बीसीसीएल में विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत एचआरडी,कल्याण भवन में ‘ठोस अपशिष्ट एवं ई-वेस्ट प्रबंधन’ पर कार्यशाला का आयोजन

धनबाद।विशेष अभियान 5.0 (स्पेशल कैंपेन 5.0) के अंतर्गत आज बीसीसीएल के मानव संसाधन विभाग, कल्याण भवन, जगजीवन नगर में ‘ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 एवं ई-वेस्ट प्रबंधन नियम, 2022’ विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसमें बीसीसीएल मुख्यालय एवं विभिन्न क्षेत्रों से ई-1 से ई-6 ग्रेड के 40 अधिकारी एवं पर्यवेक्षक शामिल हुए। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित वैज्ञानिक प्रक्रियाओं, पर्यावरणीय नियमों तथा सतत कार्यसंस्कृति के महत्व से अवगत कराना रहा।

अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में महाप्रबंधक (कर्मचारी स्थापना)  अपूर्व कुमार मित्रा तथा महाप्रबंधक (एचआरडी)  अनूप कुमार रॉय उपस्थित रहे। संसाधन व्यक्ति के रूप में  विकास कुमार, प्रबंधक (पर्यावरण), पश्चिमी झरिया क्षेत्र ने भाग लिया।

श्री अपूर्व कुमार मित्रा ने अपने संबोधन में कहा कि बीसीसीएल के लिए स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण केवल एक प्रशासनिक दायित्व नहीं, बल्कि संगठन की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में अपशिष्ट प्रबंधन को दैनिक कार्य-संस्कृति का हिस्सा बनाएं तथा एक स्वच्छ एवं उत्तरदायी परिवेश का निर्माण करें।

महाप्रबंधक (एचआरडी)अनूप कुमार रॉय ने कहा कि विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत आयोजित यह कार्यशाला कर्मचारियों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को सुदृढ़ करेगी। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल में स्वच्छता एवं सतत विकास की दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं, और ऐसे अभियानों के माध्यम से हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने कार्यस्थलों और आस-पास के क्षेत्रों को स्वच्छ, हरित और सुरक्षित बनाएँ।

इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत के साथ हुई, जिसके उपरांत आयोजित सत्रों में प्रतिभागियों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं ई-वेस्ट के वैज्ञानिक निपटान की प्रक्रिया, प्रासंगिक कानूनों और कार्यालयों में इसके अनुपालन के व्यावहारिक उपायों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।

इस दौरान संसाधन व्यक्ति  विकास कुमार ने ठोस अपशिष्ट एवं ई-वेस्ट प्रबंधन के प्रभावी और वैज्ञानिक तरीकों पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन संसाधनों के संरक्षण और सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो दीर्घ-अवधि में संगठन की कार्यकुशलता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को सुदृढ़ करता है।

कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने भी अपशिष्ट प्रबंधन के व्यवहारिक पहलुओं पर चर्चा की और पर्यावरण संरक्षण हेतु ठोस अपशिष्ट एवं ई-वेस्ट प्रबंधन को अपनी कार्यशैली का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में एचआरडी के राधेश्याम दुबे, वरीय प्रबंधक (खनन), दीपक कुमार, प्रबंधक(खनन)एवं अन्य का विशेष योगदान रहा।

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