प्रयागराज।इफको फूलपुर इकाई के निकट स्थानीय गांव सौरा जलालपुर में इफको अधिकारियों ने जाकर नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी के प्रयोग की विधि एवं उससे होने वाले लाभ के बारे में बताया । वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (इकाई प्रमुख) संजय कुदेशिया ने कहा कि नैनौ उर्वरक नैनो उर्वरक फसल, मिट्टी एवं पर्यावरण अनुकूल है। यह भूजल को भी प्रदूषित नहीं करता, जबकि रासायनिक खाद मिट्टी व जल दोनों को प्रदूषित करता है। उन्होंने कहा आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रही है, नैनो उर्वरक ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपटने में सहायक है। उन्होंने कहा कि वह लगातार किसानों के सम्पर्क में रहेंगे, किसानों को प्रशिक्षण देंगे तथा जागरूक करेंगे। इफको की टीम ने किसानों को मूंग की फसल में नैनो डीएपी व नैनो यरिया प्लस का प्रयोग कैसे करना है, कितनी मात्रा का प्रयोग करना है, झिड़काव की विधि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान कोर्डेट प्रचार्य डॉ हरिशचन्द्र, जनसम्पर्क अधिकारी स्वयम् प्रकाश, प्रबंधक प्रशिक्षण अनुराग तिवारी, कर्नल गोरख सिंह सेंगर, राजेश सिंह मौजूद रहे।

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