कोयला भवन मुख्यालय में कोल इंडिया चेयरमैन की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन

डायरेक्टर (मार्केटिंग) और ईडी (कोआर्डिनेशन) सीआईएल ने भी बैठक में की सहभागिता। बीसीसीएल सीएमडी, निदेशकगण, क्षेत्रीय महाप्रबंधक सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

धनबाद। कोयला भवन मुख्यालय में आज कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) चेयरमैन, बी. साईंराम की अध्यक्षता में बीसीसीएल की परिचालन प्रदर्शन पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सीआईएल के निदेशक (विपणन),  मुकेश चौधरी तथा कार्यपालक निदेशक (समन्वय),  आलोक ललित विशेष रूप से उपस्थित रहे।

अवसर पर सीएमडी बीसीसीएल,  मनोज कुमार अग्रवाल, निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया, निदेशक (तकनीकी – परियोजना एवं योजना)  निलाद्री रॉय, ओएसडी (वित्त)  राजेश कुमार, महाप्रबंधक (कोऑर्डिनेशन) धनराज अखारे, महाप्रबंधक (गुणवत्ता)  राज कुमार अग्रवाल, महाप्रबंधक (वित्त)  एम.एस. राजू, महाप्रबंधक (बिक्री एवं विपणन)  हितेश वर्मा, महाप्रबंधक (वाशरी)  सोहैल इकबाल सहित सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, कोयला भवन मुख्यालय के महाप्रबंधक, अन्य  वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुरुआत अतिथियों के स्वागत के साथ की गई। सीएमडी, मनोज अग्रवाल ने अपने स्वागत संबोधन में बैठक के उद्देश्य, महत्व तथा कंपनी के परिचालन लक्ष्यों पर एक संक्षिप्त वक्तव्य दिया।

बैठक के दौरान कंपनी के प्रमुख परिचालन संकेतकों जैसे कोयला उत्पादन, वाशरी प्रदर्शन, कोयले की गुणवत्ता, बिक्री एवं विपणन तथा वित्तीय प्रदर्शन पर विस्तृत समीक्षा की गई। पॉवर-पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से महाप्रबंधक (समन्वय) धनराज अखारे, महाप्रबंधक (गुणवत्ता)राज कुमार अग्रवाल, महाप्रबंधक (बिक्री एवं विपणन) हितेश वर्मा तथा ओएसडी (वित्त) राजेश कुमार ने अद्यतन प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और विभिन्न परिचालन मापदंडों की जानकारी साझा की।

चेयरमैन,  बी.साईंराम ने सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधकों से सीधा संवाद किया तथा प्रत्येक क्षेत्र की उपलब्धियों, चुनौतियों, और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने क्रमवार सभी क्षेत्रों की परिचालन गतिविधियों की गहन समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।

अपने संबोधन में श्री साईंराम ने कहा कि बीसीसीएल कोकिंग कोल के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में कोल इंडिया की एक प्रमुख इकाई है, जिसकी भूमिका देश के औद्योगिक विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आयातित कोयले पर निर्भरता को कम करने में बीसीसीएल की भूमिका निर्णायक है। अतः कंपनी को उत्पादन के साथ कोयले की गुणवत्ता को भी बनाए रखना होगा। उन्होंने वाशरी क्षमताओं के सुदृढ़ीकरण एवं आधुनिकीकरण पर बल देते हुए कहा कि यह आवश्यक है कि कंपनी वाशरी फीड एवं वाश्ड कोल के अनुपात को बढ़ाने हेतु निरंतर प्रयासरत रहे। साथ ही, उन्होंने आधुनिक तकनीकों के उपयोग, नवाचार और मार्केट-उन्मुख दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया। श्री साईंराम ने कंपनी की ब्रांड पोज़िशनिंग को सशक्त बनाने, परिचालन दक्षता बढ़ाने तथा सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए।

सीएमडी श्री मनोज कुमार अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन परिचालन क्षेत्रों में उत्कृष्टता हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बैठक में दिए गए सभी निर्देशों एवं सुझावों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि कंपनी के प्रदर्शन को और बेहतर करने के साथ लक्ष्यों की प्राप्ति समयबद्ध ढंग से हो सके। बैठक के समापन सत्र में निदेशक (मानव संसाधन)  मुरली कृष्ण रमैया ने बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से उपस्थित सभी अतिथियों एवं अधिकारियों का आभार व्यक्त किया और औपचारिक रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया।

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