टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने वीपीएचईपी, पीपलकोटी में यूनिट-1 के रोटर और स्टे रिंग के असेंबली कार्य का किया शुभारंभ

चमोली, । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) ने 444 मेगावाट के विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) के निर्माण में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। 30 जनवरी 2025 को पावर हाउस सर्विस बे में यूनिट-1 टरबाइन के रोटर और स्टे रिंग की असेंबली का कार्य आरंभ किया गया, जो विद्युत-यांत्रिक उपकरणों के अधिष्ठापन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और परियोजना को समय पर पूरा करने की दिशा में अग्रसर करता है।

रोटर असेंबली, जो जनरेटर यूनिट का एक महत्वपूर्ण गतिशील घटक है, 6986 मिमी व्यास और 210 टन भार सहित 24 पोल से बना है। इसी प्रकार, स्टे रिंग, जो टरबाइन असेंबली का एक प्रमुख घटक है, 5915 मिमी व्यास, 20 स्टे वेन्स और 29 टन वजन का है। इन घटकों की सफल असेंबली टीएचडीसीआईएल की उत्कृष्ट इंजीनियरिंग क्षमताओं और परियोजना को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

इस महत्वपूर्ण चरण का शुभारंभ एक विधिवत पूजा के साथ किया गया, जिसमें टीएचडीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी)  भूपेन्द्र गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर उपस्थित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में  अजय वर्मा (परियोजना प्रमुख, वीपीएचईपी),  ए.के. घिल्डियाल (सीजीएम, एमपीएस),  यू.डी. डंगवाल (जीएम, सिविल-डिजाइन),  जे.एस. बिष्ट (जीएम, मैकेनिकल, एसएंडई, वीपीएचईपी),  के.पी. सिंह (जीएम, टीबीएम, वीपीएचईपी),  पी.एस. रावत (एजीएम, पावरहाउस, वीपीएचईपी),  अरुण कुमार (एजीएम, ईएंडएम, वीपीएचईपी),  बी.एस. पुंडीर (एजीएम, प्लानिंग और सेफ्टी, वीपीएचईपी),  एस.पी. डोभाल (एजीएम, पावरहाउस, वीपीएचईपी),  आर.पी. नौटियाल (डीजीएम, एमपीएस),  एस.एस. पंवार (डीजीएम, ईएम-डिजाइन),  अनिल नौटियाल (डीजीएम, ईएंडएम, वीपीएचईपी),  पी.के. मिश्रा (डीजीएम, बीएचईएल) सहित टीएचडीसीआईएल और बीएचईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

टीएचडीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी)  भूपेन्द्र गुप्ता, जो वर्तमान में वीपीएचईपी के निरीक्षण दौरे पर हैं, ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर वीपीएचईपी टीम और सभी हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि रोटर और स्टे रिंग की असेंबली जल विद्युत उत्पादन इकाई की स्थापना में एक महत्वपूर्ण चरण है, जो टीएचडीसीआईएल की सटीकता और दक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी दोहराया कि वीपीएचईपी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे देश की सतत विकास और ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में योगदान होगा।

इस अवसर पर परियोजना प्रमुख, अजय कुमार वर्मा (मुख्य महाप्रबंधक, परियोजना) ने टीएचडीसीआईएल के शीर्ष नेतृत्व को उनके अटूट समर्थन और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “रोटर और स्टे रिंग असेंबली का शुभारंभ पूरी वीपीएचईपी टीम और हमारे हितधारकों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है। यह उपलब्धि हमारी उत्कृष्ट इंजीनियरिंग प्रतिबद्धता को दर्शाती है और परियोजना को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के प्रति हमारी संकल्प शक्ति को पुनः स्थापित करती है।”

444 मेगावाट की विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी पर विकसित की जा रही एक रन-ऑफ-रिवर परियोजना है। इस परियोजना में प्रत्येक 111 मेगावाट की चार विद्युत उत्पादन इकाइयाँ शामिल हैं। यह परियोजना क्षेत्र की ऊर्जा सुरक्षा को सुदृढ़ करेगी और इसके चालू होने पर प्रति वर्ष 1,657.07 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली का उत्पादन करेगी, जिससे भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा और उत्तरी ग्रिड की बिजली आपूर्ति को सुदृढ़ किया जा सकेगा।

ऊर्जा उत्पादन के अतिरिक्त, वीपीएचईपी क्षेत्रीय विकास को भी गति प्रदान कर रही है, जिससे स्थानीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं और बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। टीएचडीसीआईएल सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बरकरार रखते हुए यह सुनिश्चित कर रहा है कि यह परियोजना राष्ट्र और स्थानीय समुदायों दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध हो।

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