एनटीपीसी कवास में आयोजित की गई पत्रकार संवाद बैठक
सूरत। एनटीपीसी कवास में 24 मार्च 2025 को पत्रकार संवाद सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में परियोजना प्रमुख सुरेश जॉन डेविड ने एनटीपीसी कवास की उपलब्धियों, हाल में सीएसआर पहल के तहत स्थापित स्टेम लैब और कवास की अन्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की। प्रेस वार्ता में अपर महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) संजय कुमार मित्तल, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) संजीत कुमार मिंज एवं अपर महाप्रबंधक (तकनीकी सेवाएं) विनीत गुप्ता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने उपस्थित पत्रकारों को कवास स्टेशन के विद्युत उत्पादन, सोलर प्लांट, हाइड्रोजन ब्लेंडिंग प्रोजेक्ट, सीएसआर गतिविधियों एवं सुरक्षा मानकों में हालिया उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि अपने 50वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा समूह के रूप उभर कर आई है और कंपनी ने 30 फीसदी रिन्यूबल एनर्जी के पोर्टफोलियो के साथ वर्ष 2032 तक 130 GW विद्युत उत्पादन को हासिल करने का लक्ष्य रखा है। मौजूदा समय में एनटीपीसी ग्रुप की कुल स्थापित क्षमता 77,461.5 मेगावॉट और 15,200 मेगावॉट की कुल क्षमता निर्माणाधीन है। एनटीपीसी कवास स्टेशन की कुल उत्पादन क्षमता 656.2 MW है। इसके साथ सोलर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 56 मेगावाट है, जिसमें फ्लोटिंग सोलर (गुजरात का सबसे बड़ा) 25 मेगावाट एवं ग्राउंड माउंटेड सोलर 31 मेगावाट की क्षमता वाला है। एनटीपीसी कवास द्वारा जनवरी 2023 में पीएनजी परियोजना के साथ भारत की पहली ग्रीन हाइड्रोजन ब्लेंडिंग परियोजना को भी सफलतापूर्वक शुरू किया गया था, जिसमें 8 प्रतिशत हाइड्रोडन ब्लेंडिंग हो रही है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अबतक एनटीपीसी कवास ने 601.6 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली का उत्पादन किया है। इस वित्त वर्ष 2024-25 में कवास गैस स्टेशन का DC (97.43%) हासिल किया गया, जो कि एनटीपीसी के अन्य गैस स्टेशनों की अपेक्षा सबसे अधिक है।

इसके साथ ही, 782 स्टार्टअप्स का रिकॉर्ड स्थापित किया गया, जो एनटीपीसी के गैस स्टेशनों में सबसे अधिक है। न्यूनतम फोर्स्ड आउटेज प्रतिशत बनाए रखते हुए एनटीपीसी कवास ने ‘शून्य दुर्घटना’ का रिकॉर्ड भी कायम रखा गया है।
हाल ही में 12 मार्च को दक्षिण गुजरात में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हुई थी। जानकारी मिलते ही एनटीपीसी कवास ने तुरंत कार्रवाई की और ग्रिड को सपोर्ट प्रदान किया। कवास स्टेशन ने गेटको (GETCO) के डेड फीडर को बिजली देकर विद्युत आपूर्ति बहाल करने में अहम भूमिका निभाई और इस कार्य के लिए गेटको ने एनटीपीसी कवास को प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया है।
हाल में, एनटीपीसी कवास गैस पावर प्रोजेक्ट को ऊर्जा संरक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित GMF ACE Award – 2025 के तहत डायमंड अवार्ड (प्रथम पुरस्कार) से सम्मानित किया गया है। ग्रीन मेपल फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया गया यह पुरस्कार ऊर्जा दक्षता और सतत विकास को बढ़ावा देने में एनटीपीसी कवास के उत्कृष्ट प्रयासों को मान्यता देता है।
इसके साथ ही, सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए ग्लोबल ग्रीनटेक वर्कप्लेस सेफ्टी अवार्ड 2024 और एपेक्स इंडिया सेफ्टी एक्सीलेंस अवार्ड 2024 (प्लैटिनम अवार्ड) प्राप्त हुए हैं।
एनटीपीसी कवास सुरक्षा मानकों को लेकर हमेशा संवेदनशील रही है। हाल ही में 54वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के अवसर पर, एनटीपीसी कवास में सड़क सुरक्षा को लेकर सभी कर्मचारियों एवं कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था।
एनटीपीसी कवास अपनी परियोजना विकास के साथ-साथ अपने नैगम सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) को भी बखूभी निभाती है और समाज के विकास के लिए सतत प्रयासरत है।
21 मार्च 2025 को एनटीपीसी कवास ने सीएसआर के हितधारकों के साथ बैठक का आयोजन किया। इस बैठक का उद्देश्य सभी हितधारकों से उनके मूल्यवान सुझाव प्राप्त करना था, ताकि एनटीपीसी कवास की समावेशी और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूती दी जा सके। इस बैठक में आसपास के गांवों के सरपंचों और शिक्षकों ने भाग लिया था। हितधारकों ने अपने मूल्यवान सुझाव प्रस्तुत किए और एनटीपीसी कवास की सामुदायिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना भी की।

