उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज भारत माता के महान सपूत भारत रत्न बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की पावन जयन्ती है। आज ही बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस भी है। यह एक अद्भुत संयोग है। बाबा साहब का कहना था कि वह आदि से अंत तक एक भारतीय हैं, यही उनकी पहचान है। यह विचार बाबा साहब की महानता के बारे में जानने और समझने के लिए पर्याप्त है।
मुख्यमंत्री आज भारत रत्न, बोधिसत्व बाबा साहब भीमराव रामजी आंबेडकर की जयन्ती और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर यहां बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों तथा एन0सी0सी0 कैडेट्स को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब का बचपन अभावों में बीता। उन्हें सामाजिक भेदभावों से गुजरना पड़ा। उन्हें विदेशी गुलामी के चंगुल में फंसे देश में सामाजिक दासता में बंधते हुए अपमान सहने को मजबूर होना पड़ा। बाबा साहब देश के उन विरले लोगों में से थे, जिन्होंने दुनिया की उच्चतम डिग्री हासिल की। वह जहां भी गए, उन्होंने अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी और अपनी एक पहचान बनायी। बड़ौदा के महाराज द्वारा उन्हें विशेष छात्रवृत्ति दी गयी, जिससे बाबा साहब बाहर गए और उच्च शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वह वापस अपने देश लौटे और आजादी के आन्दोलन से जुड़े। देश गुलामी की बेड़ियों से मुक्त हो, इसके साथ ही समाज को भी दासता से मुक्त कराने के संकल्प को चरितार्थ करने की दिशा में बाबा साहब ने कार्य किया। आज इसके परिणाम हमारे सामने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के अनेक देशों ने वंचितों तथा महिलाओं को बहुत बाद में मताधिकार दिया, लेकिन भारत में वर्ष 1952 में हुए पहले आम चुनाव में देश के हर नागरिक को एक समान मताधिकार का उपयोग करने की स्वतंत्रता मिली। यह हमारे लोकतंत्र की ताकत बनी। इंग्लैण्ड में भी महिलाओं को बहुत बाद में मताधिकार मिला। हमारे देश में यह कार्य डॉ0 भीमराव आंबेडकर जी के कारण हुआ। डॉ0 आंबेडकर भारत के संविधान के शिल्पी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के बाद से एक शानदार यात्रा का प्रतीक बना है। इसे नैक की ए$$ ग्रेड प्राप्त हुई है। एन0आई0आर0एफ0 की रैंकिंग में विश्वविद्यालय को 33वां स्थान मिला है। इसे शीर्ष 10 में किए जाने का प्रयास किया जाना चाहिए। यह उत्तर प्रदेश के लिए भी गौरव की बात होगी। इसके लिए अभी से प्रयास करें। विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में हजारों पुस्तकें हैं। विश्वविद्यालय के विधि संकाय को 10वीं रैंकिंग मिली है। फार्मेसी में विश्वविद्यालय को 21वां स्थान मिला है। फार्मेसी के क्षेत्र में अनन्त सम्भावनाएं हैं। प्रदेश सरकार देश का पहला फार्मा पार्क ललितपुर जनपद में बनाने जा रही है। विश्वविद्यालय को प्रदेश सरकार के साथ मिलकर इस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। आप किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़िए, सम्भावनाएं आपका इंतजार कर रही हैं।
इस अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजकुमार मित्तल, विश्वविद्यालय के शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।

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