सोनभद्र। बीते दिनों कुछ महिला शिक्षिकाएं विभागीय समस्याओं को लेकर शिक्षा विभाग के डीसी अरविन्द पाठक से मिलने पहुंची तो वे गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए समस्या सुनने के बजाय उटपटांग बातें करने लगे। महिला शिक्षिका संघ की कुछ पदाधिकारी पिछले शनिवार को बीएसए मुकुल आनंद पाण्डेय से डीसी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की शिकायत करने उनके कार्यालय पहुंची तो पहले वे कार्यालय में पहुंचे ही नहीं, काफी निवेदन करने के बाद आए भी तो उन्होंने बिना बात किए ही सभी शिक्षिकाओं को कार्यालय से बाहर भगाना प्रारंभ कर दिये। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न शिक्षक संगठनों ने बात करने का प्रयास किया, तो उन्हें भी अनसुना कर उनके साथ दुर्व्यवहार की बात सामने आई।
आखिरकार यह सवाल उठना लाज़मी है कि बीएसए साहब डीसी के बचाव में क्यों हैं? क्या कोई बड़ा घोटाला बीएसए द्वारा तो नहीं किया गया जिसकी सारी जानकारी डीसी को भी है जिसके बचाव में डीसी के दुर्व्यवहार पर चुप्पी साधी जा रही है ।
जब महिला शिक्षिकाओं के उत्पीड़न के मामले की जानकारी युवा राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव अभय सिंह पटेल को हुई तो उन्होंने महिला शिक्षिकाओं के साथ बीएसए तथा डीसी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की घोर निन्दा करते हुए ट्वीट कर जिलाधिकारी सोनभद्र से मामले की ईमानदारी पूर्वक जांच कर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की। तथा उन्होंने बताया कि यदि जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की जाती, तो इसकी शिकायत केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री माननीय जयंत चौधरी जी से मिलकर लिखित रूप से की जाएगी।

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