झरिया पुनर्वास योजना का लक्ष्य केवल विस्थापन नहीं, बल्कि बेहतर जीवन स्तर और स्थायी आजीविका सुनिश्चित करना है – जी.किशन रेड्डी

कोयला भवन मुख्यालय में  केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी.किशन रेड्डी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन

आईआईटी (आईएसएम), धनबाद परिसर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन क्रिटिकल मिनरल्स और वर्चुअल माइन सिम्युलेटर का उद्घाटन

धनबाद । केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी आज अपने दो दिवसीय दौरे के तहत धनबाद पहुंचे। उन्होंने विभिन्न आयोजनों में भाग लिया एवं महत्वपूर्ण परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ कोयला भवन मुख्यालय में आयोजित एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

अवसर पर कोल इंडिया चेयरमैन बी साईराम, सीएमडी बीसीसीएल,  मनोज कुमार अग्रवाल, उपायुक्त  धनबाद  आदित्य रंजन, कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, बीसीसीएल निदेशकगण, सीवीओ,  अमन राज, सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों सहित बीसीसीएल के सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक, कोयला भवन मुख्यालय के महाप्रबंधकगण, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, जेएमपी-जेआरडीए के पदाधिकारी तथा अन्य कर्मी उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने झरिया मास्टर प्लान (जेएमपी) के अंतर्गत बीसीसीएल और जेआरडीए द्वारा संचालित प्रमुख परियोजनाओं एवं विकासात्मक गतिविधियों गहन समीक्षा की। उन्होंनें बीसीसीएल की परिचालन उपलब्धियों, सीआईएसएफ अधिकारियों के साथ विभिन्न सुरक्षा उपायों एवं अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निदेशक (तकनीकी-संचालन) संजय कुमार सिंह ने पॉवरपॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से बीसीसीएल की परिचालन उपलब्धियों, कोयले की गुणवत्ता सुधार पहलों, पुनर्वास कार्यों की प्रगति तथा विभिन्न परियोजनाओं की स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीसीसीएल द्वारा अल्पकालिक, मध्यमकालिक एवं दीर्घकालिक रणनीतियों के अंतर्गत कौशल विकास, रोजगार सृजन, पुनर्वास, सामाजिक उत्तरदायित्व और पर्यावरणीय स्थिरता से संबंधित ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। परिचालन के क्षेत्र में भी बीसीसीएल द्वारा इस वर्ष हुई अत्यधिक वर्षा के बावजूद निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयास कर रही है।

जेआरडीए की ओर से उपायुक्त  आदित्य रंजन ने बेलगढ़िया टाउनशिप में चल रहे पुनर्वास एवं विकासात्मक कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, जलापूर्ति, सड़क, विद्युत, स्व-रोजगार और कौशल विकास जैसी मूलभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास जारी हैं। प्रभावित परिवारों के पुनर्वास हेतु बेलगढ़िया एवं करमाटांड में विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं ताकि सभी पात्र परिवारों को शीघ्र पुनर्वासित किया जा सके।

डीआईजी सीआईएसएफ,  जितेन्द्र तिवारी ने सीआईएसएफ की ओर से पॉवरपॉइंट प्रस्तुति देते हुए कोयला क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने, अवैध खनन की रोकथाम, कोयला परिवहन व्यवस्था के संरक्षण तथा परिचालन गतिविधियों की निर्बाधता सुनिश्चित करने हेतु किए जा रहे उपायों की जानकारी दी। इसके उपरांत कंपनी के विभिन्न हितधारकों एवं एमडीओ ऑपरेटर्स ने भी अपनी प्रस्तुति दी और संचालन इत्यादि अन्य विषयों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।

बैठक के दौरान माननीय मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से 20 मेगावाट क्षमता वाले दुग्दा सोलर पावर प्लांट (बोकारो) और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) बीसीसीएल मुख्यालय का उद्घाटन किया। ₹138 करोड़ की लागत से निर्मित दुग्दा सोलर पावर प्लांट बीसीसीएल का एक महत्त्वपूर्ण हरित ऊर्जा प्रकल्प है, जिसकी वार्षिक विद्युत उत्पादन क्षमता 37.43 मिलियन यूनिट (MU) है। यह संयंत्र प्रतिवर्ष लगभग 33,000 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाएगा, जिससे बीसीसीएल की नवीकरणीय ऊर्जा पहल को सशक्त बल मिलेगा। ₹166 करोड़ की लागत से स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) बीसीसीएल की परिचालन प्रणाली को डिजिटली एकीकृत करने वाला अत्याधुनिक प्लेटफ़ॉर्म है, जो CCTV निगरानी, RFID आधारित वाहन ट्रैकिंग, स्वचालित वज़न प्रणाली और एआई विश्लेषण के माध्यम से पारदर्शिता और दक्षता में उल्लेखनीय सुधार लाएगा।

