बच्चियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, ज़रूरत है उन्हें सही मंच और मार्गदर्शन देने की – संदीप नायक, कार्यकारी निदेशक

एनटीपीसी कहलगाँव में बालिका सशक्तिकरण अभियान – 2025 का भव्य समापन

एनटीपीसी कहलगाँव द्वारा संचालित यह अभियान, ग्रामीण बालिकाओं को आत्मनिर्भर एवं जागरूक नागरिक के रूप में विकसित करने की दिशा में एक प्रेरक पहल

भागलपुर। एनटीपीसी कहलगाँव द्वारा नैगम सामाजिक दायित्व (CSR) कार्यक्रम के अंतर्गत चार सप्ताह तक चलने वाले “बालिका सशक्तिकरण अभियान – 2025” का समापन समारोह अंग भवन सभागार में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन एवं एनटीपीसी गीत के साथ हुई, जिसमें मुख्य अतिथि संदीप नायक, कार्यकारी निदेशक, ने श्रीमती प्रज्ञा नायक, अध्यक्षा सृष्टि समाज, सभी महाप्रबंधकगण एवं विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में उद्घाटन किया।

मुख्य अतिथि श्री नायक ने अपने संबोधन में बालिकाओं के आत्मविश्वास, रचनात्मकता और सीखने की लगन की सराहना की। उन्होंने कहा कि बच्चियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, ज़रूरत है उन्हें सही मंच और मार्गदर्शन देने की। उन्होंने इस अभियान की सफलता का श्रेय बच्चियों, उनके परिजनों, प्रशिक्षकों और आयोजन टीम के सामूहिक प्रयास को दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कहलगाँव परियोजना शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में निरंतर ग्रामीण विकास हेतु प्रतिबद्ध है।

स्वागत भाषण में सौरभ शर्मा, मानव संसाधन प्रमुख, ने अभियान की रूपरेखा साझा की। उन्होंने बताया कि 02 से 28 जून 2025 तक चले इस आवासीय शिविर में भागलपुर (बिहार) और गोड्डा (झारखंड) जिले की 120 ग्रामीण बालिकाओं ने भाग लिया। बच्चियों को प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, योग, आत्मरक्षा, खेलकूद, सहानुभूति, जीवन कौशल, कंप्यूटर शिक्षा, व्यक्तित्व विकास, और संवाद कौशल जैसे विविध विषयों पर कार्यशालाओं से जोड़ा गया।

इसके अलावा सहज योग, मार्शल आर्ट्स, नृत्य-नाटक, चित्रकला, क्विज़, जादू कार्यक्रम, और फिल्म प्रदर्शन जैसे रचनात्मक व सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से बच्चियों के भीतर आत्मविश्वास का संचार किया गया। विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहा।

समापन समारोह में बालिकाओं ने नृत्य, भाषण, कविता पाठ, और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही, पूरे अभियान की गतिविधियों को दर्शाती लघु फिल्म भी प्रस्तुत की गई, जो इस परिवर्तनकारी यात्रा की सजीव झलक थी। इस अवसर पर रवींद्र पटेल (महाप्रबंधक – ओ एंड एम), प्रभात बारिक (महाप्रबंधक – अनुरक्षण), डॉ. सुष्मिता सिंह (सीएमओ – जीवन ज्योति अस्पताल), भास्कर गुप्ता (अपर महाप्रबंधक – मानव संसाधन), सहित बड़ी संख्या में बच्चियों के परिजन, शिक्षकगण और एनटीपीसी कर्मी उपस्थित रहे। एनटीपीसी कहलगाँव द्वारा संचालित यह अभियान, ग्रामीण बालिकाओं को आत्मनिर्भर एवं जागरूक नागरिक के रूप में विकसित करने की दिशा में एक प्रेरक पहल है।

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