केंदुआडीह गैस उत्सर्जन पर कोयला भवन में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन

कोल इंडिया चेयरमैन ने राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों का लिया विस्तृत जायज़ा

धनबाद। कोयला भवन मुख्यालय में आज केंदुआडीह गैस उत्सर्जन की स्थिति पर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। अध्यक्षता कोयला मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी-सह-कोल इंडिया चेयरमैन,  सनोज कुमार झा ने की। कार्यक्रम में सीएमडी बीसीसीएल,  मनोज कुमार अग्रवाल, निदेशक (तकनीकी) कोल इंडिया,  अच्युत घटक, उपायुक्त धनबाद,  आदित्य रंजन, एसएसपी,  प्रभात कुमार, ईडी (कोआर्डिनेशन)  आलोक ललित कुमार, बीसीसीएल निदेशकगण, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, मुख्यालय के महाप्रबंधकगण, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे। सिम्फर, आईआईटी-आईएसएम और पीएमआरसी सहित विभिन्न तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ एवं सलाहकार भी इस समीक्षा बैठक में शामिल हुए।

 सनोज झा ने कहा कि 3 दिसम्बर को केंदुआडीह क्षेत्र में जहरीली गैस उत्सर्जन की घटना के पश्चात बीसीसीएल ने राहत और बचाव के क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्य किया है| मेडिकल टास्क फ़ोर्स टीम के गठन सहित अस्थायी राहत शिविर की व्यवस्था, त्वरित चिकित्सीय सहायता हेतु मेडिकल हेल्थ कैंप, चिकित्सीय संसाधनों में बढ़ोतरी इत्यादि कई प्रभावी कदम उठाये गए है, लेकिन, स्थिति की भयावहता को देखते हुए इस क्षेत्र को जल्द से जल्द खाली करना ही एकमात्र दीर्घकालीन एवं स्थायी उपाय  है। इसके लिए बीसीसीएल, जेआरडीए सहित सभी संबंधित विभागों को समन्वय के साथ कार्य करते हुए पीड़ित परिवारों के करमाटांड एवं बेलगाडिया में पुनर्वास के प्रयास करते रहना चाहिए।

सीएमडी, मनोज अग्रवाल कहा कि केंदुआडीह क्षेत्र में कई स्थानों पर गैस उत्सर्जन की मात्रा अत्यधिक खतरनाक स्तर पर पाई गई है, जिससे यह क्षेत्र रहने योग्य नहीं माना जा सकता है। केंदुआडीह में हाल के दिनों में जो स्थिति बनी है, वह किसी आपदा से कम नहीं है। वर्तमान में जो उपाय किए जा रहे हैं, वे केवल अल्पकालिक समाधान हैं, जबकि दीर्घकालीन रूप से इस क्षेत्र को पूरी तरह खाली करना ही एकमात्र सुरक्षित विकल्प है, जिसपर सभी को समन्वय के साथ कार्य करना चाहिए।

बैठक में उपस्थित तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों ने केंदुआडीह क्षेत्र में अपने चल रहे विश्लेषणात्मक अध्ययनों की प्रस्तुति दी। विशेषज्ञों ने उपलब्ध तथ्यों के आधार पर कहा कि यह क्षेत्र वर्तमान में पूर्णतया असुरक्षित है और भविष्य में यहां की स्थिति और अधिक खतरनाक तथा विस्फोटक रूप ले सकती है। उन्होंने गैस उत्सर्जन, तापमान वृद्धि और सबसाइडेंस प्रवृत्तियों के वैज्ञानिक विवरण साझा किए प्रभावित परिवारों हेतु तुरंत एवं पूर्ण निकासी को आवश्यक कदम बताया।

इससे पूर्व धनबाद आगमन पर आज सुबह  सनोज झा ने गैस प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। बीसीसीएल अधिकारियों की टीम के साथ उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की प्रगति का विस्तृत जायज़ा लिया और आवश्यक निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित सिम्फर, IIT-ISM, PMRC, DGMS और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों से चर्चा कर गैस उत्सर्जन के प्रभावों और संभावित खतरों की वैज्ञानिक जानकारी प्राप्त की।

इसके बाद उन्होंने गोपालीचक स्थित बीसीसीएल के राहत शिविर का भी भ्रमण किया और पीड़ित परिवारों के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं -भोजन, आवास, चिकित्सीय सहायता इत्यादि का निरीक्षण किया, मेडिकल टीम एवं चिकित्सकों से बात की। श्री झा ने कुस्तौर क्षेत्रीय अस्पताल का भी दौरा किया और महिला वार्ड में भर्ती एक मरीज से मिलकर उनके उपचार और उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान सीएमडी बीसीसीएल, श्री मनोज कुमार अग्रवाल सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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