एसईसीएल में कोल इंडिया चेयरमैन पी.एम.प्रसाद ने किया सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 का शुभारंभ

सतर्कता को केवल एक सप्ताह तक सीमित न रखते हुए इसे अपनी कार्यशैली और जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए – पी. एम. प्रसाद

विलासपुर । साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) में आज 27 अक्टूबर 2025 को सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 का शुभारंभ कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी. एम. प्रसाद के करकमलों से हुआ। यह कार्यक्रम एसईसीएल मुख्यालय, बिलासपुर स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इस वर्ष 27 अक्टूबर से 02 नवंबर 2025 के बीच  “सतर्कता: हमारी साझा ज़िम्मेदारी” की थीम पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा, जिसका समापन 3 नवंबर 2025 को होगा।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। इसके पश्चात अतिथियों द्वारा लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। तत्पश्चात कोल इंडिया कॉर्पोरेट गीत बजाया गया। 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद के साथ हरीश दुहन, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, एसईसीएल, कार्यकारी निदेशक (समन्वय), कोल इंडिया आलोक ललित कुमार, निदेशक (तकनीकी/संचालन)  एन. फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (मानव संसाधन ) बिरंची दास, निदेशक (तकनीकी/योजना परियोजना ) रमेश चन्द्र महापात्र एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी  हिमांशु जैन, संचालन समिति सदस्य, संचालन क्षेत्रों के महाप्रबंधक, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, श्रमसंघ प्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

अपने उद्बोधन में पी. एम. प्रसाद ने कहा कि सतर्कता को केवल एक सप्ताह तक सीमित न रखते हुए इसे अपनी कार्यशैली और जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, “जहां भी रहें, जो भी कार्य करें — हमें निष्ठा, पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। सतर्कता केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि संगठनात्मक संस्कृति का अभिन्न अंग होनी चाहिए।” कार्यक्रम के दौरान सत्यनिष्ठा शपथ का सामूहिक वाचन किया गया। उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ कार्य करने की शपथ ली।

विदित हो कि एसईसीएल में 18 अगस्त से 17 नवंबर 2025 तक तीन माह का निवारक सतर्कता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत एसईसीएल कर्मियों, स्कूली एवं कॉलेज विद्यार्थियों के लिए वाद-विवाद, निबंध लेखन, पोस्टर प्रतियोगिता आदि विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए नियमित प्रशिक्षण सत्र, ग्राम सभाएँ, पौधरोपण कार्यक्रम, और जन-जागरूकता रैलियाँ आयोजित की जा रही हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य भ्रष्टाचार के विरुद्ध व्यापक जन-जागरूकता फैलाना और संगठन में पारदर्शिता एवं निष्ठा की संस्कृति को सशक्त बनाना है।

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