इसके अतिरिक्त, पिंजरत प्राथमिक विद्यालय में स्टेम लैब की स्थापना की गई है, जिसमें 80 मॉडल्स शामिल हैं। यह लैब पिंजरत क्लस्टर की पहली STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) लैब है, जिससे 13 स्कूलों के लगभग 400 बच्चे सालाना लाभान्वित होंगे।
एनटीपीसी कवास समुदाय के सर्वांगीण विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में, सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सीएसआर कार्यक्रम की पहल ‘रमझट 2.0’ के तहत मोरा, कवास और सुवाली प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया। सुवाली प्राथमिक शाला के छात्र जोन स्तरीय (दक्षिण गुजरात) कला महाकुंभ में तृतीय स्थान प्राप्त किए है।
एनटीपीसी कवास द्वारा CSR पहल के तहत आयोजित GEM (बालिका सशक्तिकरण अभियान) विंटर वर्कशॉप का सफल समापन 2 फरवरी 2025 को हुआ, जिसमें कुल 39 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस साप्ताहिक कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को शिक्षा, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करना था।
कंपनी के सीएसआर नीति के तहत परियोजना प्रभावित गाँवों के स्कूलों में शैक्षणिक विकास के लिए विभिन्न प्रकार के सुविधा मुहैया कराती रहती है जैसे स्कूल ड्रेस, स्टेशनरी, डेस्क-बेंच, सैनिटेरी वेंडिंग मशीन, की सुविधा, स्कूल भवन का निर्माण, शौचालय निर्माण, स्मार्ट क्लास, स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) लैब, कला प्रशिक्षण की सुविधा इत्यादि मुहैया कराया गया है। मोरा ग्राम पंचायत में लगभग 500 LED light मुहैया कराई गई हैं।
मोरा ग्राम पंचायत में तालाबों के सुंदरीकरण एवं पुनरुद्धार के कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं और इसी महीने के अंत तक सारे कार्य भी पूरे कर लिए जाएंगे। आने वाले समय में Waste Management Project पर भी कार्य करने की योजना है।
महिला सशक्तिकरण एवं उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य जल्द ही महिलाओं के लिए सिलाई प्रशिक्षण एवं उषा सिलाई प्रशिक्षण संस्थान की मदद से प्रोडक्शन सेंटर स्थापित करने का कार्यक्रम चलाया जाएगा।
एनटीपीसी कवास के आरोग्यम् हॉस्पिटल और सीएसआर ने संयुक्त रूप से महुआ तालुका स्थित खारवाण गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में सिकल सेल एनीमिया पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें स्थानीय समुदाय के साथ-साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी शामिल थे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य सिकल सेल एनीमिया के लक्षणों, जोखिमों और रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाना था। PHC खारवाण के प्रभारी ने जानकारी साझा की कि खारवाण गांव और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 100 सिकल सेल ट्रेट और 43 सिकल सेल एनीमिया से ग्रसित मामले दर्ज हैं।

गांव गिराँव हिंदी न्यूज़ पोर्टल पर आप – Latest Breaking News, देश, विदेश, खेल, मनोरंजन, राजनीति, क्राइम, ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, शिक्षा, लाइफस्टाइल, क्रिकेट से सम्बंधित सभी समाचार प्राप्त करते है।