सोनभद्र। ऊर्जा के क्षेत्र में सोनभद्र एक बार फिर बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। सदर तहसील के रामपुर और बहेरा गांव में पूर्वांचल का अब तक का सबसे बड़ा 6000 मेगावाट क्षमता वाला विद्युत पारेषण पुलिंग उपकेंद्र बनने जा रहा है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड पीजीसीआईएल द्वारा स्थापित की जाएगी, जिससे न सिर्फ सोनभद्र बल्कि पूरे पूर्वांचल की बिजली व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।करीब 126 एकड़ भूमि में बनने वाले इस मेगा पुलिंग स्टेशन में 1500 एमवीए क्षमता के चार विशाल ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। परियोजना के लिए 208 ग्रामीणों की कृषि भूमि अधिग्रहित होगी, जिसमें किसी भी मकान या भवन को नहीं लिया जाएगा। जमीन के बदले ग्रामीणों को सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है।यह उपकेंद्र प्रयागराज राबर्ट्सगंज और गया वाराणसी राबर्ट्सगंज पारेषण लाइनों से जुड़कर बिजली आपूर्ति को संतुलित करेगा। इसके चालू होने से ट्रिपिंग की समस्या कम होगी और उपभोक्ताओं को अधिक स्थिर बिजली मिलेगी। जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है और अंतिम अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। पीजीसीआईएल के अनुसार, तीन वर्षों में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।कुल मिलाकर, रामपुर बहेरा में बनने वाला यह मेगा विद्युत पारेषण उपकेंद्र सोनभद्र को ऊर्जा के मजबूत केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।

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