अपने संबोधन में  केंद्रीय मंत्री  जी. किशन रेड्डी ने कहा कि कोयला क्षेत्र देश की ऊर्जा सुरक्षा का आधार स्तंभ है। केंद्र सरकार का उद्देश्य केवल उत्पादन वृद्धि नहीं, बल्कि पुनर्वास, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक उत्तरदायित्व और श्रमिक कल्याण जैसे मानवीय पहलुओं को भी समान प्राथमिकता देना है। झरिया पुनर्वास योजना का लक्ष्य केवल विस्थापन नहीं, बल्कि बेहतर जीवन स्तर और स्थायी आजीविका सुनिश्चित करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी योजनाओं को समन्वित, पारदर्शी और समयबद्ध ढंग से लागू किया जाए, ताकि झरिया क्षेत्र में पुनर्वास और विकास कार्यों की गति और अधिक तेज़ हो सके। उन्होंने बीसीसीएल और जेआरडीए के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग को इस दिशा में अत्यंत आवश्यक बताया।

परिचालन के क्षेत्र में उन्होंने सुरक्षा के साथ सभी महत्वपूर्ण सूचकाकों पर सतत प्रगति का निर्देश दिया और कहा कि कोकिंग कोल की सबसे बड़ी कंपनी के रूप में बीसीसीएल पर ढ़ेरों जिम्मेदारियां है, जिस पर सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए।     

कार्यक्रम की शुरुआत  कोयला मंत्री के स्वागत एवं अभिनन्दन के साथ की गयी। सीआईएल चेयरमैन,  बी.साईंराम और सीएमडी बीसीसीएल,  मनोज कुमार अग्रवाल ने  केंद्रीय मंत्री का शॉल, पुष्पगुच्छ और श्रीफल देकर स्वागत अभिनन्दन किया। कोल इंडिया गीत के पश्चात सीएमडी, मनोज अग्रवाल ने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया, जिसके उपरांत  मंत्री  ने वर्चुअल माध्यम से दुग्दा सोलर प्लांट तथा कोयला भवन तृतीय स्थल पर स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का उद्घाटन किया।  

कोयला भवन में समीक्षा बैठक के पूर्व  केंद्रीय मंत्री ने आईआईटी (आईएसएम), धनबाद परिसर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन क्रिटिकल मिनरल्स और वर्चुअल माइन सिम्युलेटर का उद्घाटन किया। माननीय मंत्री ने शिक्षकों और छात्रों से संवाद किया तथा खनन सुरक्षा, खनिज संसाधन प्रबंधन, सतत विकास और तकनीकी नवाचार पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि खनिज क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार देश के आत्मनिर्भर भारत अभियान का अभिन्न अंग हैं। आधुनिक प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और कौशल विकास के माध्यम से भारत को वैश्विक खनन क्षेत्र में अग्रणी बनाना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे नवाचार और अनुसंधान के माध्यम से खनन क्षेत्र को और अधिक सुरक्षित, कुशल और सतत बनाएं। उन्होंने आर.डी टी-स्टॉल पर छात्रों से अनौपचारिक बातचीत और सौहार्दपूर्ण चर्चा में छात्रों से उनकी अभिरुचि, भविष्य के योजनाएं  इत्यादि पर बातचीत की। इस दौरान सीआईएल चेयरमैन,  बी.साईंराम, सीएमडी,  मनोज अग्रवाल, निदेशक (आईआईटी-आईएसएम) प्रो. सुकुमार मिश्रा, उप-निदेशक,  धीरज कुमार, रजिस्ट्रार,  प्रमोद पांडे, सहित विभिन्न संकायध्यक्ष, फैकल्टी मेम्बर और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।  विदित हो कि अपने दो-दिवसीय धनबाद प्रवास के तहत माननीय मंत्री आज सड़क मार्ग से दुर्गापुर से धनबाद पहुंचे। दुर्गापुर हवाई अड्डे पर सीआईएल चेयरमैन,  बी. साईराम और सीएमडी बीसीसीएल, मनोज कुमार अग्रवाल ने उनका पुष्पगुच्छ भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया, निदेशक  (तकनीकी-संचालन)  संजय कुमार सिंह, निदेशक (तकनीकी–परियोजना एवं योजना)  निलाद्री रॉय सहित बीसीसीएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।

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