई तथा बढ़ी हुई कार्यबल उत्पादकता को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा घोषित किए गए इस योजना का वह भरपूर लाभ लें और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें ।

इस सत्र के माध्यम से आयोजकों की आशा है कि विभिन्न संगठनों में इस योजना के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वे इसका लाभ उठाकर न केवल रोजगार बढ़ाएंगे बल्कि कर्मचारियों के भविष्य निधि (ईपीएफ) से जुड़े नियमों का पालन और उनके कल्याण को भी सुनिश्चित करेंगे।

संगोष्ठी में क. भ. निधि संगठन, वाराणसी से  मनोरंजन कुमार सिंह (लेखाधिकारी),  नील कमल (अनुभाग पर्यवेक्षक) एवं  रमणीक (वरिष्ठ सामाजिक सुरक्षा सहायक), एनटीपीसी सिंगरौली से  सिद्धार्थ मंडल, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन),  नरेश कुमार, उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन),  असीम शेखर, वरिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन), क्षेत्र के विभिन्न गणमान्य नियोक्ता तथा  धनराज यादव,  बी. पी. सिंह,  अनिल कुमार पाण्डेय आदि, श्रमिक संगठन प्रतिनिधि  एस० एन० पाठक, महामंत्री राष्ट्रीय विद्युत श्रमिक संघ,  राकेश राय, अध्यक्ष राष्ट्रीय विद्युत श्रमिक संघ एवं  राम जी अवस्थी, महामंत्री, भारतीय मजदूर संघ शक्तिनगर तथा श्रमिकगणों ने प्रतिभाग किया । अंत में एनटीपीसी के अधिकारियों ने केंद्र सरकार द्वारा लाई गई इस योजना की सराहना करते हुए इसका लाभ उठाने का आश्वासन दिया एवं क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त व साथ आए दल को धन्यवाद ज्ञापित किया। सभी विभागाध्यक्ष,यूनियन एवं एसोशिएशन के सदस्य, संविदाकार, पत्रकार गण एवं बड़ी संख्या में एनटीपीसी कर्मी व कार्मिक लाभान्वित हुए।

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