सोनभद्र। 15 नवंबर को हुए बिल्ली मारकुंडी खनन हादसे में सात मजदूरों की मौत के बाद आखिरकार जिला प्रशासन और खनन विभाग की चुप्पी टूटी। पूरे 21 दिनों तक सवालों और आरोपों के बीच शान द्वारा शांत रहे विभाग में अब पहली बार बड़ा कदम उठाया गया है। सूत्रों के मुताबिक खनन निरीक्षक मनोज कुमार और खनन सर्वेयर योगेश शुक्ला को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। हादसे की गंभीरता और सुरक्षा मानकों को लेकर उठे सवालों के बीच यह कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।विभाग ने इसके साथ ही नए अधिकारियों की तैनाती करते हुए खनन व्यवस्था में बदलाव का संकेत भी दिया है। प्रतापगढ़ से खनन निरीक्षक अतुल दूबे को सोनभद्र भेजा गया है, जबकि गाज़ियाबाद से वरिष्ठ खनन सर्वेयर शिवकुमार को सोनभद्र के लिए स्थानांतरित किया गया है। इन दोनों अधिकारियों को जिले की खनन प्रणाली को सुरक्षित और व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।हादसे के बाद से प्रशासनिक गलियारों में उठ रही चर्चाओं के बीच यह कार्रवाई संकेत दे रही है कि विभाग अब जिम्मेदारी तय करने और व्यवस्था सुधारने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। 21 दिन की देरी, हादसे की दर्दनाक याद और सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े सवाल अब इस कार्रवाई के बाद फिर से चर्चा में आ गए हैं।

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