हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति है – मुरली कृष्ण रमैया

बीसीसीएल के तत्वाधान में नराकास धनबाद की छमाही समीक्षा बैठक का आयोजन

धनबाद। अध्यक्ष कार्यालय, बीसीसीएल के तत्वाधान में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) धनबाद की छमाही समीक्षा बैठक का आयोजन आज अन्नपूर्णा हॉल, कोयला नगर में संपन्न हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक (मानव संसाधन) बीसीसीएल मुरली कृष्ण रमैया ने की।

इस अवसर पर संजीव कुमार सिंह (कार्यपालक निदेशक, सीसीएसओ), सुमन प्रसाद सिंह (कार्यपालक निदेशक, दामोदर घाटी निगम), उमा शंकर सिंह (क्षेत्रीय निदेशक, सीएमपीडीआईएल), प्रदीप कुमार विश्वकर्मा (कमांडेंट, सीआईएसएफ बीसीसीएल), अमरनाथ (मुख्य वैज्ञानिक, सिम्फर), कुमार मनोज, महाप्रबंधक (मा.सं./राजभाषा) बीसीसीएल, दिनेश प्रसाद, आंचलिक प्रबंधक (बैंक ऑफ़ इंडिया), अंतिम जैन तूफ़ान, सहायक महाप्रबंधक (केनरा बैंक) सहित नराकास धनबाद के सदस्य कार्यालयों के प्रमुख, हिंदी अधिकारी, हिंदी विभाग के प्रतिनिधिगण आदि उपस्थित रहें।

बीसीसीएल की आईपीओ लॉन्चिंग के कारण अपरिहार्य व्यस्तताओं के चलते सीएमडी बीसीसीएल मनोज कुमार अग्रवाल व्यक्तिगत रूप से कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो सके। तथापि, उन्होंने अपना संदेश प्रेषित किया, जिसका सर्वप्रथम वाचन किया गया। मनोज अग्रवाल ने अपने संदेश के माध्यम से शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि नराकास धनबाद की यह बैठक राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मैं आशा करता हूँ कि आने वाले समय में हम सभी मिलकर हिंदी को प्रशासन, प्रबंधन और व्यावसायिक कार्यप्रणालियों में और अधिक प्रभावी ढंग से स्थापित करेंगे।

बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान, मंचासीन अतिथियों के स्वागत-अभिनंदन तथा सामूहिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुईं। सदस्य कार्यालयों से पधारे वरिष्ठ अधिकारियों को शहर के विभिन्न संस्थानों के हिंदी अधिकारियों द्वार अंगवस्त्र एवं पुस्तक आदि प्रदान करके स्वागत किया गया। अतिथियों के स्वागत के पश्चात उपस्थित सभी सदस्य कार्यालयों के राजभाषा कार्यान्वयन की औपचारिक समीक्षा की गयी, जिसमें सदस्य कार्यालयों द्वारा प्रस्तुत दिसंबर, 2024 और मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही की हिंदी प्रगति रिपोर्ट के आधार पर राजभाषा गतिविधियों का आकलन किया गया। बैठक में कार्यसूची के अंतर्गत बीते वर्ष की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर व्यापक चर्चा की गई। निर्णय लिया गया कि आने वाले महीनों में सभी कार्यालयों में राजभाषा हिंदी में अधिक से अधिक प्रतियोगिताएँ और गतिविधियाँ आयोजित की जाएगी, जिससे कार्मिकों में हिंदी प्रयोग के प्रति जागरूकता और बढ़ सके। बैठक में अध्यक्ष कार्यालय बीसीसीएल के प्रबंधक, हिंदी(राजभाषा) उदयवीर सिंह को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), धनबाद का सचिव नियुक्त करने के प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया।

इसके अतिरिक्त, बैठक में यह सहमति बनी कि अगले वित्त वर्ष की बैठकों का आयोजन डीवीसी और सेल द्वारा किया जाएगा। इस दौरान नराकास धनबाद के तत्वाधान में आयोजित विभिन्न राजभाषा प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किये गए।

बैठक का समापन निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्णा रमैया के समीक्षात्मक अध्यक्षीय वक्तव्य से हुआ। उन्होंने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति है और इसके प्रयोग एवं प्रसार से हम अपनी कार्यसंस्कृति को और अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं। उन्होंने सभी सदस्य कार्यालयों के निरंतर प्रयासों की सराहना की और आगामी समय में और अधिक समर्पण तथा सहयोग के साथ हिंदी कार्यान्वयन को गति देने का आह्वान किया। श्री रमैया के अतिरिक्त, कार्यक्रम को संजीव कुमार सिंह (कार्यपालक निदेशक, सीसीएसओ), सुमन प्रसाद सिंह (कार्यपालक निदेशक, दामोदर घाटी निगम), उमा शंकर सिंह (क्षेत्रीय निदेशक, सीएमपीडीआईएल), प्रदीप कुमार विश्वकर्मा (कमांडेंट, सीआईएसएफ बीसीसीएल), अमरनाथ (मुख्य वैज्ञानिक, सिम्फर) ने भी संबोधित किया। स्वागत सबोधन महाप्रबंधक (राजभाषा) कुमार मनोज ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सीएमपीएफओ के हिंदी अधिकारी नफीस आलम और मंच संचालन प्रबंधक (राजभाषा) बीसीसीएल-सह-सचिव नराकास धनबाद उदयवीर सिंह द्वारा किया गया।

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