एनसीएल बीना स्थित अटल चिकित्सालय में ‘बाल हृदय जांच केंद्र का हुआ शुभारंभ

अब तक सिंगरौली परिक्षेत्र के दस हजार से अधिक नन्हें दिलों की हुई जाँच

नन्हा सा दिल-एनसीएल के तहत चिन्हित बच्चों की उच्च इलाज हेतु चल रही फाइनल स्क्रीनिंग

सोनभद्र, सिंगरौली।  नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने अपने निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत चलाई जा रही अभिनव पहल “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” के तहत शनिवार को बीना के अटल चिकित्सालय में ‘फाइनल स्क्रीनिंग’ हेतु  ‘बाल हृदय जांच केंद्र का  शुभारंभ किया।
इस अवसर पर निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, सीएमएस एनसीएल विवेक खरे, महाप्रबंधक सीएसआर राजीव रंजन मुख्यालय व बीना परियोजना से पदाधिकारी , सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के प्रतिनिधिगण तथा अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक (कार्मिक)  मनीष कुमार ने  सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नन्हा-सा-दिल’  एनसीएल की एक फ्लैगशिप सीएसआर परियोजना है, जो मानवीय संवेदनाओं से प्रेरित है। एनसीएल इसमें एक अभिप्रेरक की भूमिका निभा रही है। इस अवसर पर उन्होंने सेवा-भाव से जुड़कर इस पहल को और अधिक प्रभावी बनाने का आवाहन किया ।
गत 23 मार्च 2025 को शुरू हुई  “नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” पहल के तहत स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से सिंगरौली परिक्षेत्र के दूर-दराज गांवों से अब तक दस हजार से  अधिक नौनिहालों के हृदय जांच किया जा चुका है जिसका उद्देश्य दिल की बीमारियों से जूझ रहे बच्चों का निःशुल्क इलाज प्रदान करना है । प्रारंभिक जांच उपरांत हृदय रोग की संभावना वाले बच्चों के नन्हें दिलों का  बीना स्थित बाल हृदय जाँच केंद्र में आधुनिक इको मशीन से और गहराई से परीक्षण किया जा रहा है जिससे जरूरतमंद बच्चों के उचित इलाज हेतु श्री सत्य साईं हॉस्पिटल्स के मुंबई और रायपुर स्थित उच्च केंद्रों पर भेजा जा सके ।
अभी तक 161 स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से सिंगरौली परिक्षेत्र के दस हज़ार से अधिक बच्चों की हृदय जांच सफलतापूर्वक निःशुल्क रूप से की गई, जिनमें से 200 बच्चों को फाइनल स्क्रीनिंग हेतु चिन्हित किया गया है।

इस पहल का उद्देश्य सिंगरौली परिक्षेत्र के ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में जन्मजात हृदय रोग (कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज – CHD) से पीड़ित बच्चों की पहचान और उपचार सुनिश्चित करना है। यह पूरी जटिल प्रक्रिया  जांच, यात्रा, सर्जरी आदि  एनसीएल द्वारा पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही इसका उद्देश्य उन माता-पिता की आँखों में आशा की चमक लौटाना है, जो अपने बच्चे की धड़कन में छिपे डर को तो समझते हैं पर उपचार का रास्ता नहीं जानते। एनसीएल की यह पहल सिंगरौली क्षेत्र (सिंगरौली , सीधी और सोनभद्र) के  हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को “ओनली दिल – नो बिल” की भावना के साथ जीवन का नया अवसर प्रदान कर रही है।“नन्हा-सा-दिल-एनसीएल” आज केवल एक सीएसआर परियोजना नहीं, बल्कि हजारों मासूम दिलों की नई शुरुआत है। एनसीएल अपने इस मानवीय प्रयास से न केवल ऊर्जा क्षेत्र में बल्कि जनसेवा के क्षेत्र में भी एक नई मिसाल स्थापित कर रही है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *