बीसीसीएल द्वारा राष्ट्रीय कर्मयोगी मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

जगजीवन नगर स्थित कल्याण भवन में तीन-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ। कंपनी के विभिन्न क्षेत्रों और विभागों से ई-4 से ई-6 स्तर के अधिकारी ले रहे हैं भाग।

धनबाद।मिशन कर्मयोगी के उद्देश्यों को साकार करने की दिशा में कल्याण भवन, एचआरडी, बीसीसीएल में (13-15 अक्टूबर तक) तीन दिवसीय ‘राष्ट्र्रीय कर्मयोगी मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का आज शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में  कंपनी के विभिन्न क्षेत्रों और विभागों से ई-4 से ई-6 स्तर के अधिकारी भाग ले रहे हैं।

कार्यक्रम में आज पहले दिन की शुरुआत पंजीकरण और प्री-सर्वे के साथ हुई, जिसके माध्यम से प्रतिभागियों को मिशन कर्मयोगी के मूल स्वरूप से जोड़ा गया। उद्घाटन सत्र ‘कौन है राष्ट्रीय कर्मयोगी’ (Who is a Rashtriya Karmayogi) विषय पर केंद्रित था, जिसमें कर्मयोगी की अवधारणा और उसके मूल्यों की व्याख्या की गई। इसके बाद ‘सफलता और संतुष्टि की नई दृष्टि’ (Expanding Our Vision of Success and Fulfilment) पर सत्र आयोजित हुआ, जिसमें प्रतिभागियों को बताया गया कि वास्तविक सफलता केवल पद और सुविधाओं से नहीं, बल्कि मूल्यों, चरित्र और आंतरिक संतोष से प्राप्त होती है। तीसरे सत्र ‘कर्मयोगी क्षणों का निर्माण’ (Creating Karmayogi Moments) में यह समझाया गया कि अपने कार्यों को उद्देश्यपूर्ण बनाकर समाज और राष्ट्र के प्रति कैसे सार्थक योगदान दिया जा सकता है। दिन का अंतिम सत्र ‘राष्ट्र्रीय कर्मयोगी के रूप में राष्ट्र निर्माण’ (The Rashtriya Karmayogi as a Nation Builder) पर आधारित था, जिसमें यह रेखांकित किया गया कि प्रत्येक अधिकारी का व्यक्तिगत और व्यावसायिक योगदान भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की प्रक्रिया से सीधा जुड़ा हुआ है। पूरे दिन प्रतिभागियों ने समूह चर्चाओं, चार्ट आधारित अभ्यासों और पुनरावलोकन सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया।

दूसरे दिन प्रतिभागियों को कार्यक्रम की रूपरेखा, विषयवस्तु, क्रियान्वयन पद्धति और इल्युमिन पेडगॉग (Illumine PedGog) प्लेटफॉर्म के उपयोग की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही उन्हें फेसिलिटेशन तकनीकों पर प्रशिक्षित किया जाएगा और अभ्यास सत्रों के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा। तीसरे और अंतिम दिन विस्तृत प्रैक्टिस राउंड आयोजित होगा, जिसके पश्चात समापन मूल्यांकन सत्र में प्रशिक्षकों द्वारा प्रतिभागियों को व्यक्तिगत फीडबैक प्रदान किया जाएगा।

यह कार्यशाला मिशन कर्मयोगी की व्यापक योजना का हिस्सा है, जिसका शुभारंभ  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा सितंबर 2020 में किया गया था। यह पहल देश में सरकारी कर्मचारियों की सोच और दृष्टिकोण को आधुनिक बनाने, उनके कौशल को उन्नत करने तथा नवीन कार्यसंस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस मिशन के अंतर्गत अब तक आयोजित जन सेवा कार्यक्रमों के माध्यम से बड़े पैमाने पर अधिकारी एवं  कर्मचारी लाभान्वित हो चुके हैं और इन कार्यक्रमों को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि इनका प्रत्यक्ष और ठोस प्रभाव जनता तक पहुंचे।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर लीड ट्रेनर अंकिता माथुर, उप-प्रबंधक (विधि) और  अरिजीत चक्रवर्ती, उप-प्रबंधक (जनसंपर्क) उपस्थित रहे।

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