ईसीएल : श्रमिकों की शहादत एवं राष्ट्र निर्माण में उनके अतुलनीय त्याग का स्मरण किया गया

ईस्टर्न कोलफ़ील्डस लिमिटेड ने मनाया श्रमिक दिवस

  संकटोडिया,  । ईसीएल मुख्यालय में 01 मई, 2025 को श्रमिक दिवस मनाया गया। समारोह का उद्देश्य श्रमिकों के योगदान को मान्यता देना और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यालय स्थित शाहिद स्मारक पर श्रमिकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की गई जहां उपस्थित सभी लोगों ने श्रमिकों की शहादत एवं राष्ट्र निर्माण में उनके अतुलनीय त्याग का स्मरण किया। इन सभी श्रमिकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना खदानों में अथक परिश्रम किया, जिससे देश की अब तक की समृद्धि और प्रगति सुनिश्चित हुई है। श्रमिक दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन ईसीएल प्रबंधन द्वारा इस विषयवस्तु पर हुआ कि श्रमिकों के बलिदान को विस्मृत नहीं किया जा सकता, बल्कि यह हमें सामाजिक न्याय, बेहतर कार्य परिस्थितियों और श्रमिकों के अधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है। शहीद श्रमिकों को नमन करते हुए, ईसीएल प्रबंधन द्वारा एक ऐसे भविष्य का निर्माण करने का संकल्प लिया गया, जहां हर श्रमिक गरिमा और सुरक्षा के साथ अपना जीवन यापन कर सके। इसी के साथ ध्वजारोहण तथा कोल इंडिया लिमिटेड के कॉर्पोरेट गीत का गायन किया गया।

ईसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) गुंजन कुमार सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रबंधन सदैव कर्मचारियों के कल्याण के प्रति तत्पर है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी भी कर्मचारी से आठ घंटे से अधिक काम न लिया जाए तथा ओवरटाइम का समुचित भुगतान किया जा रहा है। कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा के लिए विध्यालयों पर पर्याप्त व्यय किया जा रहा है, साथ ही छात्रवृत्ति भी प्रदान की जा रही है। हम कर्मचारियों की मेहनत को सदैव सराहते हैं और उसका सम्मान करते हैं। यद्यपि, ईसीएल में उत्पादकता पर तत्काल ध्यान देने की भी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में रिकार्ड तोड़ संख्या में कर्मचारियों की पदोन्नति की है तथा रिकार्ड तोड़ संख्या में रोजगार प्रदान किए हैं जहां दोनों ही संख्या पिछले पांच वर्षों में सर्वाधिक हैं। उन्होंने यूनियन प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे ऐसा माहौल तैयार करें जिससे सभी कर्मचारी अपनी सर्विस बुक में आश्रितों का विवरण, ग्रेच्युटी तथा सीएमपीएफ/सीएमपीएस में नामांकन की घोषणा करें। कंपनी का उद्देश्य उत्पादन और उत्पादकता को सुरक्षा के साथ बढ़ाना है। श्री सिन्हा ने कहा कि रक्त रंजित कोयले का उत्पादन हमें स्वीकार्य नही है।

ईसीएल के निदेशक (तकनीकी/ संचालन) नीलाद्रि रॉय ने अपने संबोधन द्वारा कंपनी के वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक के सर्वाधिक कोयला उत्पादन के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि यह हमारा दायित्व है कि हम श्रमिकों के अधिकारों को बनाए रखें। अपने सम्बोधन में श्री रॉय ने कहा कि विभागीय प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा जिससे हम एकजुट हो कर ईसीएल के ओएमएस (OMS) और क्षमता उपयोग को बेहतर कर सकें। हम सभी अधिकारों की रक्षा की बात करते हैं और राष्ट्रीयकरण के बाद कल्याणकारी सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई भी जा रही हैं, परन्तु हमें यह भी विचार करना होगा कि हम कंपनी और देश की प्रगति में कैसे सहयोग दे रहे हैं, केवल संविदा संबंधी प्रदर्शन पर निर्भर रहना उचित नहीं है। उन्होंने श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि हड़ताल या उत्पादन बंद करना किसी भी समस्या का समाधान नही हो सकता है, असहमति और मतभेदों का हल बात-चीत से निकाला जा सकता है और उत्पादन व प्रेषण बढ़ाकर ही कंपनी को टिकाऊ बनाया जा सकता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया की सभी हर स्तर पर भ्रष्टाचार समाप्त करने में सहयोग करें और विभागीय उत्पादन बढ़ाने में भी अपना योगदान दें।

ईसीएल के निदेशक (वित्त) मो. अंजार आलम ने अपने सम्बोधन में कहा कि सभी कर्मियों का जीवन और आने वाली पीढ़ी बेहतर हो और वे देश के लिए बड़ी से बड़ी जिम्मेदारियां उठाएं, इसी विचार के साथ कल्याणकारी गतिविधियों की योजनाएँ कंपनी द्वारा लगातार बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति में उत्तरोत्तर सुधार हो रहा है, जो फिलहाल पिछले दो दशकों में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने अगले वर्ष तक कंपनी की संचित हानि शून्य होने की पूरी उम्मीद जताई। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में कोयले की मांग कम नहीं होने वाली है और अगले कई दशकों तक कोयले का युग ऐसा ही बना रहेगा, यद्यपि कंपनी में ग्राहकों को बनाए रखने के लिए अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता है। अपने सम्बोधन में मो. अंजार आलम ने कहा कि उत्पादकता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है और भूमिगत खदानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां बड़े पैमाने पर उत्पादन तकनीक के माध्यम से उत्पादन बढ़ाया जाएगा, जिसके लिए कंपनी बोर्ड ने पाँडवेश्वर में विभागीय कंटीन्यूअस माइनर लगाने की स्वीकृति दे दी है और सभी आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने सभी श्रमिक संगठन आदि के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और बताया कि वर्तमान में कंपनी में कोल इंडिया लिमिटेड की सभी अनुषंगी कॉम्पनियों से सर्वाधिक जनशक्ति है और बेहतर स्तर की कल्याणकारी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इस वर्ष बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर रहने की संभावना है, जिसके लिए कंपनी तैयार है और कंपनी सभी के सहयोग और तत्परता की अपेक्षा करती है।

निदेशक (वित्त) मो. अंजार आलम ने श्रमिक दिवस २०२५ के अवसर पर ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री सतीश झा का संदेश भी पढ़ कर सुनाया जिसमे श्री झा ने श्रमिकों के समर्पित श्रम के बाल पर वित्तीय वर्ष 2024-25 को बहुआयामी कीर्तिमान एवं मील के पत्थर समान उपलब्धियों का वर्ष कहा है।

समारोह का आयोजन कंपनी के कल्याण विभाग द्वारा विभागाध्यक्ष श्री देबाशीष मुखर्जी के नेतृत्व में किया गया था। कार्यक्रम का समापन, कल्याण विभाग से श्री आशीष गोहे, वरीय प्रबंधक (मानव संसाधन) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

कार्यक्रम में ईसीएल मुख्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया जिनके साथ जेसीसी के सदस्य, कल्याण बोर्ड के सदस्य, सैफ्टी बोर्ड के सदस्य, श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधी (इंटक, बीएमएस, सीटू, एटक, एचएमएस, INTTUC, TUCC, केएमसी, यूटीयूसी, सीएमएसजीए), CISTEA, OBC Council, INMOSSA तथा CMOAI के प्रतिनिधी भी मोजूद रहे तथा सभी ने अपने-अपने वक्तव्य में ईसीएल प्रबंधन के समक्ष श्रम शक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला।

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