स्पर्श एचआर कॉन्क्लेव 2025: मानव संसाधन को सशक्त बनाने की दिशा में एक मानवीय पहल

धनबाद। कोल इंडिया लिमिटेड की एक प्रमुख सहायक कंपनी, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड द्वारा 8 और 9 अगस्त को धनबाद में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘स्पर्श एचआर कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन किया जा रहा है। प्रस्तावित कार्यक्रम धनबाद में पहली बार कोयला क्षेत्र के शीर्ष नेतृत्व, मानव संसाधन विशेषज्ञों और उद्योग से जुड़े वरिष्ठ प्रतिनिधियों को एक साझा मंच पर एकत्रित करेगा, जिसमें सीआईएल (कोल इंडिया लिमिटेड) अध्यक्ष, निदेशक (एचआर), कोल इंडिया की सभी सहायक कंपनियों के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी), उनके मानव संसाधन निदेशकगण के अतिरिक्त विभिन्न अन्य क्षेत्रों, उद्योगों के मानव संसाधन विशेषज्ञ, नीति-निर्माण से जुड़े प्रतिनिधि शामिल होंगें, जो कार्यस्थल पर बेहतर मानव प्रबंधन, समावेशिता और कर्मचारी कल्याण जैसे विषयों पर अपने सारगर्भित और महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत करेंगें।

इस वर्ष का विषय ‘मेकिंग हैप्पी एम्प्लाइज’ अर्थात ‘संतुष्ट कर्मी’ है, जो वर्तमान समय में संगठनों की संरचना और संस्कृति में एक आवश्यक परिवर्तन की ओर संकेत करता है। कॉन्क्लेव का यह केंद्रीय विचार इस सिद्धांत पर आधारित है कि उद्योगों की वास्तविक शक्ति उसके श्रमबल, मानव-संसाधन में निहित होती है। जबकि कोयला राष्ट्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है, वहीं उसका संचालन और संवर्द्धन उन लाखों कर्मचारियों की सामूहिक प्रतिबद्धता और श्रम से ही संभव है, जो इसकी नींव हैं।

कॉन्क्लेव का मूल वाक्य ‘स्पर्श’ अर्थात ‘कोमल स्पर्श’, संस्थान की उस संवेदनशील सोच को परिलक्षित करता है, जिसमें मानव संसाधन को केवल एक प्रबंधन इकाई न मानकर, संगठन की आत्मा और भविष्य निर्माण का आधार समझा गया है। इसी भावना के अनुरूप, बीसीसीएल ने हाल के वर्षों में कई अभिनव एवं मानवीय पहलें आरंभ की हैं। इनमें पूर्ण रूप से महिलाओं द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाएँ और तकनीकी इकाइयों की स्थापना, कार्यस्थलों पर तनाव प्रबंधन व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविरों का आयोजन, बच्चों की देखभाल के लिए क्रेच की सुविधाएँ, डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली का आधुनिकीकरण, अनुकंपा आधारित एवं पारदर्शी नियुक्तियाँ और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए बुनियादी सुविधाओं का विकास जैसे ठोस कदम शामिल हैं।

स्पर्श एचआर कॉन्क्लेव 2025 का उद्देश्य इन पहलों को केवल प्रदर्शित करना नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा संवादात्मक मंच प्रदान करना है, जहाँ देश भर के मानव संसाधन प्रबंधक, रणनीतिकार और संगठनात्मक लीडर्स एक साथ मिलकर विचार कर सकें कि कैसे कार्यस्थलों को और अधिक समावेशी, संवेदनशील और भविष्योन्मुखी बनाया जा सकता है। यह आयोजन सहभागी विचारों, अनुभव-साझाकरण और नीति-चर्चाओं के माध्यम से इस दिशा में मार्ग प्रशस्त करेगा कि आधुनिक कार्यस्थल केवल उत्पादकता केंद्र न होकर, ऐसे जीवंत सामाजिक स्थान हों जहाँ हर कर्मचारी को सहानुभूति से सुना जाए, गरिमा के साथ सम्मानित किया जाए और अपने विकास की पूरी संभावना मिले।

स्पर्श 2025 इस बात का स्पष्ट संकेत है कि कोयला उद्योग, विशेष रूप से बीसीसीएल, मानव संसाधन को संगठन की धुरी मानते हुए एक ऐसे बदलाव की ओर अग्रसर है जो कार्यस्थल को न केवल व्यावसायिक दृष्टि से सफल बनाएगा, बल्कि उसे सामाजिक रूप से उत्तरदायी, भावनात्मक रूप से परिष्कृत और मूल्यों में समृद्ध भी बनाएगा।

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