धनबाद। दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय धनबाद एवं बीसीसीएल के संयुक्त तत्वाधान में आज से एचआरडी सेंटर जगजीवन नगर, कल्याण भवन में बीसीसीएल के तीन दिवसीय ‘ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स प्रोग्राम’ का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया ने की। इस अवसर पर आर.के. गोप (वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी), अनूप कुमार रॉय (महाप्रबंधक, एचआरडी), ए.के. सिंह (वरिष्ठ प्रबंधक, प्रशिक्षण एवं पाठ्यक्रम समन्वयक) तथा राधेश्याम दुबे (वरिष्ठ प्रबंधक, खनन) उपस्थित रहे। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीसीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों के ई-4 से ई-6 स्केल के 30 अधिकारी भाग ले रहे हैं, जो बीसीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर्स (VTCs) में बतौर इंस्ट्रक्टर्स एवं ट्रेनिंग ऑफिसर्स कार्यरत हैं।
अपने संबोधन में निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि निरंतर बदलते औद्योगिक परिवेश में प्रशिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रभावी प्रशिक्षण पद्धति, आधुनिक तकनीकों एवं सकारात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से ही संस्थान की उत्पादकता एवं कार्यसंस्कृति में सुधार लाया जा सकता है।
वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी आर.के. गोप ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रशिक्षकों को नवीनतम प्रबंधन कौशल, औद्योगिक नवाचार और व्यवहारिक कार्यप्रणालियों से अवगत कराते हैं, जिससे वे प्रशिक्षणार्थियों तक प्रशिक्षण विषय-वस्तु को और अधिक प्रभावी ढंग से पहुँचा सकें।
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। तत्पश्चात महाप्रबंधक (एचआरडी) श्री अनूप कुमार रॉय ने कार्यक्रम की रूपरेखा और इसके महत्व तथा उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल प्रतिभागियों की क्षमता का विकास करेगा, बल्कि संस्थान के भीतर सीखने की संस्कृति को भी सुदृढ़ करेगा। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल का उद्देश्य प्रशिक्षकों को ऐसी दक्षता प्रदान करना है जिससे वे भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप कर्मियों को तैयार कर सकें।
प्रथम दिवस के सत्रों में प्रतिभागियों को विविध विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया। आज कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सत्र आयोजित किये गए, जिसमें प्रथम सत्र में ‘बीसीसीएल के समक्ष चुनौतियाँ एवं बदलते आर्थिक परिदृश्य में एसोसिएट्स की भूमिका’ पर चर्चा की गई। द्वितीय सत्र में ‘आउटसोर्सिंग – समय की आवश्यकता’ विषय पर व्याख्यान हुआ। वहीं, सत्र–3 में ‘आधुनिक प्रबंधन उपकरण एवं तकनीकें, बीसीसीएल में इंडस्ट्री 4.0 नवाचार संस्कृति के लिए’ विषय पर फिल्म आधारित प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा सत्र–4 में ‘बीसीसीएल में आधुनिक कार्य संस्कृति के विकास हेतु दृष्टिकोण में बदलाव’ जैसे विषयों पर चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य बीसीसीएल के प्रशिक्षकों को आधुनिक प्रशिक्षण विधियों, वयस्क शिक्षा के सिद्धांतों तथा प्रभावी संप्रेषण एवं प्रस्तुति कौशल में दक्ष बनाना है। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण में समूह चर्चा, व्यवहारिक गतिविधियाँ एवं संवादात्मक सत्र शामिल हैं, जिनके माध्यम से प्रतिभागी अधिक प्रेरक एवं प्रभावी प्रशिक्षण प्रदान करने की कला सीखेंगे। मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक (खनन) दीपक कुमार ने किया।

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