एनटीपीसी सिंगरौली,उत्तर प्रदेश संगीत एवं नाटक अकादमी के संयुक्त तत्त्वाधान में आयोजित नाट्य कार्यशाला का भव्य समापन

सोनभद्र।एनटीपीसी सिंगरौली परियोजना एवं उत्तर प्रदेश संगीत एवं नाटक अकादमी, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं एवं बच्चों के कला संवर्धन, व्यक्तित्व एवं प्रतिभा के विकास हेतु पूरे एक माह तक संचालित नाट्य कार्यशाला का समापन समारोह दिनांक 21 जुलाई 2025 को स्थानीय कर्मचारी विकास केंद्र ऑडिटोरियम, एनटीपीसी सिंगरौली में आयोजित किया गया।  

समापन समारोह का शुभारंभ अतिथिगणों के स्वागत एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। तदुपरान्त कार्यक्रम की शुरुआत श्री गणेश वंदना से हुई। तत्पश्चात् मोगली डांस की रंगारंग प्रस्तुति की गई। उसके उपरांत महिला प्रतिभागियों द्वारा गांधारी, श्री कृष्ण एवं द्रौपदी संवाद प्रदर्शित किया गया, जिसने सभा में उपस्थित सभी जनों के अंतर्मन को स्पर्श कर लिया। कार्यक्रम के अंत में “जादू का सूट” नामक नाट्य प्रस्तुति दी गयी जिसके प्रतिभागियों ने सभी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। 

ज्ञात हो की यह कार्यशाला बीते 22 जून 2025 से उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के सौजन्य से आयोजित किया गया। इस कार्यशाला की रूपरेखा में दो वर्ग बांटे गए। जिसमें पहला वर्ग महिलाओं का तथा दूसरा वर्ग छात्र – छात्राओं एवं बच्चों के लिए रखा गया। जिसमें दोनों वर्ग के प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रकार के छाया कला, नृत्य नाटिका, डांस, फैशन शो आदि जैसे कला-कौशल के ज्ञान से स्वयं को लाभान्वित किया। इस पूरे मासिक कार्यशाला का प्रशिक्षण सुप्रसिद्ध रंगकर्मी रमन कुमार एवं आलोक कुमार शुक्ला ‘तुमुल’ द्वारा दिया गया।  

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजीव अकोटकर, परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी सिंगरौली ने कहा कि,“थिएटर व्यक्तिगत एवं सामाजिक कौशल को विकसित करने में मदद करता है तथा लोगों के बीच कला अभिव्यक्ति और टीम वर्क को बढ़ावा देने की भी क्षमता रखता है। हमें खुशी है कि एनटीपीसी सिंगरौली में इस प्रकार की रचनात्मक कार्यशाला का आयोजन कर हम अपने कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को अभिव्यक्ति के नए माध्यम प्रदान कर पा रहे हैं, जिससे न केवल उनके भीतर छिपी प्रतिभा को सामने लाने का अवसर मिलेगा, बल्कि उनके आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सामूहिक सहयोग की भावना को भी सशक्त किया जा सकेगा।“ उन्होंने सभी प्रतिभागियों के कला-कौशल की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने कार्यशाला के निजी अनुभवों को साझा किया गया एवं अकादमी के पहल हेतु सराहना व्यक्त किया। इस अवसर पर राजीव अकोटकर, पीयूषा अकोटकर, अध्यक्षा,वनिता समाज एवं सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा उत्तर प्रदेश संगीत एवं नाटक अकादमी के प्रशिक्षक को उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे एनटीपीसी सिंगरौली के डॉ ओम प्रकाश, उप महाप्रबंधक (मा०सं० एवं राजभाषा) ने कहा की, “इस कार्यशाला का उद्देश्य थिएटर, फिल्म और प्रदर्शन कला के माध्यम से एनटीपीसी कर्मचारियों, महिलाओं और बच्चों के छवि निर्माण, टीम निर्माण, नेतृत्व, कार्य जीवन संतुलन एवं समग्र व्यक्तित्व का विकास करना है।”

थिएटर कार्यशाला के समापन समारोह में जोसेफ़ बास्टियन, मुख्य महाप्रबंधक (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस), रश्मि रंजन मोहंती, महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट), पीयूष श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (बीई एंड रसायन), सीएच. किशोर कुमार, महाप्रबंधक (मेंटेनेंस एंड एडीएम), सिद्धार्थ मण्डल, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन), नरेश कुमार, उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन), एवं वनिता समाज की वरिष्ठ सदस्याएँ, एनटीपीसी कर्मी व परिवार जन एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सम्मिलित रहे।

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